इंगलैंड में ग्रूमिंग गैंग का शिकार हुई 1400+ लड़कियों को इंसाफ दिलाने के लिए जहाँ एक तरफ मुहीम छिड़ी हुईी है तो वहीं इसी बीच कुछ इस्लाम के जानकारों की कुछ वीडियो भी सामने आई है। इन वीडियोज में वो तर्क देकर समझा रहे हैं कि कैसे छोटी उम्र की लड़कियों से सेक्स करना जायज होता है।
नीचे वीडियो में यूट्यूबर मोहम्मद हिजाब की बातें सुनें…
“Paedophilia is very relative” – Mohammed Hijab.
— Kosher🎗🧡 (@koshercockney) January 2, 2025
He then compares having sex with a 13 year old girl with “huge hips and huge breasts” to having sex with a 100 year old woman.
Makes me want to be sick.
Your thoughts?pic.twitter.com/Pj70BHLyK0
मोहम्मद हिजाब, बच्चों के यौन शोषण को सही ठहराने के लिए एक 100 साल की महिला के साथ सेक्स और 13 साल की लड़की के साथ सेक्स का उदाहरण देता है।
इस्लाम का कॉन्सेप्ट समझाते हुए मोहम्मद हिजाब कहता है कि अगर वो 100 साल की महिला के साथ सेक्स करेंगे तो शायद उसे कोई स्वास्थ्य समस्या आ जाए, लेकिन अगर 13 साल की लड़की, जिसके बड़े हिप्स और बड़ी ब्रेस्ट हो तो उसके साथ सेक्स करने में ऐसी कोई समस्या नहीं आएगी।
मोहम्मद हिजाब के यूट्यूब पर 1.28 मिलियन लोग तक जुड़े हुए हैं जहाँ वो लोगों को इस्लाम के बारे में जागरूक करने का दावा करता है लेकिन हकीकत ये है कि इस रीच का इस्तेमाल करके वो न केवल इस्लाम को मानने वालों को कट्टरपंथी बनाता है बल्कि हिंदुत्व के खिलाफ जहर भी खुलकर घोलता है।
दुखद बात ये है कि ऐसी सोच वाला सिर्फ मोहम्मद हिजाब नहीं है। हर दूसरा इस्लामी कट्टरपंथी इसी घृणित मानसिकता का प्रचार करता है कि छोटी लड़कियों से सेक्स करना कैसे जायज है। ग्रूमिंग गैंग का पूरा मामला कट्टरपंथियों की सोच को समझने का सबसे अच्छा जरिया है।
लड़कियों को सड़क पर पड़ी च्विंग गम मानते हैं इस्लामी कट्टरपंथी
पाकिस्तान के कुछ इस्लामी कट्टरपंथियों ने ब्रिटेन में अपनी पूरी गैंग बनाई और चुन-चुन कर उन्हीं गैर-इस्लामी, गोरी लड़कियों को निशाने पर लिया जो उम्र में छोटी (कोई 5, कोई 7, कोई 10) थीं। इसके बाद उनका रेप हुआ, उनके साथ अप्राकृतिक ढंग से सेक्स किया गया, उन्हें कभी किसी के हाथों बेचा गया तो कभी खुद नोचा गया।
शुरू में मामला न खुलने का नतीजा हुआ कि हजार से ज्यादा लड़कियाँ प्रताड़ित की गईं…। बाद में इनके दोषी जब कोर्ट में पहुँचे तो पता चला कि इनके मन में काफिर लड़कियों के लिए कैसा जहर भरा है। पीड़िताओं ने बताया कि ये गैंग गोरी लड़कियों को कचरा और वेश्या मानती है, जिनके साथ वो कुछ भी कर सकते हैं।
कोर्ट रूम में भी एक पाकिस्तानी अपराधी के वकील ने इस बात को कहा था कि उनके मुअक्किल को सिखाया ही इस तरह से गया है कि लड़कियाँ सड़क पर पड़ी एक च्विंग गम जैसी होती हैं।
Pakistani Muslim says
— JAIL THE TRAITOR POLITICIANS (@Simon5571864648) January 2, 2025
It's not his brothers fault he g-ng r-ped a child, it's the child's fault for being out at night.
How many Pakistani males think like this? pic.twitter.com/itN8ss70NG
ऐसी मानसिकता वाले लोगों के लिए अजीब ये बिलकुल भी नहीं कि कोई छोटी बच्चियों से सेक्स की बात करे, वो लड़कियों से हुए रेप की घटनाओं में भी गलती लड़कियों की मानते हैं। ऊपर पाकिस्तानी मुस्लिम को सुन सकते हैं जो कहता है कि बच्ची का अगर गैंगरेप हुआ तो उसमें उसके ‘भाई राशिद’ की गलती नहीं है, बल्कि गलती उस बच्ची की है जो रात में सड़क पर आई।
छोटी बच्चियों से सेक्स करना इस्लामी कट्टरपंथियों के लिए सही
जिम जारविस नाम के सोशल मीडिया क्रिएटर ने अपने हैंडल पर एक वीडियो डाली जिसमें वो मुस्लिमों से कुछ सवाल करते हैं जिसके जवाब में मुस्लिम उन्हें घेरकर खुलेआम कहते हैं कि ये बिलकुल जायज है कि छोटी लड़कियों के साथ सेक्स किया जाए।
For some reason…I feel the need to post this clip…again.
— jim jarvis (@jarvis_jim1161) January 2, 2025
How long before folks work this out? pic.twitter.com/rS3IRCh56x
युवक विरोध करते हुए फौरन उन्हें बीमार मानसिकता का कहता है लेकिन वहाँ खड़े मुस्लिम उसकी कोई बात सुनने को तैयार तक नहीं होते।
इस्लामी कट्टरपंथी ऐसे लोगों को जेल भेजने के लिए या सजा देने के लिए हर प्रयास करते हैं लेकिन इस्लाम से ऊपर किसी को नहीं होने देते चाहे बात इंसानियत की ही क्यों न हो। यहाँ तक कि महिला इस्लामी स्कॉलर्स तक इस बात को खुलेआम कहती हैं कि मुस्लिम पुरुष काफिर महिलाओं का रेप कर सकते हैं।
सेक्स, निकाह और छोटी बच्चिाँ
मालूम हो कि इस्लाम में प्यूबर्टी आने को लड़की के हर रूप से सयानी होने से जोड़कर देखा जाता है और इस्लामी कट्टरपंथी ऐसा मानते हैं कि इसके बाद लड़की से संबंध बनाना गलत नहीं है। इस्लामी कानून भी कहता है कि अगर लड़की प्यूबर्टी को छूटी है तो उसके साथ निकाह तक हो सकता है। चाहे फिर वो उम्र 12-13 हो या 14-15।
रही बात सेक्स की तो मौजूदा जानकारी के अनुसार, इस पर ईरान के संस्थापक अयातुल्लाह खुमैनी ने अपनी बात रखी हुई है।
उन्होंने कहा, “लड़की के 9 साल के होने से पहले सेक्स नहीं करना चाहिए। भले ही वह स्थाई या अस्थाई निकाह ही क्यों न हो। इसके अलावा अन्य तमाम हरकतें की जा सकती हैं जिसमें कामुक टच, गले लगाना और पैरों के बीच में प्राइवेट पार्ट रगड़ना शामिल है। यहाँ तक कि ये सब किसी दूध पीती बच्ची के साथ भी जायज है।”