Thursday, May 2, 2024
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पोलैंड दे सकता है यूक्रेन में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को शिक्षा पूरी करने की अनुमति: बोले केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, रेस्क्यू के लिए 80 फ्लाइट्स तैनात

रेस्क्यू अभियान की निगरानी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीके सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी और किरेन रिजेजू को हंगरी, रोमानिया, पोलैंड और स्लोवाकिया भेजा है।

यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia-Ukraine War) के बीच भारत की मोदी सरकार (Modi Government) वहाँ से अपने लोगों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है। प्रधनानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) नाम से चलाए जा रहे रेस्क्यू मिशन में 80 विमानों और अपने 24 मंत्रियों को लगाया है। वहीं, यूक्रेन से लौटने वाले भारतीय छात्र-छात्राओं को पोलैंड के विश्वविद्यालय अपने यहाँ एडमिशन देने पर विचार कर रहे हैं, ताकि उनकी पढ़ाई पूरी हो सके।

पोलैंड के Rzeszow में होटल प्रीज़ीडेनकी में 600 भारतीय छात्रों के साथ बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री एवं सेवानिवृत्त जनरल विजय कुमार सिंह (VK Singh) ने कहा, “यदि आपका पाठ्यक्रम पूरा नहीं हुआ है तो पोलैंड में मिले सभी लोगों ने मुझसे कहा कि वे यूक्रेन में पढ़ने वाले छात्रों की शिक्षा की जिम्मेदारी लेंगे।” उन्होंने संकेत दिया कि पोलिश विश्वविद्यालय भारत के प्रति सद्भावना के तहत इन छात्रों को अपने यहाँ शिक्षा पूरी करने की अनुमति दे सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने ट्वीट किया, “पोलैंड और भारत के बीच सदियों पूरानी मित्रता और सौहार्द्रपूर्ण संबंध हैं। इसके कारण दोनों देशों के लोग एक-दूसरे के नजदीक आए हैं। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पोलिश विश्वविद्यालय यूक्रेन के हमारे छात्रों के लिए अपने दरवाजे खोलेंगे, ताकि वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। जय हिन्द!”

यूक्रेन में चल रहे रूस के विशेष सैन्य अभियानों के बीच वीके सिंह मंगलवार (1 मार्च 2022) को यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया की निगरानी के लिए पोलैंड पहुँचे। भारतीय नागरिकों के साथ अपनी बातचीत के दौरान उन्होंने वहाँ फँसे भारतीयों से कीव में भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने का भी आग्रह किया।

भारत ने यूक्रेन में रेस्क्यू ऑपरेशन तेज किया

यूक्रेन में बिगड़ते हालात के बीच भारत ने ऑपरेशन गंगा के तहत अपने रेस्क्यू अभियान को तेज कर कर दिया है। इसके लिए 80 फ्लाइट और 24 मंत्रियों को लगाया गया है। अधिक से अधिक भारतीयों को जल्दी निकालने के लिए विमानों की आवाजाही की संख्या को भी बढ़ा दिया गया है। रोमानिया के बुखारेस्ट से 35 निकासी अभियान का निर्णय लिया गया है। इसमें एअर इंडिया की 14 फ्लाइट, एअर इंडिया एक्सप्रेस की 8 फ्लाइट, इंडिगो की 7 फ्लाइट, विस्तारा की 3 फ्लाइट, वायुसेना की 2 फ्लाइट और स्पाइस जेट की एक फ्लाइट शामिल हैं।

इसी तरह हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से 28 फ्लाइट, पोलैंड के Rzeszow से 9 फ्लाइट, रोमानिया के Suceava से 5 फ्लाइट और स्लोवाकिया के Kosice से 3 फ्लाइट उड़ान भरेंगी। इन 80 फ्लाइट्स में यूक्रेन से लगभग 17,000 विद्यार्थियों को निकाला जाएगा। वहीं, 2 मार्च तक 24 फ्लाइट्स उड़ान भर चुकी हैं। यूक्रेन से छात्रों को लेकर पहली फ्लाइट 26 फरवरी को मुंबई में लैंड हुई थी।

रेस्क्यू अभियान की निगरानी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीके सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी और किरेन रिजेजू को हंगरी, रोमानिया, पोलैंड और स्लोवाकिया भेजा है। इसके साथ अन्य मंत्रियों को इस अभियान की निगरानी और यूक्रेन से लौटने छात्र-छात्राओं को दिल्ली और मुंबई में व्यवस्थित करने की जिम्मेवारी सौंपी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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