‘फादर ऑफ़ मॉडर्न मार्केटिंग (Father Of Modern Marketing)’ कहे जाने वाले फ़िलिप कोटलर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि फ़िलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल लीडरशिप अवार्ड के लिए जो भी पैमाने तय किए गए थे- मोदी उन सब पर खड़े उतरे। मार्केटिंग जर्नल को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने इस पर खुल कर बात की। उन्होंने बताया कि आज के युग में एक नेता के क्या दायित्व होने चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि फ़िलिप कोटलर लीडरशिप अवॉर्ड उन्हीं को दिया जा सकता है जो:
- प्रतिनिधित्व वाली सरकार और सामाजिक न्याय में विश्वास रखते हैं।
- इस बात में विश्वास रखते हैं कि एक अच्छा समाज एक बेहतर व्यावसायिक वातावरण का निर्माण करेगा।
- पूरी शिद्दत और ईमानदारी के साथ सबकी भलाई के लिए काम करते हैं।
बकौल कोटलर, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन सभी पैमानों पर बाकी वैश्विक नेताओं से काफ़ी आगे हैं। मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारत की छवि में सुधार किया है। कोटलर ने कहा कि उपर्युक्त पैमानों को ध्यान में रखते हुए WMS (World Marketing Summit) की एक समिति ने इस पर मतदान किया और अंतिम निर्णय उनका था।
जब फ़िलिप कोटलर अवॉर्ड को लेकर चल रहे विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा पीएम मोदी को अवॉर्ड दिए जाने की आलोचना करना ख़ेदजनक है। यह अवॉर्ड जितना पीएम मोदी का सम्मान है, उतना ही पूरे भारत का सम्मान भी है। उन्होंने कहा कि वो स्वास्थ्य कारणों से नरेंद्र मोदी को खुद अवॉर्ड देने भारत नहीं जा सके। इसी कारण उन्होंने अपने मित्र जगदीश सेठ को कहा कि वो भारत जाकर पीएम मोदी को यह अवॉर्ड प्रदान करें।
I congratulate PM @narendramodi for being conferred the first ever Philip Kotler Presidential Award. He has been selected for his outstanding leadership & selfless service towards India, combined with his tireless energy. (1/2)
— Philip Kotler (@kotl) 15 January 2019
इसके अलावे कोटलर ने संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बारे में बात करते हुए कहा कि वो ट्रम्प के आलोचक हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रॉन के बारे में उन्होंने कहा कि मैक्रॉन अभी ‘येलो जैकेट क्रांन्ति’ में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी देश का नेता उस देश का ब्रांड गार्जियन होता है। वो कैसा व्यवहार करता है, इसका असर पूरे देश पर पड़ता है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले फ़िलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवार्ड से नवाजा गया है। नरेंद्र मोदी का चयन देश को उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान करने के लिए किया गया है। पीएमओ के अनुसार, यह अवार्ड ‘पीपुल, प्रॉफिट और प्लैनेट’ की अवधारणा पर केंद्रित है। हर साल यह अवॉर्ड किसी देश के नेता को दिया जाएगा। इस अवॉर्ड को दिए जाने के बाद राहुल गाँधी समेत कुछ विपक्षी नेताओं ने इसकी आलोचना की थी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी को जवाब देते हुए कहा था कि ऐसा व्यक्ति यह बात कह रहा है, जिसके परिवार में किसी ने ख़ुद को ही भारत रत्न दे दिया था।
फ़िलिप कोटलर फ़िलहाल केल्लॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में इंटरनेशनल मैनेजमेंट के प्रोफेसर हैं। उन्हें हाल ही में ‘मार्केटियर ऑफ़ द ईयर’ के अवॉर्ड से भी नवाज़ा जा चुका है।