DRI पूछताछ में राज्य के प्रोटोकॉल अफसर बसावराज इब्ब्लूर ने बताया कि रान्या की पैरवी उसके पिता करते थे। उसके पिता DGP रामचंद्र राव के कहने पर ही प्रोटोकॉल सुविधाएँ दी जाती थीं।
रेस्टोरेंट में काम करने वाला कर्मचारी कन्नड़ भाषी व्यक्ति से कन्नड़ में बात कर रहा था, लेकिन फिर भी उस व्यक्ति का गुस्सा इसलिए बढ़ता गया क्योंकि रेस्टोरेंट पर ओड़िया में साइनबोर्ड लगा था।
अर्नब गोस्वामी के खिलाफ पिछले साल मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बारे में फर्जी खबर प्रसारित करने का आरोप लगाया गया था। इसी केस को कोर्ट ने अब खारिज कर दिया है।
कॉन्ग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लिखे पत्र में कहा गया कि रमज़ान के दौरान मुसलमान दिनभर रोजा रखते हैं, ऐसे में उन्हें इफ्तार के लिए घर जाने की सुविधा मिलनी चाहिए।