सुपरस्टार अजय देवगन के पिता और बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय एक्शन एवं स्टंट निर्देशक वीरू देवगन का सोमवार (मई 27,2019) की सुबह निधन हो गया। हाल के दिनों में ढलती उम्र और बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण वह सार्वजनिक रूप से कम ही दिखते थे।
राघव लॉरेंस ने ट्विटर लिखा, "जिस घर में सम्मान ना मिले, उस घर में नहीं जाना चाहिए। इस दुनिया में दौलत और शोहरत से अधिक आत्मसम्मान जरूरी है। इसलिए मैं
फिल्म 'लक्ष्मी बम' छोड़ रहा हूँ।"
पायल कहती हैं, "सोनी राजदान हमें ट्विटर पे ब्लॉक कर के 'Vote against Hate' कर के ट्वीट करती है, कितनी दोगली इंसान है। वो माफी नहीं माँगती कि कैसे वो जुनैद की नकली मॉब लिंचिंग वाली कहानी शेयर कर लोगों को गुमराह कर रही हैं और मानवता का ड्रामा कर रही हैं। यह मानवता इनको कश्मीरी पंडितो की उजड़ी हुई जिंदगी में नहीं दिखती।
"जब से राज्य में कॉन्ग्रेस की सरकार आई है, तब से हिन्दू धर्म और प्रतीकों को नीचा दिखाने का खेल खेला जा रहा है। और तो और, जो 'लोग' वंदे मातरम बोलने तक से परहेज करते हैं, वो अब शिवलिंग के ऊपर चढ़ कर नाचेंगे!
पाकिस्तान में सुकून-चैन और अच्छा खाना ढूँढने वाली सोनी राज़दान का यह बयान दर्शाता है कि उन्हें देश में क्या हो रहा है और देश में कैसी स्थितियाँ हैं, इससे कोई फर्क़ नहीं पड़ता। अपने पति महेश भट्ट की तरह उनका ज़हन भी पाक की नुमाइंदगी ही करता है।
जामा मस्जिद के शाही इमाम द्वारा किसी खास पार्टी के समर्थन की घोषणा करने से लेकर जनेऊ और शिव-भक्त बनते हुए भारतीय राजनीति ने लंबा सफर तय कर लिया है। इस सफर में मजार पर चढ़ते चादर से लेकर गंगा आरती तक के स्टेशन आए। लेकिन अब जो आया है, वो 'रंगीला' है, 'खूबसूरत' है।
कंगना ने कहा, “जब एक्टर्स को ऑन कैमरा अपनी सेक्स लाइफ पर चर्चा करने की बात आती है, तो इन एक्टर्स को कोई शर्म नहीं आती है, इंस्टा पर फोटो शेयर करते हैं। लेकिन जब देश के महत्वपूर्ण मुद्दों की बात आती है, तो उनके बारे में बात करने से बचते हैं, कहते हैं कि हमारी पर्सनल च्वॉइस है।'
कंगना ने कहा कि उन्हें लड़की के पोज़ में अपने बॉस को खुश करने का रोल करना था जो वासना से भरी है। यह सॉफ्ट पोर्न जैसा किरदार था। उन्होंने ये फोटोशूट करवा लिया था, लेकिन फिर उन्हें लगा कि वो ये फिल्म नहीं कर सकतीं।
हम उनके न्यूजीलैंड हमले पर दुख जाहिर करने पर सवाल नहीं उठा रहे। उठाएँगे भी क्यों? हम तो जानना चाहते हैं कि पुलवामा पर उनके चुप रहने के क्या कारण हैं? 'कर्मभूमि' की रक्षा पर तैनात सैनिकों पर हुए हमले से जिनका दिल नहीं पसीज़ा वो न्यूजीलैंड हमले पर एकदम से भावुक हो उठे! कैसे?