रेल मंत्री के मुताबिक़ राज्य सरकार की वजह से इन परियोजनाओं में समय लग रहा है, पहले वामपंथी सरकार और अब तृणमूल सरकार के कारण 45 वर्ष पुरानी परियोजनाएँ रुकी हुई हैं।
वीडियो वायरल होने पर रेल मंत्रालय को ट्वीट करना पड़ा। मुगलसराय के डीआरएम ने मंत्रालय को ट्वीट कर जवाब दिया कि टीटीई का कहना है कि वो टिकट बनाने के लिए पैसे ले रहा था, टिकट बनाया भी। फिर भी टीटीई को विस्तृत जाँच तक निलंबित कर दिया गया है।
भाई मौक़े पर तो वहाँ मौजूद नहीं था लेकिन उन्होंने ट्विटर के माध्यम से इस घटना की जानकारी रेल मंत्री पीयूष गोयल, इंडियन रेलवे और एसपी जीआरपी को टैग करते हुए दे दी। भाई द्वारा की गई मदद की ये गुहार फौरी तौर पर रंग लाई और...
कुछ मीडिया संस्थानों ने जितना इस विकास यात्रा को कवर नहीं किया था, उससे ज़्यादा ये साबित करने में लग गए कि ट्रेन अपनी पहली यात्रा में ही ख़राब हो गई। व्यक्तिगत रूप से ख़ार खाए कुछ तथाकथित पत्रकार बड़ी चालाकी से मवेशी हिट की घटना को छिपा गए।