बांग्लादेश के फरीदपुर में अज्ञात हमलावर द्वारा एक हिन्दू परिवार को निशाना बनाया गया है। पीड़ितों परिवार पत्रकार का है। घायलों में महिलाएँ भी शामिल हैं। हमले में धारदार हथियारों का प्रयोग किया गया है। घटना शुक्रवार (3 जनवरी 2025) की है। पुलिस ने केस दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना फरीदपुर के मधुखली गाँव की है। यहाँ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्यामलेंदु बोस अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका बेटा सौगात बोस दैनिक अजमेर पत्रिका में पत्रकार है। शुक्रवार की रात लगभग 8:30 पर श्यामलेंदु बोस का पूरा परिवार टीवी देख रहा था। तब उन्होंने अपने घर के अंदर किसी को देखा। खुद को देखे जाने पर घुसपैठी भाग कर मकान की दूसरी मंजिल पर चला गया।
जब बोस परिवार ने घुसपैठी का पीछा किया तो उसने धारदार हथियार निकाल लिया। हमलावर ने श्यामलेंदु सहित उनकी पत्नी पर भी हमला कर दिया। दोनों को मारकर घायल कर दिया गया। श्यामलेंदु और उनकी पत्नी की देखभाल करने वाली 15 वर्षीया प्रीति को भी हमलावर ने नहीं छोड़ा। श्यामलेंदु के घर से मची चीख-पुकार सुन कर पड़ोसी जमा हुए। मौक़ा पाकर हमलावर हथियार लहराते हुए भाग निकला।
On Friday night, Islamists attacked freedom fighter Shyamlondo Basu and his wife Kakoli Basu with sharp weapons in #Madhukhali Upazila of #Faridpur district, injuring them. They are currently hospitalized. @UNHumanRights @UN#SaveBangladeshiHindus#HindusUnderAttackInBangladesh pic.twitter.com/qWYZD5EWug
— Sanatan Voice 🇧🇩 (@SanatanVoice_in) January 4, 2025
सभी घायलों को अस्पताल पहुँचाया गया है। पत्रकार सौगात बोस समय घर पर नहीं थे। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता के साथ प्रीति भी गंभीर रूप से घायल है जिसका इलाज चल रहा है। बकौल सौगात बोस उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। सौगात को अभी तक यह भी नहीं पता कि हमलावर अकेले आया था या उसके साथ अन्य कुछ लोग भी थे। पीड़ित दम्पति के बेटे ने इस घटना को चोरी या डकैती के नहीं माना है। उनका कहना है कि हमले की वजह कुछ और ही है जिसकी जाँच पुलिस को करनी चाहिए।
डॉक्टरों के मुताबिक श्यामलेन्दु बोस के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। उनका काफी खून बह गया है और खोपड़ी की हड्डी टूट चुकी है। बेहतर इलाज के लिए श्यामलेंदु को ढाका ले जाने की सलाह दी गई है। बाकी अन्य दोनों घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने शुरुआती तौर पर इस घटना को डकैती का प्रयास माना है। उनकी तरफ से हमलावर के नाबालिग किशोर होने की बात कही जा रही है। हालाँकि आगे की जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई जारी है।