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Madhya Pradesh
MP में कर्ज़माफ़ी का फ़र्जीवाड़ा: किसानों ने दी सामूहिक आत्महत्या की धमकी
रामकुमार सिंह के पिता के नाम पर ₹9,547 का कर्ज़ जबकि उनके नाम पर ₹70,481 का कर्ज़ लिख दिया गया। जबकि उन्होंने चने की फसल के लिए केवल ₹17,000 का कर्ज़ लिया था, उनके पिता ने कोई कर्ज़ नहीं लिया था।
इंदौर के किसान संजय का कहना है: ‘प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना’ ने उनकी ज़िन्दगी बदल दी
इंदौर के किसान संजय कहते हैं कि वह 'प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना' से अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
26 जनवरी पर ‘संप्रदाय विशेष’ का देश विरोधी मामला (लेटेस्ट): ‘खां’ उपनाम के 8 लोगों पर FIR दर्ज़
जिन लोगों ने गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ को रोकने में मदद की और बच्चों को बचाया, उनका कहना है कि पुलिस ने दबाव में आकर उन्हें भी इस मामले में आरोपी बना दिया है।
26 जनवरी को ‘संप्रदाय विशेष’ का देश विरोधी नारा, हथियारों से बच्चों पर हमला: MP में सबको ‘देखा’ जा रहा है!
बच्चे गदर फ़िल्म के एक गाने को प्रस्तुत कर रहे थे। इसी दौरान 'विशेष संप्रदाय' कुछ लोगों ने देश विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए। इससे वहाँ भगदड़ की स्थिति बन गई। अफसोस, बात यहीं नहीं रुकी और...
गणतंत्र दिवस पर स्पीच को देखकर नहीं बोल पाईं कॉन्ग्रेस मंत्री, कहा ‘कलेक्टर साहब पढ़ेंगे’
उन्होंने इसकी वजह बाद में बताते हुए कहा कि पिछले दिनों बीमार होने के कारण वो बोल नहीं पाईं और कहा कि उनकी जगह कलेक्टर साहब बोलेंगे।
मध्य प्रदेश में अब RSS कार्यकर्ता की हत्या, 9 दिनों में 6 मर्डर से संघ-BJP में रोष
मध्य प्रदेश में राजनीतिक हत्याओं का यह दौर 16 जनवरी से शुरू हुआ था। भाजपा नेताओं व उनके रिश्तेदारों के साथ-साथ अब RSS के कार्यकर्ता भी निशाने पर!
‘कमलनाथ सरकार का हाल कर्नाटक जैसा हो जाएगा, वरना मुझे मंत्री बनाओ’
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं। इनमें कॉन्ग्रेस के 114 विधायक हैं। कमलनाथ ने बसपा के 2, सपा के एक और 4 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से राज्य में सरकार बनाई थी।
6 दिन में 5 BJP नेता का मर्डर: मध्य प्रदेश में राजनैतिक हत्याओं का दौर जारी
ग्वालियर भाजपा के ग्रामीण जिला मंत्री नरेंद्र रावत के भाई छतरपाल सिंह रावत की लाश पार्वती नदी के पुल के पास मिली। छतर सिंह के शरीर पर ज़ख़्म के कई निशान भी मिले हैं।
माखनलाल यूनिवर्सिटी की जाँच समिति के गठन पर ख़ुद घिरी कॉन्ग्रेस
कुलपति बनाए गए पी नरहरी राजीव गाँधी फाउंडेशन का प्रचार अपने सोशल मीडिया से कर चुके हैं। क्या उनकी सबसे बड़ी क़ाबिलियत फाउंडेशन का प्रचार करना है या इसके पीछे कॉन्ग्रेस की कुछ और ही मंशा है?
कमलनाथ को बसपा विधायक रामबाई का अल्टीमेटम, 20 जनवरी तक का दिया समय
बसपा विधायक का कमलनाथ को अल्टीमेटम