Friday, March 29, 2024
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नक्सल मुक्त हुआ बिहार, हमलों में आई 77% कमी: CRPF का बड़ा ऐलान! 30 साल से जिस पहाड़ी पर था कब्ज़ा, वहाँ पुलिस ने स्थापित किया कैंप

"पहली बार बुरहा पहाड़, चक्रबंधा व भीमबांध के दुर्गम क्षेत्रों से माओवादियों को सफलतापूर्वक निकाल कर सुरक्षा बलों के स्थायी कैंप स्थापित कर दिए गए हैं।"

सीआरपीएफ के डीजी ने बुधवार (21 सितंबर, 2022) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा ऐलान है कि बिहार अब नक्सल मुक्त हो चुका है। इस दौरान उन्होंने बताया कि झारखंड के नक्सल बहुल इलाके बुरहा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करा दिया गया है। वहीं उनकी इस सफलता के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने भी भारत की केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को बधाई दी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार CRPF के महानिदेशक (Director General) कुलदीप सिंह (Kuldeep Singh) ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार अब वामपंथी उग्रवाद से मुक्त हो गया है। उन्होंने कहा कि माओवादियों की जबरन वसूली गिरोह के रूप में कुछ उपस्थिति हो सकती है, लेकिन देश के पूर्वी इलाके में ऐसी कोई जगह नहीं है जहाँ प्रतिबंधित संगठन हावी हो।

इस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि बिहार और झारखंड (Bihar and Jharkhand) में ऐसी कोई भी जगह या ठिकाना नहीं है, जो सुरक्षा बलों के लिए अभेद्य हो। उन्होंने कहा, “वर्तमान दिनों में नक्सली हमले तेजी से कम हुए हैं। इसमें कम से कम 77 फीसदी की कमी देखी गई है। 2009 में सर्वाधिक नक्सली हमले दर्ज किए गए थे। नक्सली हमलों में होने वाली मौतों में 85% की कमी भी पाई गई है।”

तीन ऑपरेशन अभियानों से मिली कामयाबी

बुधवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीआरपीएफ डीजी ने बताया कि अप्रैल 2022 से तीन विशेष अभियानों को शुरू किया गया। इसमें ऑपरेशन ऑक्टोपस (Operation Octopus), ऑपरेशन थंडरस्टॉर्म (Operation Thunderstorm) और ऑपरेशन बुलबुल (Operation Bulbul) भी शामिल हैं। इन्हीं अभियानों के तहत सुरक्षा बल के जवानों ने झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर बुरहा पहाड़ को विद्रोहियों के चंगुल से आजाद करवाया है। 30 सालों बाद यहाँ पुलिस कैंप स्थापित हुआ है।

गृह मंत्री ने भी दी बधाई

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने ट्वीट कर नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को मिली जीत की बधाई दी है। उन्होंने लिखा, “देश की आंतरिक सुरक्षा में एक ऐतिहासिक पड़ाव पार हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश भर में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे निर्णायक युद्ध में सुरक्षा बलों ने अभूतपूर्व विजय प्राप्त की है। इसके लिए सीआरपीएफ, सुरक्षा एजेंसियों व राज्य पुलिसबलों को बधाई देता हूँ।”

उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, “पहली बार बुरहा पहाड़, चक्रबंधा व भीमबांध के दुर्गम क्षेत्रों से माओवादियों को सफलतापूर्वक निकाल कर सुरक्षा बलों के स्थायी कैंप स्थापित कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में आतंकवाद व LWE के विरुद्ध गृह मंत्रालय की जीरो टॉलेरेंस की नीति जारी रहेगी और ये जंग आगे ओर तेज होगी।”

इसी क्रम में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने एक ओर ट्वीट किया और लिखा, “माओवादियों के इलाके में महीनों तक चले इन अभियानों में सुरक्षा बलों को अकाल्पनिक सफलता प्राप्त हुई, जिसमें 14 माओवादी मारे गए और 590 से अधिक की गिरफ्तारी/आत्मसमर्पण हुआ। इसमें लाखों-करोड़ों के ईनामी माओवादी पकड़े गए हैं, जिसमें ₹1करोड़ का इनाम वाले मिथिलेश महतो भी शामिल हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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