एमजे अकबर पर ‘मी टू’ (Me Too) के तहत यौन शोषण का आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी को अदालत ने समन किया है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने प्रिया को 25 फ़रवरी के दिन अदालत के समक्ष पेश होने को कहा है। बता दें कि प्रिया रमानी द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा था। पूर्व मंत्री ने रमानी के ख़िलाफ़ अदालत में मानहानि का मुक़दमा दायर किया था, जिस पर सुनवाई करते हुए प्रिया रमानी को समन किया गया।
अक्टूबर 2008 में कई ट्वीट कर के रमानी ने अकबर पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे। पूर्व मंत्री ने मानहानि के केस को साबित करने के लिए अपनी तरफ़ से 6 गवाह पेश किए। सभी गवाहों ने अदालत को बताया कि एमजे अकबर के ख़िलाफ़ प्रिया रमानी द्वारा लगाए गए आरोप उनके लिए चौंकाने वाले थे। अदालत ने इन गवाहों के बयान सुनने के बाद प्रिया रमानी को आरोपित के रूप में समन किया। गवाहों ने कोर्ट को बताया कि इन आरोपों के बारे में जानने के बाद उनकी आँखों में अकबर के लिए मान कम हो गया। गवाहों ने यह भी कहा कि उन्होंने अकबर के साथ इतने दिन काम करने के बावजूद उनके ख़िलाफ़ कोई शिकायत वाली बात नहीं सुनी।
A Delhi court issued summons to Priya Ramani as an accused in the defamation case filed by former junior external affairs minister MJ Akbar against her
— ANI Digital (@ani_digital) January 29, 2019
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एमजे अकबर हमेशा अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते रहे हैं और उनका कहना है कि उन्हें जान-बूझ कर फँसाया जा रहा है। एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मेजिस्ट्रेट (ACMM) के समक्ष एमजे अकबर ने रमानी के आरोपों को ‘गढ़ी हुई घटनाएँ (Fabricated non-events)’ बताया था। वहीं अदालत के इस निर्णय के बाद प्रिय रमानी ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि अब उनकी तरफ की कहानी बताने का वक्त आ गया है।
Time to tell our side of the story 🙂 https://t.co/q5H9jTZ4UJ
— Priya Ramani (@priyaramani) January 29, 2019
प्रिया रमानी पेशे से पत्रकार हैं। उनके आरोपों के बाद कई अन्य महिलाओं ने भी एमजे अकबर पर आरोप लगाए थे। ‘मी टू’ में अब तक नाना पाटेकर, विनोद दुआ, आलोक नाथ, राजकुमार हिरानी और साज़िद ख़ान सहित कई हस्तियों के नाम आ चुके हैं।