Monday, May 6, 2024
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भाजपा नेता को बदनाम करने की साज़िश, फर्ज़ी निकली ‘द वायर’ की एक और रिपोर्ट, सार्वजनिक माफ़ी की मांग

"जिस तरह द वायर ने मुझ पर तथाकथित #TekFog ऐप बनाने और चलाने का आरोप लगाया, उसी तरह उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी माँगनी चाहिए। इस माफी को उन्हें घरेलू व अंतरराष्ट्रीय मीडिया घरानों से वैसे ही कवर करवाना चाहिए, जिस तरह से यह फर्ज़ी स्टोरी चलवाई गई थी।"

प्रॉपगेंडा और झूठ फैलाने के नाम से कुख्यात हो चुकी वेबसाइट The Wire का एक और झूठ पकड़ा गया है। इस झूठ के लिए प्रॉपगेंडा वेबसाइट ‘द वायर’ से भाजपा नेता देवांग दवे (Devang Dave) ने सार्वजनिक तौर पर माफी की माँग की है।

दरअसल ‘द वायर’ ने अपनी एक रिपोर्ट में तथाकथित ऐप ‘टेक फॉग (Tek Fog)’ का संबंध देवांग दवे से जोड़ा था। यह रिपोर्ट उनकी दूसरी रिपोर्ट्स की तरह फर्ज़ी निकली और अब द वायर ने उस रिपोर्ट को हटा भी लिया है।

The Wire सार्वजनिक माफी माँगे: देवांग दवे

देवांग दवे ने इस संबंध में एक ट्वीट किया और फर्ज़ी वेबसाइट The Wire से सार्वजनिक रूप से माफी की माँग की। ट्वीट में उन्होंने लिखा:

“जिस तरह द वायर ने मुझ पर तथाकथित #TekFog ऐप बनाने और चलाने का आरोप लगाया, उसी तरह उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी माँगनी चाहिए। इस माफी को उन्हें घरेलू व अंतरराष्ट्रीय मीडिया घरानों से वैसे ही कवर करवाना चाहिए, जिस तरह से यह फर्ज़ी स्टोरी चलवाई गई थी।”

आपको बता दें कि ‘द वायर’ की इस झूठी रिपोर्ट के सामने आने के बाद कई मीडिया घरानों ने इसे हाथों हाथ लिया था। ट्वीट के अंतिम लाइन में भाजपा नेता ने ”कानून इन सब का ख्याल रखेगा” तो लिखा लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अपनी छवि खराब करने के लिए देवांग दवे ‘द वायर’ के खिलाफ कोई कानूनी कदम उठा रहे हैं या नहीं।

देवांग दवे पर The Wire के आरोप क्या?

अप्रैल 2020 के एक ट्वीट और फर्जी सूत्रों के आधार पर The Wire ने भाजपा नेता देवांग दवे को ‘टेक फॉग’ ऐप के पीछे का दिमाग बताया था और कहा था कि ये शक्तिशाली ऐप सोशल मीडिया में अपने हिसाब से ट्रेंड्स चलाता है और आलोचकों के लिए घृणा फैलाता है। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इस ऐप के जरिए भाजपा सोशल मीडिया को कंट्रोल कर रही है। देवांग दवे ने उस समय ही इससे इनकार किया था, लेकिन फिर भी The Wire ने बिना किसी सबूत इस स्टोरी को चलाया।

‘द वायर’ ने जनवरी 2022 में प्रकाशित किए गए ख़बर में दावा किया था कि इस ऐप के माध्यम से भाजपा कई व्हाट्सएप्प ग्रुप्स को मैनेज करती है और भाजपा विरोधी पत्रकारों को प्रताड़ित करने के अलावा ट्विटर ट्रेंड्स भी हाईजैक करती है। साथ ही दावा किया गया था कि ये ऐप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के सभी सिक्योरिटी फीचर्स की धज्जियाँ उड़ाता है। इस रिपोर्ट की मानें तो इस ‘सुपरपावर’ ऐप के पास अमेरिका और नासा से भी ज्यादा शक्तियाँ हैं। रिपोर्ट में यह तक लिखा गया था कि व्हाट्सएप्प-ट्विटर एकाउंट्स को हैक करना इस ऐप के लिए बच्चों का खेल है।

ऑपइंडिया ने ‘द वायर’ के फेक न्यूज़ और फर्ज़ी रिपोर्ट्स को कई बार एक्सपोज़ किया है। अपनी रिपोर्टिंग में हमने कई बार बताया है कि इस तरह का कोई ऐप नहीं है और यह सब ‘द वायर’ के दिमाग की उपज है। अब हाल यह है कि ‘Meta’ मामले में बेइज्जती के बाद प्रोपेगंडा पोर्टल The Wire ने ‘टेक फॉग’ वाली स्टोरीज भी अपनी वेबसाइट से हटा ली है। अब देखना है कि फर्ज़ी रिपोर्ट के लिए सार्वजनिक रूप से माफी कब और कितनी बार माँगी जाती है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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