मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र में एक भयानक हत्याकांड ने सभी को दहला दिया था। 8 जनवरी 2025 की रात, सुहेल गार्डन कॉलोनी में मोईन (52), उनकी पत्नी आसमा (45) और तीन मासूम बेटियों अक्शा (8), अजीजा (4) और अलइफ्शा (1) की हत्या कर दी गई। इस घटना को मोईन के सौतेले भाई नईम और उसके साथी सलमान ने अंजाम दिया। संपत्ति के विवाद और 5-6 लाख रुपये की उधारी ने इस खौफनाक वारदात की नींव रखी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नईम को मेरठ पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया, और सलमान फरार हो गया। हालाँकि एक दूसरे एनकाउंटर में वो घायल हो गया और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने उसका इलाज कराया और फिर पूछताछ की, जिसके बाद सलमान ने 8 जनवरी की रात का खौफनाक घटनाक्रम बताया।
सलमान ने बताया कि मोईन के घर दोनों गए थे। नईम और सलमान ने पहले मोईन के घर में बैठकर चाय पी और बातों में उलझाया। तभी नईम ने लोहे की रॉड से मोईन के सिर पर वार किया। जब आसमा जागी और विरोध किया, तो नईम ने उसके सिर पर भी हमला कर दिया। कई बार हमला किया, जिससे खोपड़ी चकनाचूर हो गई।
दोनों हत्यारों ने मासूम बच्चियों पर भी दया नहीं दिखाई। दोनों बच्चियों के भी सिर पर वार करके उन्हें मार डाला गया, एक बच्ची की गला दबाकर हत्या की गई। सलमान ने पुलिस को बताया कि लोहे की रॉड से प्रहार करने के बाद गले पर भी धारदार हथियार चलाया है, ताकि कोई भी जिंदा न बचे। इसके बाद 4 शव बेड में छिपा दिए और 1 शव चादर में लपेटकर रख दिया। वारदात के बाद दोनों हत्यारे पूरे घर में जेवर और नकदी ढूँढते रहे। फिर सुबह 5 बजे दोनों फरार हो गए।
नईम ने यह हत्या संपत्ति हड़पने की साजिश के तहत की थी। वह पहले भी 8 हत्याएँ कर चुका था और हर वारदात के बाद नाम और पहचान बदलकर फरार हो जाता था। बताया जा रहा है कि नईम और सलमान ने कई शहरों में शादियाँ भी की हैं।
एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा ने खुलासा किया कि नईम पर 50 लाख का ईनाम था। पुलिस मुठभेड़ में नईम मारा गया, जबकि सलमान घायल होकर पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि दोनों आरोपित वारदात के बाद अजमेर, दिल्ली और महाराष्ट्र में फरारी काटते रहे।