Thursday, May 2, 2024
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‘माफ कर दीजिए, भारतीय उच्चायोग पर पत्थर-अंडे फेंक गलती की’: कश्मीरी नेता के बेटे ने PM मोदी को भेजा ‘माफीनामा’, माँ के अंतिम संस्कार के लिए चाहिए वीजा

अंकित ने कहा, "मैं अपनी माँ का चेहरा देखना चाहता हूँ। उन्हें आखिरी बार गले लगाना चाहता हूँ। मेरी माँ यूपी के मेरठ की गौड़ ब्राह्मण थी और उन्हें पूरा अधिकार है कि उनका अंतिम संस्कार हिंदू रिवाजों के अनुसार सम्मानजनक तरीके से हो। मैं उनका एकलौता बेटा हूँ। उनका अंतिम संस्कार उधमपुर की देवक नदी के किनारे करूँगा, ये उनकी आखिरी इच्छा थी।"

साल 2021 में लंदन के भारतीय उच्चायोग पर अंडे फेंकने वाले ‘अंकित लव’ भारत आने के लिए छटपटा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी हरकत के लिए माफी माँगी है। साथ ही ये भी कहा है कि उन्हें किसी ने बहका दिया था। अब वो भारत आना चाहते हैं और अपनी माँ को आखिरी बार देखकर उनका अंतिम संस्कार करना चाहते हैं।

दरअसल, अंकित (39) लव जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के संस्थापक भीम सिंह के बेटे हैं जो काफी समय से लंदन में रहते हैं। साल 2021 के फरवरी में भारतीय उच्चायोग पर पत्थर और अंडे फेंकने के बाद सरकार ने उन्हें भारत में ब्लैकलिस्ट कर दिया था। अब उनके देश लौटने पर प्रतिबंध है। हालाँकि अब वो प्रधानमंत्री से मिन्नतें करके भारत आना चाहते हैं। उनकी माँ ‘जयमाला’ का शव जम्मू की एक मॉर्च्युरी में 7 दिन से पड़ा है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अंकित ने कहा, “मैं अपनी माँ का चेहरा देखना चाहता हूँ। उन्हें आखिरी बार गले लगाना चाहता हूँ। मेरी माँ यूपी के मेरठ की गौड़ ब्राह्मण थी और उन्हें पूरा अधिकार है कि उनका अंतिम संस्कार हिंदू रिवाजों के अनुसार सम्मानजनक तरीके से हो। मैं उनका एकलौता बेटा हूँ। उनका अंतिम संस्कार उधमपुर की देवक नदी के किनारे करूँगा, ये उनकी आखिरी इच्छा थी।”

भारत आने की गुहार लेकर 2 मई को अंकित ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा। इसमें कहा, “मैं तहे दिल से अपनी भारतीय उच्चायोग पर अंडे फेंकने की गलती के लिए माफी माँगता हूँ। मुझे इसका पछतावा है। कुछ लोगों ने मुझे बहका दिया था, जिसकी वजह से मुझसे यह गलती हुई। मैं माफी माँगता हूँ। आगे कभी भी ऐसा कुछ नहीं करूँगा जो अपने देश के खिलाफ हो। मैं अपने देश को बहुत प्यार करता हूँ और मुझे इसपर बहुत गर्व है।

अंकित ने यह भी कहा कि वो जम्मू हमेशा के लिए नहीं आना चाहता बस सरकार उसे इतनी अनुमति दे दे कि वो अपनी माँ का ऊधमपुर में अंतिम संस्कार कर सके। चाहे तो उसके बाद उसे वापस यूके की फ्लाइट में बैठाकर वापस भेज दिया जाए।

उल्लेखनीय है कि जयमाला सुप्रीम कोर्ट की एक वरिष्ठ वकील थीं। उनका देहांत 26 अप्रैल को हुआ था। उसके बाद से उनका शव जम्मू के सरकारी अस्पताल की मॉर्च्युरी में पड़ा है। उनकी भतीजी मृगनयनी ने शव की माँग यह कहकर की थी कि लव शायद नहीं भारत आ पाए इसलिए उसे वो बॉडी दी जाए ताकि वो क्रियाक्रम कर सकें।

मृगनयनी ने यह भी कहा कि जयमाला उसी के साथ रहती थीं। 25 अप्रैल को सीढ़ियों से गिरने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन अगले दिन उनका निधन हो गया। इस घटना के बाद जयमाला के भतीजे व जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री हर्ष देव सिंह ने शव के पोस्टमार्टम की माँग की जिसपर मृगनयनी ने अंतिम संस्कार में देरी का कारण हर्ष देव को बताया। हालाँकि लव ने लंदन से यह बात स्पष्ट की कि उनकी माँ के अंतिम संस्कार में देर केवल उनके वजह से हो रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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