Friday, May 3, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाबेंगलुरु रामेश्वरम कैफे बम ब्लास्ट में पुलिस ने एक को दबोचा, CCTV फुटेज से...

बेंगलुरु रामेश्वरम कैफे बम ब्लास्ट में पुलिस ने एक को दबोचा, CCTV फुटेज से सामने आई थी संदिग्ध की तस्वीर: माँ के फोन से ऐसे बची एक इंजीनियर की जान

28 से 30 साल की उम्र वाला हमलावर कैफे में रवा इडली खाने के बहाने आया था। उसने काउंटर पर टोकन लिया और अपना बैग रख कर चला गया। आशंका है कि इसी बैग में बम था।

कर्नाटक के बेंगलुरु में शुक्रवार (1 मार्च 2024) को बम विस्फोट हुआ। रामेश्वरम कैफे में हुए इस ब्लास्ट एक चलते एक महिला सहित 10 लोग घायल हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक संदिग्ध को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ जारी है।

संदिग्ध हमलावर की हिरासत उस फुटेज के बाद की गई है, जिसमें वो कैफे में रवा इडली का ऑर्डर करने के बाद विस्फोटक रख कर बाहर चला गया था। ब्लास्ट को टाइमर डिवाइस द्वारा एक्टिवेट किए जाने की आशंका है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ UAPA एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। अब घटना के कुछ चश्मदीद सामने आए हैं, जिन्होंने अपनी आपबीती बताई है।

इडली रवा का ऑर्डर किया, फिर विस्फोटक रख कर चला गया

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने शुक्रवार को रामेश्वर कैफे का दौरा किया। दौरे के बाद उन्होंने बताया कि 28 से 30 साल की उम्र वाला हमलावर कैफे में रवा इडली खाने के बहाने आया था। उसने काउंटर पर टोकन लिया और अपना बैग रख कर चला गया। आशंका है कि इसी बैग में बम था।

पुलिस ने इस मामले में एफआईआर HAL नामक थाने में UAPA एक्ट सहित अन्य धाराओं में दर्ज की है। बेंगलुरु पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की जाँच कर रही है। विस्फोट को कम तीव्रता वाला धमाका बताते हुए डी के शिवकुमार ने बताया कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ ही घंटों में मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

इस बीच CCTV फुटेज का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इंडिया टुडे के पत्रकार शिव अरूर ने अपने X हैंडल से इसे शेयर किया है। इस फोटो में सफेद रंग की कैप में एक युवक को देखा जा सकता है, जिसने अपने हाथ में प्लेट पकड़ रखी है। संदिग्ध की पीठ पर एक बैग टँगा हुआ है, जिसमें विस्फोटक होने की आशंका जताई जा रही है।

टाइमर से किया धमाका

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धमाके में टाइमर का इस्तेमाल किए जाने की आशंका है। मामले की जाँच कर रही पुलिस ने घटनास्थल से टाइमर व अन्य डिवाइस बरामद की हैं। जाँच में सहयोग के लिए NSG की टीम भी शनिवार (2 मार्च 2024) को रामेश्वरम कैफे पहुँच गई है।

विस्फोटक को जाँच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। घायलों का इलाज वैदेही और ब्रुकफील्ड मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पतालों में चल रहा है। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने इन दोनों अस्पतालों में जाकर घायलों से मुलाक़ात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।

घायलों में महिला ग्राहक और कैफे के स्टाफ

रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के बाद हुए कुल 10 घायलों में अधिकतर वहाँ काम करने वाले स्टाफ हैं। इसमें से एक स्टाफ के कान के पर्दे में चोट आई है। डॉक्टर इसकी वजह धमाके में आई तेज आवाज बता रहे हैं। वहीं महिला ग्राहक 40% तक जल गई है। डॉक्टर पीड़िता की सर्जरी कर रहे हैं।

अन्य घायलों को मामूली चोटें आईं हैं जिनको उपचार दिया जा रहा है। ब्रुकफील्ड अस्पताल के डॉक्टर प्रदीप ने सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई है। घायलों में अभी तक फारुख, दीपांशु, स्वर्णाम्बा, मोहन, नागश्री, मोमी, बलराम कृष्णन, नाव्या और श्रीनिवास के नाम सामने आए है।

चश्मदीदों ने बताया आँखों देखा हाल

इस घटना के कई चश्मदीद सामने आए हैं। ब्लास्ट के समय मूलतः पटना के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर अलंकृत कैफे में ही मौजूद थे। ब्लास्ट का पहला वीडियो सोशल मीडिया पर उन्होंने ही शेयर किया था। अलंकृत का दावा है कि उन्होंने कम से कम 15 लोगों को घायल अवस्था में देखा था, जिसमें से कइयों के कानों से खून निकल रहा था। कुछ जले लोगों का भी जिक्र करते हुए 24 वर्षीय अलंकृत ने बताया कि इतना भयानक मंजर उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था।

अलंकृत ने आगे बताया कि घटना के ठीक पहले उनकी माँ की कॉल आ गई थी और वो बात करने बाहर निकल गए थे। इसी दौरान कैफे में तेज धमाका हो गया। धमाके के बाद चीख-पुकार और भगदड़ मचने का दावा करते हुए अलंकृत ने कहा कि उन्होंने एक महिला के कपड़े पीछे से फ़टे देखे। किचन से काफी धुँआ निकल रहा था और काफी बुजुर्ग 2 महिलाओं का खून निकल रहा था, जिस पर लोग पट्टी बाँध रहे थे। अलंकृत ने अपनी माँ को भगवान बताते हुए उनकी कॉल की ही वजह से खुद को सुरक्षित बताया।

एक अन्य चश्मदीद नागराज ने बताया कि विस्फोट की जोरदार आवाज हुई। तब धुएँ से रामेश्वरम कैफे का बोर्ड भी दिखना बंद हो गया था। नागराज ने घायलों को ऑटो में बिठा कर अस्पताल पहुँचाने में मदद की थी। एक अन्य चश्मदीद मंजूनाथ ने बताया कि धमाका वाश बेशिन के पास हुआ। एक महिला को काफी खून बह रहा था, तब उन्हें प्राइवेट वाहन में बिठा कर अस्पताल ले जाया गया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

शहजादा अमेठी से इतना डरा हुआ है कि रायबरेली भाग गया, उनकी नेता राजस्थान भागी, अरे डरो मत-भागो मत: पीएम मोदी का गाँधी परिवार...

पीएम मोदी ने कहा कि शहजादा राहुल गाँधी अमेठी में हार के डर से रायबरेली चुनाव लड़ने गए, सोनिया गाँधी राजस्थान से राज्यसभा गईं।

जिस रोहित वेमुला के नाम पर इकोसिस्टम ने काटा था बवाल, वह दलित नहीं था: रिपोर्ट में बताया- पोल खुलने के डर से किया...

हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले में तेलंगाना पुलिस ने बताया है कि वह दलित नहीं था।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -