Saturday, May 4, 2024
Homeदेश-समाजअलग-अलग हैं घूसकांड वीडियो वाले अनिरुद्ध सिंह और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट DSP अनिरुद्ध सिंह: मीडिया...

अलग-अलग हैं घूसकांड वीडियो वाले अनिरुद्ध सिंह और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट DSP अनिरुद्ध सिंह: मीडिया ने चला दी जिनकी तस्वीर, उनका इस घटना से कोई लेनादेना नहीं

वहीं जिन अनिरुद्ध सिंह पर आरोप लगा है, वो उस वक्त चेतगंज थाने में तैनात थे। तब एक नामी स्कूल के एक कर्मचारी द्वारा छात्रा के बलात्कार का मामला सामने आया था।

यूपी पुलिस के एक मामले को लेकर मीडिया में एक कन्फ्यूजन सा हो गया है। इससे एक IPS अधिकारी की बेवजह बदनामी हो रही है। दरअसल, यूपी पुलिस के एक अधिकारी का वीडियो कॉल पर घूस माँगते हुए पुराना वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में दिख रहे व्यक्ति 2018 बैच के IPS अधिकारी अनिरुद्ध सिंह निकले। वीडियो में वो 10-20 लाख रुपए के घूस की डील करते हुए दिखे थे। तब वो वाराणसी पुलिस आयुक्तालय में सहायक पुलिस आयुक्त के रूप में तैनात थे।

मीडिया ने ये खबर तो चलाई, लेकिन तस्वीर गलत लगा दी। जिनकी तस्वीर लगाई, उनका भी नाम अनिरुद्ध सिंह है। यूपी के धाकड़ पुलिस अधिकारी, जो फ़िलहाल चंदौली में बतौर डीएसपी तैनात हैं। कई फिल्मों में भी रोल अदा कर चुके हैं। ‘न्यूज़ 24’ जैसे मुख्यधारा के बड़े मीडिया संस्थान ने भी चंदौली वाले अनिरुद्ध सिंह की तस्वीर लगा दी, जिनका इस प्रकरण से कोई लेनादेना नहीं। स्पष्ट है, मानहानि होने से उन्हें भी गुस्सा आ गया।

उन्होंने ‘न्यूज़ 24’ को उसकी गलती का एहसास कराते हुए लिखा, “वाह री पत्रकारिता! ये इतनी जल्दी में हैं, इसका आलम यह है कि सारे भारत के अनिरुद्ध नाम के व्यक्ति का तात्पर्य लगता है कि मुझसे ही है। फोटो मेरी और समाचार किसी दूसरे का, ग़ज़ब की मानहानि की भी पराकाष्ठा है।” इसके बाद ‘News 24’ ने माफ़ी माँगते हुए इसे मानवीय भूल बताया। हालाँकि, अनिरुद्ध सिंह का कहना था कि इससे गूगल सर्च में उसकी छवि दागदार हो जाएगी उसकी भरपाई कैसे संभव है?

मीडिया संस्थान को ये ट्वीट डिलीट भी करनी पड़ी। वहीं जिन अनिरुद्ध सिंह पर आरोप लगा है, वो उस वक्त चेतगंज थाने में तैनात थे। तब एक नामी स्कूल के एक कर्मचारी द्वारा छात्रा के बलात्कार का मामला सामने आया था। स्कूल प्रबंधन के कुछ लोगों के नाम भी FIR में डाले गए थे। इसी को हटाने के लिए मोलभाव हो रहा था। अनिरुद्ध सिंह की पत्नी आरती भी IPS हैं। उन पर भी माकन मालिक को किराया न देने का मामला चल रहा है। अनिरुद्ध सिंह जहाँ फ़िलहाल मेरठ के एडिशनल एसपी हैं, पत्नी आरती वाराणसी की एडिशनल एसपी हैं।

मार्च 2021 में आरती सिंह वाराणसी की पहली महिला एडिशनल डिप्टी कमिश्नर के पद पर तैनाती दी गई थी। दोनों की शादी 2015 में हुई थी। 2016 में दोनों पति-पत्नी ने IPS की परीक्षा दी थी। आरती को 2016 में कामयाबी मिली, वहीं अनिरुद्ध सिंह ने 2017 में वर्दी पहनी। जहाँ आरती को सिविल सर्विस की परीक्षा में 118वीं, वहीं अनिरुद्ध को 146वीं रैंक हासिल हुई थी। आरती की पढ़ाई-लिखाई सोनभद्र और फिर जबलपुर से हुई थी।

वहीं चंदौली वाले अनिरुद्ध सिंह, जिनका इस प्रकरण से कोई लेना-देना नहीं, वो इससे पहले दिसंबर 2021 में तब चर्चा में आए थे जब समाजवादी पार्टी के नेताओं ने उनके साथ हाथापाई की थी। जालौन जिले के रहने वाले अनिरुद्ध सिंह के बारे में बता दें कि वो 2001 में पुलिस की नौकरी जॉइन कर वाराणसी में सब इंस्पेक्टर बने थे। बदायूँ जिले में इनके कामों की चर्चा पूरे उत्तर प्रदेश में होती रही है। वो अपने लुक्स के कारण चर्चा में रहते हैं। फिल्मों में भी काम करते रहे हैं।

इस प्रकरण के बाद DSP अनिरुद्ध सिंह ने अपनी तस्वीर के साथ ट्वीट करते हुए लिखा, “माँगने से अहंकार खत्म होता है, जबकि क्षमा करने से संस्कार बनते हैं। जिसके पास क्षमा का गुण है, वे हमेशा प्रसन्नचित रहते हैं, उनके शत्रु भी नहीं होते हैं। मनुष्य के जीवन में क्षमा का बहुत बड़ा महत्व है।अगर कोई इंसान गलती की माफी माँग ले तो सामने वाले का गुस्सा काफी हद तक दूर हो जाता है।” इसे भी इसी प्रकरण से जोड़ कर देखा जा रहा है।

वैसे, ‘न्यूज़ 24’ अकेला संस्थान नहीं है जिसने इस तरह की हरकत की हो। इससे पहले ‘TV9 भारतवर्ष’ भी ऐसा कर चुका है। उसने एक खबर में डीएसपी अनिरुद्ध सिंह की तस्वीर लगाते हुए उनके खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी होने की खबर चलाई थी। साथ ही लिखा था कि जफराबाद में एक हत्याकांड में वो विवेचक थे। उनके वेतन रोके जाने की खबर भी चलाई थी। इस पर ध्यान दिलाए जाने पर अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि टीआरपी के चक्कर में इन्होने फेक न्यूज़ चिपकाया था, माफ़ी न माँगने की स्थिति में इन्हें भी मानहानि का नोटिस जाता।

ऑप इंडिया ने इस मामले में डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह से बात की।। उन्होंने कहा, “मीडियाकर्मी भाइयों से निवेदन है कि वो कोई भी चीज खूब जाँच-पड़ताल के बाद ही डालें। आज कल इंटरनेट का जमाना है और कुछ समय बाद कोई सर्च करेगा तो मेरी तस्वीर आएगी। ऐसी भ्रामक चीजों से अच्छे लोगों के व्यक्तिगत नुकसान हो जाते हैं।”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

रोहित वेमुला की मौत की जाँच चलती रहेगी: तेलंगाना पुलिस ने ही जारी की क्लोजर रिपोर्ट, अब वहीं के DGP की घोषणा, रिपोर्ट में...

तेलंगाना के डीजीपी ने कहा कि मृतक रोहित वेमुला की माँ और अन्य लोगों द्वारा व्यक्त किए गए संदेह के कारण मामले में अतिरिक्त जाँच जारी रहेगी।

राहुल गाँधी की इंटरनेशनल बेइज्जती: जिस Garry Kasparov को बताया अपना फेवरिट चेस प्लेयर, उन्हीं ने कहा – पहले रायबरेली जीत के दिखाओ

“चेस की परंपरा के अनुसार शीर्ष (राजा) को चुनौती देने से पहले आपको रायबरेली सीट जीतना चाहिए!” - राहुल गाँधी को गैरी कास्परोव ने कहा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -