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मुगल शासन
मुगल वंशज प्रिंस तुसी ने ओवैसी को ‘जोकर’ कहते हुए जताई श्रीराम मंदिर निर्माण देखने की इच्छा
बहादुर शाह ज़फ़र के परपोते प्रिंस तुसी ने AIMIM नेता ओवैसी को जोकर बताते हुए कहा कि उनके परिवार की अयोध्या में बने राम मंदिर को देखने की इच्छा है।
बाबरी ढॉंचे के नीचे बिरियानी बनाता मिला मुगल, आज भी है चूल्हे में आग: शेख की दाढ़ी चूसने वाले लिबरलों ने देखा
सभ्यताओं के 'मुगलीकरण' से एक कहानी याद आती है। एक बार अरब का एक शेख व्यापार के लिए भारत आया और रसीले आमों का गुलाम हो गया...
महान मुगलों का जानिए सच्चा इतिहास, हिंदुओं ने उन्हें बदनाम किया: इतिहासकार फख्तर का शोध
हिंदू आरोप लगाते हैं कि मुगलों ने भारत में आकर यहाँ की संस्कृति पर हमला किया, धार्मिक स्थलों को तोड़ा। लेकिन सच कुछ और ही है। वो न होते तो...
महान मुगलों का सच्चा इतिहास, जो हिन्दुओं ने बदल दिया: अजीत भारती का वीडियो । Ajeet Bharti satire on Mughals
आपको शायद ही पता हो कि रामचरितमानस के असली लेखक कौन हैं। गंगा का बाबर से क्या कनेक्शन है? या फिर गाय भारत में कैसे आई? जानिए महान मुग़लों के बारे में।
जहाँ एक नपुंसक ने मुग़ल शहजादों को औरतों के कपड़े में नचाया: लाल किला की कहानी
लाल किले की नींव अप्रैल 29, 1638 को रखी गई। इसी किले में एक सनकी रोहिल्ला ने मुगलों को औरतों के कपड़े में नचाया।
जीभ काटी, आँखें फोड़ी, नाखून उखाड़े, सर काट कर कुत्तों को खिलाया: छत्रपति संभाजी महाराज को मिली इस्लाम कबूल न करने की सज़ा
छत्रपति संभाजी महाराज के शरीर के अंग काट लिए जाते थे और रात भर तड़पने के लिए छोड़ दिया जाता था। फिर भी उन्होंने इस्लाम कबूल नहीं किया।
मुगलों का है दिल्ली, अहमदाबाद और आगरा: एसिड अटैक पीड़िता को ‘चांडाल’ बताने वाला कॉमेडियन
अतुल खत्री ने ट्वीट किया, "मोदी जी ट्रंप को जो तीन शहर- दिल्ली, अहमदाबाद, आगरा दिखाएँगे, उन्हें मुगलों ने बसाया था।" सच्चाई यह है कि इन शहरों का विध्वंस कर उसकी खंडहरों पर मुगलों ने इमारतें खड़ी की थी। यूजर्स ने इस इतिहास से खत्री को रूबरू कराने में देरी नहीं की।
…उस मुगल ‘बादशाह’ की कब्र खोजेगा ASI, जिसने किया था गीता और 52 उपनिषदों का अनुवाद
"अगर औरंगजेब की जगह वह शहंशाह होता, तो क्या अलग भारत होता? ये धारणाएँ मुगल इतिहास की मिसप्लेस्ड अंडरस्टैंडिंग की वजह से आ रही हैं। उन्हें एक अच्छा मुस्लिम बनाया गया है लेकिन उनकी कब्र की खोज क्यों हो रही है?”
छत्रपति शिवाजी की बहू महारानी ताराबाई की समाधी का बुरा हाल, मुगलों के ख़िलाफ़ राष्ट्रहित में लड़ी थीं
"1700 -1707 के बीच महाराष्ट्र में सर्वप्रमुख प्रेरक शक्ति कोई मंत्री न होकर महारानी ताराबाई ही थीं जिन्होंने अपनी कुशल प्रशासनिक दक्षता तथा मजबूत चारित्रिक क्षमता के बल पर उस कठिन समय पर राष्ट्र की रक्षा की।"
जब चमकी मारवाड़ी तलवार तो सलावत खान के दिल के हो गई पार, दरबार छोड़ नंगे पाँव भागा शाहजहाँ
ये कहानी है उस योद्धा की, जिसकी गाथा मारवाड़ में आज भी सुनाई जाती है। वो राठौड़, जिसके प्रताप से भयभीत होकर शाहजहाँ नंगे-पाँव अपने ही दरबार से भाग खड़ा हुआ। जिसकी वीरता देख मुगलों ने छल का सहारा लिया और प्रपंच की आड़ ली।