Friday, March 29, 2024

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Massacre

कश्मीर में हुआ हिन्दुओं का नरसंहार, श्रद्धांजलि दंगाइयों को: इतिहासकारों ने ऐसे बदल दी 13 जुलाई, 1931 की सच्चाई, ‘काफिर राजा’ के खिलाफ उतरी...

अंग्रेजों ने बनाए कुछ मुस्लिम नेता, जिन्होंने 'काफिर राजा' के विरुद्ध कुरान का हवाला देकर मुस्लिमों को भड़काया। फिर संगठित ढंग से हिन्दुओं का नरसंहार हुआ और उनकी दुकानें-घर लूट लिए गए। अंततः 'बुद्धिजीवियों' ने इस इस्लामी दंगे को 'सामंती राजा के खिलाफ जनता का विद्रोह' बता कर दंगाइयों को श्रद्धांजलि देनी शुरू कर दी।

IAS ऑफिसर नियाज़ खान का जागा ‘इस्लाम’, कहा- ‘कश्मीर फाइल्स ब्राह्मणों का दर्द, मुसलमानों की हत्याओं पर भी बने फिल्म, वे कीड़े नहीं’

"निर्माता को मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए एक फिल्म बनानी चाहिए। मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं।"

पानी में जहर, खाना बंद… जब 40000 हिंदुओं को घेरकर की फायरिंग: दलितों की लाश से बंगाल के बाघ बन गए आदमखोर

तारीख थी 31 जनवरी 1969, जब पश्चिम बंगाल के मरीचझापी में हिंदू शरणार्थियों को घेरकर उन पर गोलियाँ बरसाई गई।

‘किसान विद्रोह’, ‘मालगाड़ी में नरसंहार’, पर्यटन सर्किट: मालाबार में मोपला मुस्लिमों ने हिंदुओं का किया था कत्लेआम, लीपापोती कर रही केरल सरकार

मोपला मुस्लिमों द्वारा मालाबार में किए गए हिंदू नरसंहार को 2021 में 100 वर्ष हो गए हैं। ऐसे में केरल सरकार इन प्रयासों में जुटी है कि कैसे भी इसका जिक्र धो पोंछ कर बराबर हो।

जब मोपला में हुआ हिंदुओं का नरसंहार, तब गाँधी पढ़ा रहे थे खिलाफत का पाठ; बिना प्रतिकार मरने की दे रहे थे सीख

नरसंहार के बावजूद, भारतीय नेतृत्व जिसमें प्रमुख रूप से गाँधी शामिल थे, उसने हिंदुओं को उनके चेहरे पर मुस्कान के साथ मरते रहने के लिए कहा।

वो रात जब 6 साल की ‘अम्मा’ को भागना पड़ा, घर पर आज भी मुस्लिमों का कब्जा: मोपला हिंदू नरसंहार की एक कहानी यह...

स्मिता राजन ने बताया है कि कैसे मोपला हिंदू नरसंहार के दौरान उनकी नानी कल्याणीकुट्टी को अपने घर से भागना पड़ा था।

‘काफिरों! तुम्हारा अंत अब ज्यादा दूर नहीं…’: जरा याद उन हिंदुओं को भी कर लो जिनका कत्लेआम डायरेक्ट एक्शन डे के नाम

डायरेक्ट एक्शन डे, एक अलग देश के लिए कम, हिन्दू नरसंहार के लिए आतुर मुस्लिम कट्टरपंथियों के मन में सुलग रही मजहबी इच्छा का दिन था।

सेनारी नरसंहार में सबको बरी करने के फैसले की सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट, 34 लोगों की गला रेत और पेट चीर कर दी गई...

सेनारी नरसंहार पर हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए बिहार की नीतीश सरकार ने जो याचिका दाखिल की थी उसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है।

जब मार डाले गए 10000 हिंदू, पहचान के लिए उनकी संपत्तियों पर लिखा गया ‘H’: मजहबी पहचान बता ‘सेफ’ थे मुस्लिम और ईसाई

मुस्लिम और ईसाई अपने मजहबी प्रतीकों का उपयोग रक्षा के लिए कर रहे थे। जबकि हिंदुओं की पहचान के लिए अभियान चला। पीले रंग से बड़े अक्षरों में उनकी संपत्तियों पर ‘H’ लिखा गया।

अँधेरे में गॉंव में घुसे 500-600, घर से घसीटकर लाए गए ग्रामीण, 34 का गला काटा-पेट चीरा: 22 साल बाद कोई दोषी नहीं

हाई कोर्ट ने 13 दोषियों को रिहा कर दिया है। लिहाजा सवाल उठता है कि फिर सेनारी नरसंहार को अंजाम किसने दिया?

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