महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार को शुरू हुआ। सारी नजरें अजित पवार पर टिकी थी। एनसीपी विधायक दल के नेता रहे पवार ने बीते दिनों भाजपा को समर्थन देकर सबको हैरान कर दिया था। उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ली थी। लेकिन, मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
आज जैसे ही वे विधान भवन के परिसर में पहुॅंचे तो सांसद सुप्रिया सुले ने उन्हें गले लगा लिया। अजित एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे तो सुप्रिया बेटी है। सुप्रिया पार्टी विधायकों का स्वागत करने के लिए विधान भवन पहुॅंची थीं।
Mumbai: NCP leader Supriya Sule welcomed Ajit Pawar at #Maharashtra assembly, earlier today before the special session of the assembly. pic.twitter.com/ddwUJuC833
— ANI (@ANI) November 27, 2019
पत्रकारों से बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि वे एनसीपी में थे और अब भी हैं। उन्होंने पार्टी कभी नहीं छोड़ी। पवार ने पत्रकारों से पूछा कि क्या पार्टी ने मुझे निकाला? आपने ऐसी बात कभी सुनी या पढ़ी?
Ajit Pawar: I have already said that I was with NCP and I am with NCP. Have they expelled me? Have you heard or read this anywhere? I am still with NCP pic.twitter.com/LChXrfEPkI
— ANI (@ANI) November 27, 2019
उल्लेखनीय है कि जब अजित भाजपा के साथ चले गए थे तो सुप्रिया ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस में लिखा था कि पवार परिवार और पार्टी बॅंट गई है। उन्होंने लिखा था, “आप जीवन में किस पर भरोसा करोगे। इतना ठगा हुआ कभी महसूस नहीं हुआ। उनका बचाव किया, उन्हें प्यार दिया। देखो बदले में क्या मिला मुझे।”
NCP leader Nawab Malik on Ajit Pawar: In the end, he admitted his mistake. It is a family matter and Pawar Sahib has forgiven him. He is very much in the party and his position in the party has not changed. pic.twitter.com/I7TxzWzArf
— ANI (@ANI) November 27, 2019
पुणे की बारामती सीट से 1.65 लाख मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीतने वाले अजित के लौटने के बाद एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा है, “आखिर में उन्होंने अपनी गलती कबूल ली। यह पारिवारिक मसला है और पवार साहब ने उन्हें माफ कर दिया है। पार्टी में उनकी भूमिका में कोई बदलाव नहीं होगा।”