Monday, October 7, 2024
Homeराजनीतिमेरे लोगों को टिकट नहीं दिया, कॉन्ग्रेस छोड़ रहा हूँ: दिग्विजय सिंह का 'इस्तीफा'...

मेरे लोगों को टिकट नहीं दिया, कॉन्ग्रेस छोड़ रहा हूँ: दिग्विजय सिंह का ‘इस्तीफा’ वायरल, जानिए क्या बोले मध्य प्रदेश के पूर्व CM

"मैं उन सभी के प्रति आभार व्‍यक्‍त करता हूँ जिन्‍होंने वर्षों से मेरी विभिन्‍न पार्टी भूमिकाओं में मेरा समर्थन किया है। भारी मन से मैं पार्टी के साथ अपना जुड़ाव खत्‍म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूँ।"

मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नवरात्र के पहले दिन कॉन्ग्रेस ने उम्‍मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इसमें 144 प्रत्‍याशियों के नाम है। हालाँकि, इस लिस्‍ट के आने के कुछ ही देर बाद तब हंगामा मच गया जब पूर्व मुख्‍यमंत्री व राज्‍यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का इस्‍तीफा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

जिसके बाद सोशल पर यह प्रश्न किया जाने लगा कि क्या मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया? ऐसा इसलिए पूछा जा रहा है, क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पत्र जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें इस्तीफे की बात थी, हालाँकि, दिग्विजय सिंह ने कॉन्ग्रेस से इस्तीफे की बात को सिरे से खारिज कर दिया

क्या है पूरा मामला?

सोशल मीडिया एक्स पर कॉन्ग्रेस प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे से जुड़ा हुआ दिग्विजय सिंह का एक पत्र वायरल हुआ। 

वायरल हुए लेटर में लिखा हुआ है, “अपने पाँच दशक के राजनीतिक सफर में कई अनुभव मुझे कॉन्ग्रेस में रहते हुए मिले। एक साधारण कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक का सफर मैंने कॉन्ग्रेस पार्टी में रहते हुए तय किया। पार्टी ने मुझे राष्‍ट्रीय महासचिव से लेकर राज्‍यसभा सदस्य जैसे महत्‍वपूर्ण पद तक पहुँचाने का काम किया, जिसके लिए मैं आजीवन आभारी रहूँगा, लेकिन गत कुछ महीनों से शीर्ष नेतृत्‍व में उदासीनता देखकर मैं आहत हूँ। मध्‍य प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ता केंद्र‍ित दल न होकर अब विशेष नेता केंद्रित हो गई है। जिसकी वजह से खुद को असहज पा रहा हूँ।

दिग्विजय सिंह का वायरल हुआ पत्र

मध्‍य प्रदेश चुनाव को लेकर प्रत्‍याशियों के चयन में मेरे द्वारा दिए गए नामों पर विचार नहीं किया गया है। निष्‍ठावान कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दिए जाने से मेरे स्‍वाभिमान को ठेस पहुँची है। मैं अब ऐसे पड़ाव पर पहुँच गया हूँ जहाँ मुझे लगता है कि मैं अब ऐसे अन्यायपूर्ण माहौल में नही रह सकता।

मैं उन सभी के प्रति आभार व्‍यक्‍त करता हूँ जिन्‍होंने वर्षों से मेरी विभिन्‍न पार्टी भूमिकाओं में मेरा समर्थन किया है। भारी मन से मैं पार्टी के साथ अपना जुड़ाव खत्‍म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूँ। कॉन्ग्रेस की प्राथमिक सदस्‍यता समेत सभी पद से इस्‍तीफा देता हूँ। इसे स्‍वीकार करें।”

हालाँकि, इस पत्र के वायरल होने के कुछ ही देर बाद उन्होंने इस पत्र के फेक होने का दावा करते हुए कॉन्ग्रेस से इस्तीफे की बात को झूठ करार दिया।  

इस्‍तीफे को लेकर क्‍या बोले दिग्विजय सिंह

कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपने इस्तीफे की बात को ख़ारिज करते हुए कहा कि भाजपा झूठ बोलने में माहिर है। मैंने 1971 में कॉन्ग्रेस की सदस्यता ली थी। पद के लिए नहीं, बल्कि विचारधारा से प्रभावित हो कर जुड़ा था और जीवन की आखिरी साँस तक कॉन्ग्रेस में रहूँगा। इस झूठ की मैं पुलिस में शिकायत दर्ज करा रहा हूँ। 

कॉन्ग्रेस नेता ने इस मामले में डीजीपी मध्य प्रदेश को पत्र लिखकर FIR दर्ज करने को कहा है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी शिकायत पोस्ट करते हुए लिखा,”महोदय क्या आप इन झूठे लोगों पर FIR दर्ज़ करेंगे?”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

माता-पिता के सामने हिंदू बच्चों के कटवाए अंग, धर्मांतरण से इनकार तो सूली पर लटका जिंदा जलवाया… जिस फ्रांसिस जेवियर को ‘संत’ कहते हैं...

जिस फ्रांसिस जेवियर को 'संत' कह प्रचारित किया जाता है, उसका गोवा की डेमोग्राफी बदलने में बड़ा योगदान है। जानिए कैसे हिंदुओं को धर्मांतरण नहीं करने पर यातना दी गई, कैसे मंदिरों की पहचान मिटाई गई?

RG Kar अस्पताल के 10 डॉक्टर-59 स्टाफ सस्पेंड, रेप-मर्डर के बाद बनी जाँच कमेटी का आदेश: यौन शोषण-धमकी-वसूली के आरोपों पर शुरू हुई कार्रवाई

आरोपितों पर जूनियर स्टाफ को देर रात नशा और शराब खरीदने के लिए मजबूर करने और लड़कों के कॉमन रूम में अश्लील हरकतें करने के लिए मजबूर करने का भी आरोप है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -