Tuesday, April 30, 2024
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जो गाली दे रहे, वही थिएटर खुलने पर टिकट के लिए भागते आएँगे: विशाल भारद्वाज ने बॉलीवुड माफिया का किया बचाव

विशाल भारद्वाज वही फिल्म निर्देशक हैं, जिन्होंने 'हैदर' फिल्म में न सिर्फ भारतीय सेना को अत्याचारी दिखाया था, बल्कि आतंकवादियों के प्रति भी सहानुभूति जताई थी। साथ ही फिल्म में एक मंदिर में शाहिद कपूर पर 'डेविल सॉन्ग' फिल्माया गया था, जिसके बाद इसके बॉयकॉट की माँग उठी थी।

बॉलीवुड में ड्रग्स नेटवर्क पर कार्रवाई के खिलाफ और इसमें फँसी फ़िल्मी हस्तियों के समर्थन में अब फिल्म निर्देशक विशाल भारद्वाज भी उतर आए हैं। उन्होंने इस बात से भी इनकार कर दिया है कि फिल्म इंडस्ट्री की कार्यप्रणाली में इनसाइडर-आउटसाइडर वाला जहरीला भेदभाव है। उन्होंने आरोप लगाया कि चंद लोग अपने निहित स्वार्थ के लिए बॉलीवुड की छवि खराब कर रहे। उन्होंने दावा किया कि बॉलीवुड में सभी लोग एक-दूसरे का समर्थन करते हैं।

शेक्सपियर के नाटकों पर फ़िल्में बनाने वाले विशाल भारद्वाज ने कहा कि वो किसी भी फ़िल्मी परिवार से नहीं हैं, लेकिन फिर भी उनके लिए बॉलीवुड में अब तक अनुभव एकदम ख़ुशी भरा रहा है। शुक्रवार (सितम्बर 25, 2020) को स्क्रीनरायटर्स एसोसिएशन अवॉर्ड के दौरान PTI के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से ऐसा नहीं लगता कि बॉलीवुड का वर्क कल्चर जहरीला है।

उन्होने दावा किया कि बॉलीवुड का वर्क कल्चर एकदम सुंदर है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोग अपने निहित स्वार्थ के लिए सिनेमा इंडस्ट्री को एक ‘टॉक्सिक वर्क कल्चर’ वाला बता रहे। उन्होंने कहा, “जो भी किया जा रहा है आजकल, उसके ‘वेस्टेड इंटरेस्ट्स’ किस तरह के हैं, ये सबको मालूम है।” उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कुछ थोड़ा-बहुत बुरा भी लगा है तो वो समान्य है, वो सारे प्रोफेशनों में होता रहा है।

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद चल रही चर्चा पर बोलते हुए विशाल भारद्वाज ने बॉलीवुड में ड्रग्स और नेपोटिज्म की बातों को नकारते हुए कहा कि यहाँ जिस तरह का इमोशनल सपोर्ट मिलता है, वो शायद किसी अन्य प्रोफेशन में आपको नहीं मिल सकता है। उन्होंने कहा कि ये एक शानदार इंडस्ट्री है, जिसका वर्क कल्चर जरा सा भी जहरीला नहीं है। उन्होंने कहा कि जैसे ही कोरोना के कारण बंद सिनेमा हॉल्स खुलेंगे, बॉलीवुड अपने पुराने रुतबे को वापस पा लेगा।

विशाल भारद्वाज ने ये भी कहा कि अभी एक ही साइड से बॉलिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि जैसे ही सारे थिएटर खुलेंगे, हम सब भी बॉलिंग करने उतरेंगे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जो आज बॉलीवुड को गाली दे रहे हैं, वो वही लोग हैं जो थिएटर जाकर हमारी फ़िल्में देखने के लिए टिकटें खरीदते हैं। विशाल भारद्वाज ने कहा, “हमारे शुक्रवार को भी जरा आने दो।” बता दें कि मार्च से ही सारे थिएटर्स बंद हैं।

ज्ञात हो कि NCB द्वारा बॉलीवुड की 4 बड़ी अभिनेत्रियों दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, रकुल प्रीत सिंह और श्रद्धा कपूर से पूछताछ की है। इन सभी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है। करण जौहर के क़रीबी क्षितिज प्रसाद को भी गिरफ्तार किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स को फिल्म निर्देशक करण जौहर ने अपने खिलाफ दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार बता दिया। जावेद अख्तर जैसे लोग भी बॉलीवुड के ड्रग गैंग के समर्थन में ही हैं।

ज्ञात हो कि विशाल भारद्वाज वही फिल्म निर्देशक हैं, जिन्होंने ‘हैदर’ फिल्म में न सिर्फ भारतीय सेना को अत्याचारी दिखाया था, बल्कि आतंकवादियों के प्रति भी सहानुभूति जताई थी। साथ ही फिल्म में एक मंदिर में शाहिद कपूर पर ‘डेविल सॉन्ग’ फिल्माया गया था, जिसके बाद इसके बॉयकॉट की माँग उठी थी। अलगावादियों और आतंकियों को ग्लोरिफ़ाई करने वाले विशाल भारद्वाज अब बॉलीवुड के ड्रग्स गैंग का समर्थन कर रहे हैं।

इससे पहले करीना कपूर ने बरखा दत्त के साथ बातचीत में नेपोटिज्म पर चर्चा को अजीब बताया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें किसी भी प्रकार का विशेष फायदा स्टार किड होने के नाते मिला। उन्होंने कहा था, ”दर्शकों ने ही हमें बनाया है। किसी और ने नहीं बनाया। यही लोग ऊँगली उठा रहे हैं। जिन्होंने स्टार्स के बच्चों को स्टार बनाया। आप जा रहे हो न फिल्म देखने? मत जाओ। किसी ने आपको जबरदस्ती किया है। मैं नहीं समझ पाती। मुझे तो यह चर्चा ही अजीब लगती है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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