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स्वतंत्रता दिवस
बालाकोट एयरस्ट्राइक: पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराने में मिंटी अग्रवाल ने निभाई थी अहम भूमिका
ग़ौरतलब है कि वायु सेना के विंग कमांडर वर्धमान अभिननंदन ने पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराया था। उनकी इस वीरता में उनकी सहयोगी मिंटी अग्रवाल ने अहम भूमिका निभाई थी। उस समय वो वायु सेना के रडार कंट्रोल स्टेशन पर तैनात थीं।
अब तक 5 वीरता पुरस्कार लेने वाले हर्षपाल सिंह: गोली-छर्रे लगने से गंभीर रूप से घायल फिर भी…
हर्षपाल और उनकी टीम ने जम्मू में झज्जर-कोटली में पिछले सितंबर में तीन आतंकवादियों का ख़ात्मा किया था। मुठभेड़ में गोली और छर्रे लगने से वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे, पर वो आतंकियों के सामने मज़बूती से डटे रहे और उन्हें मार गिराने तक पीछे नहीं हटे।
PM मोदी ने किया चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ पद का ऐलान, कारगिल युद्ध के दौरान उठी थी माँग
कारगिल युद्ध के बाद जब 2001 में तत्कालीन डिप्टी पीएम लाल कृष्ण अडवाणी की अध्यक्षता में गठित ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स (GOM) ने समीक्षा की तो पाया कि तीनों सेनाओं के बीच समन्वय की कमी रही है। तब इस बात पर ग़ौर किया गया कि...
जनसंख्या विस्फोट पर PM मोदी ने जताई चिंता, कहा- सीमित परिवार रखना भी है देशभक्ति
"बच्चे के जन्म से पहले उसकी जरूरत के बारे में जरूर सोचें। शिक्षित वर्ग ऐसा ही करता है। स्वयं की प्रेरणा से अगर आप परिवार सीमित रखते हैं तो ना सिर्फ आपका बल्कि देश का भी भला होता है और यह भी एक तरह की देशभक्ति है।"
…15 अगस्त 1947 को जब लंदन में अंग्रेजी झंडा उतार कर फहराया गया था तिरंगा!
15 अगस्त 1947 को लंदन के इंडिया हाउस में लाल कुमार नृपेंद्र नाथ शाहदेव ने तिरंगा फहराया था। शाहदेव भारतीय स्काउटिंग टीम के कप्तान थे। इंडिया हाउस में यूनियन जैक की जगह भारतीय तिरंगा फहराया गया था, और इसकी अध्यक्षता अनुग्रह नारायण सिंह ने की थी।
…वो 5 देश जो भारत के साथ 15 अगस्त को ही मनाते हैं अपना स्वतंत्रता दिवस, अंग्रेज थे सिर्फ एक के ‘मालिक’
रिपब्लिक ऑफ़ कांगो मध्य अफ्रीकी देश है जिसे 15 अगस्त 1960 को आज़ादी मिली थी। अफ्रीका के इस देश को फ्रांस की दासता से आज़ादी मिली थी। 1880 से फ्रांस का क़ब्ज़ा कांगो पर था, इसे फ्रेंच कॉन्गो के तौर पर जाना जाता था।
370 इतना ही अच्छा था तो यह अस्थायी क्यों था? PM ने किया ₹100 लाख करोड़ के निवेश का ऐलान
"जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में जो पुरानी व्यवस्था थी उसने वंशवाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। महिलाओं, बच्चों व दलितों के साथ भेदभाव हो रहा था। अनुच्छेद 370 पर हमारे निर्णय का विरोध करने वालों से मेरा सवाल यह है कि अगर ये इतना ही महत्वपूर्ण था तो इसे स्थायी क्यों नहीं बनाया गया?"