राजधानी भोपाल के एक कॉलेज में हिंदू छात्राओं के साथ रेप, ब्लैकमेलिंग और धर्मांतरण (लव-जिहाद) के दबाव से जुड़े एक सनसनीखेज मामले में फरार चल रहा छठा आरोपित अबरार गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने 65 दिन बाद इटारसी के एक होटल से अबरार को दबोचा और कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
अबरार 65 दिन से पुलिस से बच रहा था। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपनी जगह बदल रहा था। पुलिस ने उसे कोलकाता में तलाशा, तो वह बिहार में छिपा मिला। फिर वह भोपाल के पास आया, तो पुलिस ने तलाशी शुरू की, लेकिन वह फिर कोलकाता भाग गया।
कोलकाता से वह झारखंड के रास्ते मुंबई भागने की कोशिश में था। पुलिस को सूचना मिली कि वह जबलपुर से इटारसी होते हुए मुंबई जाने वाली ट्रेन में है। भोपाल पुलिस की तीन अलग-अलग टीमों ने इटारसी रेलवे स्टेशन पर घेराबंदी की। अबरार ट्रेन छोड़कर एक होटल में छिपा था, जहाँ से उसे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया।
भोपाल मुस्लिम गैंग का है सरगना अबरार
अबरार, कोलकाता का रहने वाला है। अबरार मुस्लिम गैंग का एक्टिव मेंबर था। पुलिस के मुताबिक, अबरार सिर्फ हिंदू लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फँसाने में ही शामिल नहीं था, बल्कि उनके आपत्तिजनक वीडियो और सोशल मीडिया अकाउंट्स के ज़रिए ब्लैकमेलिंग में भी उसकी बड़ी भूमिका थी।
अबरार पर दो सगी बहनों के साथ रेप करवाने का आरोप है। अबरार ने मुख्य आरोपित फरहान और अली को कमरा दिलवाया था। अबरार, नबील नाम के एक और आरोपित का रूम पार्टनर था। ये दोनों एक किराए के कमरे में रहते थे। इसी कमरे में हिंदू लड़कियों को बुलाया जाता था। वहाँ उन्हें नशीला पदार्थ दिया जाता और उनके साथ गैंगरेप कर वीडियो बनाए जाते थे।
पुलिस को उम्मीद है कि अबरार की गिरफ्तारी से गिरोह के पूरे नेटवर्क और डिजिटल चैट्स से जुड़े कई अहम सबूत सामने आ सकते हैं।
भोपाल का ‘मुस्लिम गैंग’ क्या करता था काम?
अप्रैल 2025 महीने में भोपाल के कोकता थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी कॉलेज की हिंदू छात्राओं के साथ हुए इस भयानक अपराध का खुलासा हुआ था। यह गिरोह खासकर कॉलेज की हिंदू छात्राओं को निशाना बनाता था।
मुस्लिम गैंग के आरोपित पहले हिंदू लड़कियों से दोस्ती करते और उन्हें अपने प्रेमजाल में फँसाते थे। फिर लड़कियों को नशीले पदार्थ पिलाकर उनके साथ गैंगरेप किया जाता था।
आरोपित रेप के आपत्तिजनक वीडियो बनाते थे और इन वीडियो के ज़रिए पीड़िताओं को ब्लैकमेल करते थे। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पीड़िताओं पर धर्म बदलने (धर्मांतरण) का दबाव बनाया जाता था। हिंदू छात्राओं को ज़बरदस्ती मांस खिलाया जाता और बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया जाता था।
हिंदू धर्म के खिलाफ गंदी बातें भी की जाती थीं। आरोपित बारी-बारी से छात्राओं का यौन शोषण करते थे।
शॉर्ट एनकाउंटर में पकड़ा था मुख्य आरोपित फरहान
इस गिरोह का मुख्य आरोपित फरहान खान है, जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस हिरासत में फरहान का एक शॉर्ट एनकाउंटर भी हुआ था, जिसमें उसके पैर में गोली लगी थी। फरहान के अलावा, उसके साथी अली, साहिल, साद और नबील भी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। अबरार इस गिरोह का छठा आरोपित है।
पुलिस ने फरहान के फोन की जाँच की, तो उसमें 8 अन्य लड़कियों के वीडियो मिले। इनमें से ज़्यादातर उसी कॉलेज की छात्राएँ थीं। पुलिस ने इस मामले में पॉक्सो एक्ट, IT एक्ट और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम जैसी कई गंभीर धाराएँ लगाई हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी इस मामले को संगठित अपराध और धार्मिक दबाव का बताया है। पुलिस अब अबरार से पूछताछ कर रही है, ताकि गिरोह के पूरे नेटवर्क और अन्य डिजिटल सबूतों का पता लगाया जा सके।