Thursday, May 2, 2024

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‘बहन की गाली देने वाले आज त्योहार मना रहे’ – रक्षाबंधन पर गैंग (इस्लामी/फर्जी नारीवादी/वामपंथी) एक्टिव

होली-दिवाली के बाद रक्षाबंधन पर भी नारीवादी और इस्लामी गैंग एक्टिव। क्यों राखी भाई की कलाई पर ही बाँधी जाती है? ऐसे सवालों से...

सूअरों की बलि से प्रदूषण, मानसिक शांति भंग… प्रतिबंध लगे: कट्टू नायक्कर समुदाय के हिंदू रीति-रिवाजों के खिलाफ मुस्लिम

कट्टू नायक्कर समुदाय मदुरै वीरन स्वामी की पूजा में सूअरों की बलि देता है, वो कुल देवता हैं। मुस्लिमों ने हिंदुओं की बलि परंपरा का विरोध...

बकरीद से पहले मुंबई में खुले अवैध बाजार, पशु अधिकारों का हो रहा उल्लंघन; मुस्लिम समुदाय ने कुर्बानी को इस्लाम में बताया हराम

"पेटा इंडिया ईद के जश्न को पैसे, कपड़े, मिठाई, फल बाँटकर या अन्य तरीकों से मनाने के लिए प्रोत्साहित करती है। इससे जानवरों को कोई नुकसान नहीं पहुँचता है।''

‘बकरीद पर बेजुबान जानवरों की कुर्बानी रोंके’: महंत नरेंद्र गिरी ने कहा- आगे आएँ मुस्लिम

नरेंद्र गिरि ने कहा, "बेजुबान जानवरों की कुर्बानी पर भी रोक लगनी चाहिए। ‌इसके लिए भी मुस्लिम धर्मगुरुओं को आगे आना होगा और अपने लोगों को समझाना होगा।"

बुरा न मानो होली है, जोगीरा सा रा रा : फागुन के गीत, जोगीरा, चैतावर और धमार, आज भूल रहे हैं लोग

होली है और होली में अगर कुछ मस्ती ना हो तो रंग कुछ फीका लगने लगेगा। तो आइए, पढ़िए और सुनिए कुछ खास जोगिरा… लेकिन हाँ, बुरा न मानिएगा, होली है।

इतिहास का वह दौर जब होली ईद-ए-गुलाबी या आब-ए-पाशी हो गई थी

मध्यकालीन भारतीय मंदिरों के भित्तिचित्रों और आकृतियों में होली के सजीव चित्र देखे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए इसमें 17वीं शताब्दी की मेवाड़ की एक कलाकृति में महाराणा को अपने दरबारियों के साथ चित्रित किया गया है।

भारत की विविधता, संस्कृति, लोक कला, साहित्य को समेटती होली: हर राज्य में उल्लास का अलग है रंग

जहाँ ब्रजधाम में राधा और कृष्ण के होली खेलने के वर्णन मिलते हैं वहीं अवध में राम और सीता के जैसे होली खेलें रघुवीरा अवध में। राजस्थान के अजमेर शहर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर गाई जाने वाली होली का विशेष रंग है।

उड़त गुलाल लाल भए अम्बर: माँ गौरा का गौना कराने निकले महादेव, काशी में जीवन के उत्सव का आगाज

रंगभरी एकादशी वैसे तो पूरे देश में मनाई जाती है, पर काशी जैसा उत्साह शायद ही कहीं दिखता है। रंग-गुलाल से सराबोर काशी की यह परंपरा 357 साल पुरानी है। आज से बुढ़वा मंगल तक अब हर तरफ बनारस में एक ही रंग दिखेगा और वह रंग है होली का।

NGT ने क्रिसमस और न्यू ईयर पर दी पटाखे चलाने की छूट, दिवाली में लागू था पूर्ण प्रतिबंध

एनजीटी ने कहा है कि क्रिसमस और न्यू ईयर के मद्देनजर देश के उन इलाकों में जहाँ एयर क्वालिटी मॉडरेट स्तर पर है, वहाँ पटाखे रात को 11:55 बजे से 12.30 तक यानी 35 मिनट के लिए चलाने की अनुमित होगी।

IPL में भारी आतिशबाजी पर मौन विराट कोहली ने दीवाली पर दिया ‘लिबरल’ ज्ञान, सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर लताड़ा

18 सेकेंड के इस वीडियो में विराट कोहली ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाया। सोशल मीडिया वायरल इस वीडियो को लेकर यूज़र्स जमकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे है।

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