Saturday, April 20, 2024
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दलित लड़की को फँसाने के लिए नवाजिश बन गया ‘विशाल’, दोस्तों से करवाया गैंगरेप: किराए पर रहने आया था, CM योगी से न्याय की गुहार

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लव जिहाद के नाम पर दलित युवती के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। जब पीड़िता को आरोपितों की असलियत पता चली, तो वह उसे लखनऊ में छोड़कर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि पुलिस ने केस दर्ज करने से मना कर दिया है, जिसके बाद पीड़िता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है।

पीड़िता ने बताया, “कुछ महीने पहले थाना अलीगंज इलाके में किराए के मकान पर रहने वाले नवाजिश ने उसे विशाल सिंह बनकर अपने प्यार के जाल ने फँसाया था। इस दौरान नवाजिश ने उसकी मुलाकात अपने अन्य दोस्तों इंतजार, आसिम, इरफान को हिन्दू बताकर करवाई और अपने दोस्तों से मेरा रेप भी करवाया।”

युवती ने बताया कि एक दिन नवाजिश ने उससे ढाई लाख रुपए और उसका मोबाइल माँगा। जब उसने देने से मना कर दिया, तो विशाल सिंह बने नवाजिश ने उससे कहा, ”जब तुमने सब कुछ मुझे सौंप दिया है तो उसके सामने इन पैसों और मोबाइल की क्या कीमत? मुझे अभी इसकी जरूरत है। जब मेरे पास रुपए आएँगे तब मैं तुम्हें वापस कर दूँगा और तुमसे शादी भी करूँगा।”

मुस्लिम युवक के झाँसे में आकर युवती ने अपने कमाए हुए ढाई लाख रुपए व मोबाइल उसे सौंप दिया। इसके बाद नवाजिश ने उससे मिलना बंद कर दिया। इधर, उसके तीनों दोस्त इंतजार,आसिम और इरफान भी अचानक से गायब हो गए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, युवती लव जिहाद व गैंगरेप की रिपोर्ट लिखवाने के लिए लखनऊ के दो थानों अलीगंज व नवीनगंज के पिछले 15 दिनों से चक्कर काट रही है, लेकिन अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस का कहना है कि जहाँ उसके साथ वारदात को अंजाम दिया गया, वह उनके थाना क्षेत्र में नहीं आता है। पीड़िता ने अब सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई है।

पंजाब में कई जगह किसानों ने रिलीज नहीं होने दी अक्षय कुमार की ‘सूर्यवंशी’, डरे हुए हैं सिनेमा हॉल वाले: फिर भी पहले दिन अच्छी कमाई

बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की हालिया रिलीज फिल्म ‘सूर्यवंशी’ जहाँ पूरे देश में धमाल मचा रही है, वहीं पंजाब एक ऐसा राज्य है जहाँ इसे मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।

पंजाब के कई हिस्सों में नहीं चली फिल्म

सूर्यवंशी दिवाली के अगले दिन यानी कि 5 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज की गई है। इसके रिलीज के बाद से पंजाब के किसान संगठन द्वारा विरोध शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर बॉयकॉट सूर्यवंशी का ट्रेंड चलने लगा है। किसान संगठन पंजाब के कई हिस्सों में सिनेमाघरों में इस फिल्म को चलने नहीं दिया।

रिपोर्ट्स के अनुसार पंजाब के बुडलाढा में दो सिनेमाघरों में शो नहीं चलाने का फैसला किया है क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं आंदोलनकारी उनकी संपत्ति को नुकसान न पहुँचा दें। वो डर में है कि फिल्म को अपने यहाँ चलाएँगे तो उन्हें विरोध झेलना पड़ सकता है। 

सत्ताधारी पार्टी से नजदीकी का है आरोप

पंजाब के किसान मोर्चा ने इस फिल्म का पूरी तरह बॉयकॉट करने का फैसला किया है। उनका मानना है कि अक्षय कुमार तत्कालीन सत्ता में काबिज पार्टी बीजेपी के बहुत करीबी हैं। अक्षय कुमार की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नजदीकियों की वजह से उन्हें ये विरोध झेलना पड़ रहा है। किसान मजदूर संगठन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से इस फिल्म को बॉयकॉट करने का आह्वान कर दिया है।

किसान एकता मोर्चा के फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर किया गया है, जिसमें लोगों से सूर्यवंशी को ना देखने की सलाह दी गई है। पोस्ट में लिखा गया है, “वो आते हैं, हमें लूटते हैं और भूल जाते हैं। हम पंजाब में सूर्यवंशी की रिलीज का विरोध करते हैं। हम इन लोगों को और लूटने की इजाजत नहीं देंगे। किसान एकता मोर्चा जिंदाबाद।” अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ अभिनीत इस फिल्म को रोहित शेट्टी ने निर्देशित किया है। इसमें अजय देवगन और रणवीर सिंह भी कैमियो करते नजर आ रहे हैं। 

हालाँकि विरोध के बावजूद रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी इस फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स का पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिल रहा है, जिसका सीधा असर फिल्म के ओपनिंग कलेक्शन में देखने मिला। शुक्रवार को रिलीज हुई इस फिल्म ने पहले दिन ही सिनेमाघरों की रौनक लौटाते हुए 26.29 करोड़ रुपए का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया। सूर्यवंशी भारत में 3,500 से अधिक स्क्रीनों पर और विदेशों में 1,300 स्क्रीनों पर रिलीज़ हुई

उल्लेखनीय है कि पिछले डेढ़ साल से कोविड-19 के चलते कोई भी बड़ी फिल्म रिलीज नहीं हुई है। सिनेमाघर खुलने के बाद चंद फिल्में ही रिलीज हुई हैं, हालाँकि उनका कलेक्शन न के बराबर था। अब अक्षय की सूर्यवंशी ने फिर एक बार सिनेमाघरों की रौनक बढ़ा दी है।

सूर्यवंशी का ओपनिंग कलेक्शन पिछले 2 साल का सबसे बड़ा कलेक्शन है। आखिरी बार ऋतिक रोशन, टाइगर श्रॉफ और वाणी कपूर की 2019 में रिलीज हुई फिल्म वॉर ने 30 करोड़ का ओपनिंग कलेक्शन किया था। अब 2 साल के अंतराल के बाद सूर्यवंशी ने रिकॉर्ड कायम किया है।

घर की दीवार पर ‘जय श्री राम’ से बवाल, बगल में है मजार: UP की फतेहपुर पुलिस ने बताया – धार्मिक चिह्न हटाने को नहीं कहा

उत्तर प्रदेश के जिला फतेहपुर में दीवाल पर जय श्रीराम लिखने के बाद हो रही बहसबाजी का वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में पुलिस बल भी दिखाई दे रहा है। सुनाई दे रही आवाजों में दूसरों को आपत्ति न होने की बात कही जा रही है। वीडियो पर कई लोगों ने अपनी अपनी राय रखी है।

सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान सम्पादक सुरेश चव्हाणके ने लिखा है, “अपने घर पर जय श्रीराम लिखना फतेहपुर में बैन, पुलिस जिहादियों के सुर में मिला रही है सुर।” इसी के साथ उन्होंने फतेहपुर पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस को टैग भी किया है।”

इसी घटना पर सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल ने भी अपनी राय रखी है। उन्होंने ट्वीट कर के लिखा है कि, “अपने घर की दीवार पर ‘जय श्री राम’ लिखना कब से अपराध हो गया फतेहपुर पुलिस? अगर किसी हिन्दू के घर के सामने मस्जिद है तो वह जीना छोड़ दे क्या? पुलिस कहीं की भी हो वह समुदाय के सामने दब्बू मानसिकता और सेक्युलरिज्म की बीमारी से ग्रसित है।”

इसी घटना का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। इस वीडियो में राहुल चौधरी मज़ार के निर्माण पर सवाल खड़े कर रहा। राहुल चौधरी के अनुसार, मज़ार का निर्माण किसी बाहरी व्यक्ति ने करवाया है। राहुल के अनुसार अगर वो भाजपा का भी झंडा ला देते हैं तो पुलिस में शिकायत कर दी जाती है।

ऑप इंडिया ने इस घटना की पड़ताल की। पड़ताल में यह मामला फतेहपुर के किशुनपुर थानाक्षेत्र का निकला। वीडियो में बहस कर रहे व्यक्ति का नाम राहुल चौधरी है। थाना प्रभारी किशुनपुर ने इस प्रकरण की विस्तार से जानकारी दी। उनके अनुसार पुलिस ने किसी धार्मिक शब्द को हटाने आदि का दबाव नहीं बनाया। वीडियो के एक छोटे हिस्से को मुद्दा बना कर विषय तो तूल देने का प्रयास भर है।

थाना प्रभारी ने बताया कि राहुल चौधरी के घर की दीवाल से सटी एक मजार है। यह मज़ार लगभग 10 साल पहले बनी थी। उस समय किसी ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई थी। मजार से जुड़ी दीवाल पर जय श्रीराम लिखे होने पर कुछ लोगों ने पुलिस को बुलवाया था। पुलिस ने सामान्य सवाल जवाब किए। धार्मिक शब्द या चिह्न को हटाने का कोई भी दबाव पुलिस ने नहीं बनाया। पुलिस ने सभी पक्षों से साम्प्रदायिक सद्भाव बना कर चलने की बात कही। कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य है।

राहुल चौधरी ने मज़ार द्वारा मार्ग के अतिक्रमण का भी आरोप लगाया है। क्षेत्र के SDM भी मौके पर पहुँचे हैं और वो नियमानुसार कार्रवाई कर रहे हैं। अतिक्रमण आदि का विषय पुलिस के अनुसार राजस्व विभाग का है। इसी के साथ ही पुलिस ने अपनी रिपोर्ट लगा कर आगे की कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया है।

‘…फिक्स्ड था भारत-अफगानिस्तान मैच’: शोएब अख्तर का बड़ा दावा, कहा – भारतीय टीम को फाइनल में फिर हराएँगे

T20 विश्व कप में भारत की लगातार दो जीत से बौखलाए पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज शोएब अख्तर ने आरोप लगाया है कि भारत-अफगानिस्तान का मैच फिक्स्ड था। उन्होंने कहा कि 90% लोग ऐसा कह रहे हैं कि इस मैच के परिणाम पहले से ही तय थे। उन्होंने शुक्रवार (5 नवंबर, 2021) को पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल ‘जियो न्यूज़’ के कार्यक्रम ‘जश्न-ए-क्रिकेट’ में ये बातें कही। इसके बाद सोशल मीडिया में कई मीम्स और दावे सामने आए। बता दें कि भारत ने अफगानिस्तान बड़े अंतर से हराया था।

शोएब अख्तर ने कई पाकिस्तानी क्रिकेटरों के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि अफगानिस्तान की टीम ने उस दिन अपनी पूरी क्षमता के साथ खेल नहीं दिखाया, जिससे उसकी हार हुई। बता दें कि अफगानिस्तान की टीम भारत के 211 के जवाब में मात्र 144 ही बना पाई थी। 20 ओवर में उनके 7 विकेट गिर गए थे। शोएब अख्तर ने ये भी दावा किया कि हमलोग (पाकिस्तान की टीम) फाइनल में भारत को फिर हराएँगे। शोएब अख्तर पाकिस्तान द्वारा भारत को हराए जाने के बाद से ही ऐसे बयान दे रहे हैं।

उन्होंने कहा, “सभी पाकिस्तानी चाहते हैं कि भारत T20 विश्व कप के फाइनल में पहुँचे। भारतीय टीम ने स्कॉटलैंड को हरा भी दिया है। इससे टूर्नामेंट के फाइनल में पहुँचने की उनकी उम्मीदें कायम हैं।” वहीं PTV के एंकर नोमान नियाज के साथ अपने विवाद पर उन्होंने कहा कि अपने स्वभाव के विपरीत वो किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने इस मामले में कुछ नहीं कहने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि उनकी माँ उम्रदराज हैं और वो अल्लाह और पैगम्बर मुहम्मद के अलावा किसी को खुश नहीं करना चाहते।

उन्होंने कहा कि वो लोगों को नहीं, अल्लाह को खुश रखना चाहते हैं। उन्होंने अपने उन प्रशंसकों का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस घटना के बाद उनका समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि वो एंकर डॉक्टर नोमान और सार्वजनिक मीडिया चैनल PTV, दोनों को उसी रात छोड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनकी बहन ने उस कार्यक्रम को छोड़ कर निकल जाने की उन्हें सलाह दी थी। बता दें कि रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशूहर पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर को पीटीवी (PTV) ने बैन कर दिया है।

दरअसल, 26 अक्टूबर 2021 को टी20 विश्व कप 2021 में न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच मैच खेला गया, जिसमें पाकिस्तान ने जीत हासिल की। इसी के बाद पीटीवी के विशेष प्रसारण ‘गेम ऑन है’ के दौरान अख्तर और नियाज के बीच बहस हो गई। हुआ ये कि शो के होस्ट नियाज ने अख्तर से पूछा कि क्या पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चेजिंग में कोई गड़बड़ी की है। नजरअंदाज किए जाने से चिढ़े नियाज ने अख्तर पर बदतमीजी का आरोप लगाया और उन्हें शो छोड़ने के लिए कहा। 

जिन्‍ना वाले बयान पर अखिलेश कायम, लोगों को दी इतिहास पढ़ने की नसीहत, CM योगी ने कहा- जिन्ना और पटेल को एक बताने वालों से रहें सावधान

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के हर जिले तक पहुँचने के क्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को समाजवादी पार्टी के गढ़ औरैया तथा इटावा के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि सरदार पटेल देश को जोड़ने वाले हैं, जबकि जिन्ना तोड़ने वाला। वहीं, अखिलेश ने कहा कि जिन्ना वाले बयान पर वह अब भी कायम हैं।

औरैया में राजकीय मेडिकल कॉलेज तथा विकास की अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास तथा लोकार्पण के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर जोरदार तंज कसा। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल देश को जोड़ने वाले हैं, जिन्ना देश को तोड़ने वाले। दोनों समकक्ष नहीं हो सकते। सरदार पटेल राष्ट्र के नायक हैं, लेकिन जिन्ना भारत की एकता को खंडित करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग यह तुलना कर रहे हैं, उनसे सतर्क रहना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्ना ने राष्ट्र-तोड़क के रूप में निंदित काम किया, लेकिन आज जिन्ना और सरदार पटेल की तुलना करने का जो प्रयास हो रहा है, हमें ऐसे तत्वों के मंसूबों को समझना होगा। भारत को तोड़ने वाले जिन्ना को कुछ लोग अपना मानते हैं। ऐसे लोग सरदार पटेल और जिन्ना में तुलना करने का प्रयास कर रहे हैं। जिन्ना के डायरेक्ट एक्शन को इस देश को नहीं भूलना चाहिए।

वहीं, सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जिन्ना पर दिए अपने बयान पर कायम हैं। अखिलेश ने कहा है कि लोगों को फिर से इतिहास की किताबें पढ़नी चाहिए। अखिलेश ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर योगी सरकार पर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने जिन्ना विवाद पर भी चुप्पी तोड़ी।

अखिलेश से पत्रकारों ने पूछा कि उन्होंने जिन्ना पर बयान किस संदर्भ में दिया था? इस पर अखिलेश ने कहा, “मुझे संदर्भ क्यों क्लियर करना चाहिए? मैं चाहता हूँ कि लोग फिर से इतिहास की किताबें पढ़ें।” याद दिला दें कि अखिलेश ने हरदोई में एक बयान दिया था, जिस पर काफी विवाद हो रहा है। अखिलेश ने जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से की थी।

अखिलेश यादव ने कहा था, “सरदार पटेल जमीन को पहचानते थे और जमीन को देखकर फैसले लेते थे, इसीलिए आयरन मैन के नाम से जाने जाते थे। सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़कर बैरिस्टर बने थे। वह बैरिस्टर बने उन्होंने आजादी दिलाई अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वह पीछे नहीं हटे।” उनके इस बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘शर्मनाक’ और ‘तालिबानी मानसिकता’ वाला बताया था और साथ ही कहा था कि इसके लिए अखिलेश यादव को माफी माँगनी चाहिए।

‘माफिया पर बुल्डोजर चला है तो संरक्षण देने वालों पर जरूर चलेगा, राजनीति के अपराधीकरण को रोकना होगा’: औरैया में बोले सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (6 नवंबर 2021) को औरैया में 280 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास और 109 करोड़ रुपए की लागत वाली 12 विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कॉन्ग्रेस सभी को बारी-बारी से राज्य में शासन करने का मौका मिला, लेकिन चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई रही।

अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “2017 में बीजेपी की सरकार आने के बाद हम लोगों ने सभी अस्पतालों में लाइव सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध करवाया। बीते 70 सालों में केवल 12 मेडिकल कॉलेज राज्य में बनाए गए थे, लेकिन अभी हमारी सरकार के पाँच साल भी नहीं पूरे हुए हैं और प्रदेश को 58 मेडिकल कॉलेज देने जा रही है, जिसमें 32 मेडिकल कॉलेज अभी काम रहे हैं। हम प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित करेंगे।”

सीएम योगी ने आगे कहा, “आज प्रदेश बदल रहा है। प्रदेश की छवि बदली है। पहले पेशेवर अपराधी और माफिया गरीबों, व्यापारियों और बेटियों का जीना हराम कर देते थे। पहले इस बात को लेकर होड़ लगती थी कि इन माफियाओं को कौन कितना अपने गले से लगाएगा, लेकिन आज सभी को पता है कि अगर माफिया के ऊपर बुल्डोजर चल रहा है तो उनको शरण देने वालों के ऊपर भी जरूर चलेगा।”

अब त्योहारों पर दंगे नहीं होते

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले कोई भी पर्व और त्योहार आते थे तो दंगे शुरू हो जाते थे। इसके साथ ही आम जनता पर झूठे मुकदमे भी दर्ज किए जाते थे, लेकिन साढ़े चार साल में राज्य के अंदर एक भी दंगा नहीं हुआ। अगर किसी ने ऐसी हिमाकत की तो उनकी सात पीढ़ियाँ भरते-भरते थक जाएँगी, लेकिन पूर्ति नहीं कर पाएँगी। इसके साथ ही सीएम ने राजनीति के अपराधीकरण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसे हर हाल में रोकना होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि भाजपा सरकार ने विकास योजनाओं में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया और न ही करेगी, लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं होगा। केवल औरैया जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत 63,083 परिवारों को 1,53,000 गोल्डन कार्ड दिए गए हैं। इसके अलावा, किसान सम्मान निधि के तहत 240 करोड़ रुपए की धनराशि अब तक अन्नदाताओं के खातों में भेजी जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कोरोना को मात देने के लिए लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की और कहा कि इस महामारी में अभी भी सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने वैक्सीन को कोरोना में सुरक्षा का बेहतर उपाय करार दिया।

गौरतलब है कि आज सीएम योगी ने जिस मेडकल कॉलेज का शिलान्यास किया। उसमें राजकीय मेडिकल कालेज में प्रशासनिक ब्लॉक, एकेडमिक ब्लॉक, पांच सौ बेड का चिकित्सालय, शैक्षणिक सत्र 2022-23 से एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश के अलावा लाइब्रेरी, मल्टीपर्पज हॉल, जिम, 460 क्षमता का छात्रावास, आवासीय भवन के अलावा प्ले ग्राउंड का निर्माण शामिल है। 

नहीं लेते हैं सुरक्षा, सरकारी गाड़ी से निजी काम भी नहीं: इस अधिकारी को आर्यन मामले की कमान, कॉमनवेल्थ घोटाले की कर चुके हैं जाँच

मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले की जाँच से समीर वानखेड़े को हटा दिया गया है। अब इस केस की जाँच पूर्व सीबीआई अधिकारी संजय सिंह करेंगे। संजय सिंह 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन यह सच है कि संजय सिंह सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल सिर्फ सरकारी कार्यों के लिए ही करते हैं। इतना ही नहीं वो अपने कार के नंबर प्लेट पर तीन स्टार नहीं लगाते और सुरक्षा भी नहीं लेते हैं। एक बार उन्हें सुरक्षा लेने का ऑफर भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इस बात का खुलासा आईपीएस अधिकारी के एक बैचमेट ने ‘न्यूज 18’ से बातचीत में किया है।

एडीजी रैंक के अधिकारी ने बताया कि संजय सिंह CBI में कार्य करने के दौरान तत्कालीन सीबीआई निदेशक के पसंदीदा अधिकारियों में से एक थे। इस दौरान वो काफी संवेदनशील जगहों पर भी रहे। सीबीआई में रहते हुए उन्होंने कॉमनवेस्थ गेम्स घोटाला और सीआरपीएफ भर्ती घोटाला समेत कई अन्य मामलों की जाँच की। संजय सिंह इससे पहले भुवनेश्वर के कमिश्नर, ओडिशा के एडिशनल डीजी भी रह चुके हैं। बताया जाता है कि संजय सिंह ने कई ड्रग्स नेटवर्क पर कार्रवाई की है। वह इस पद पर 31 जनवरी, 2025 तक रहेंगे।

पदभार संभालने के बाद मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डीडीजी संजय कुमार सिंह ने कहा, “हमने 6 मामलों के एक ग्रुप को अपने कब्जे में ले लिया है। वह (समीर वानखेड़े) मुंबई के जोनल डायरेक्टर हैं, हम निश्चित रूप से जाँच में उनकी सहायता लेंगे।”

बता दें कि ड्रग्स मामले में जाँच का नेतृत्व कर रहे जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े को जाँच से हटा दिया गया है। समीर वानखेड़े पर वसूली के आरोप लगने के बाद से ऐसा किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वानखेड़े को हटाए जाने के बाद मामले की जाँच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजय सिंह के नेतृत्व में एसआईटी को सौंपी गई है।

दामाद इशान मियाँ ने बीवी और ससुरालियों पर दर्ज कराया केस, पाक से मैच हारने के बाद टीम इंडिया का उड़ाया था मजाक

दुबई में हो रहे टी-20 विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम की पाकिस्तान क्रिकेट टीम से हार के बाद से लगातार कुछ लोगों द्वारा विवादित प्रतिक्रियाएँ दी जा रही हैं। ऐसा करने वालों पर पुलिस भी एक्शन ले रही है। अब ताजा मामला उत्तर प्रदेश के रामपुर के गंज कोतवाली क्षेत्र में सामने आया है। 

यहाँ एक परिवार ने मैच में हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों का मजाक बनाते हुए व्हाट्सएप पर स्टेटस डाल दिया। बताया जा रहा है कि इन लोगों ने आतिशबाजी भी की थी। यह बात परिवार के दामाद को पता चली तो उसने गंज कोतवाली में ससुराल के लोगों के खिलाफ शिकायत कर दी। गंज पुलिस ने उनकी शिकायत पर परिवार के लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया है। आरोपितों में युवक की बीवी भी शामिल है।

अपने ही ससुराल वालों पर मुकदमा कराने वाला युवक अजीमनगर थाना क्षेत्र के ग्राम सींगनखेड़ा का इशान मियाँ है। उसकी ससुराल गंज कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला थाना टीन में है। शादी के कुछ समय बाद ही उसकी बीवी से अनबन हो गई थी, जिसके बाद वह मायके आ गई और वहीं रहने लगी। महिला ने युवक व उसके परिवार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा भी दर्ज करा दिया था। 

अब युवक ने शुक्रवार (5 नवंबर 2021) को गंज काेतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में युवक ने आरोप लगाया है कि 24 अक्टूबर को टी-20 विश्व कप में भारत बनाम पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हुआ था। इसमें भारत मैच हार गया था। देश की टीम के हारने पर उसके ससुराल वालों ने व्हाट्सएप पर भारतीय खिलाड़ियों का मजाक बनाते हुए स्टेट्स लगाया था।

वहीं, उसकी बीवी राबिया का कहना है कि उसके फोन में मजाक उड़ाने वाला स्टेटस किसी बच्चे ने लगा दिया होगा। इसका स्क्रीनशॉट लेकर पति ने इसे मुद्दा बना दिया है। राबिया के अनुसार, इशान मियाँ से उसका निकाह 4 महीना पहले हुआ था, लेकिन उसके शौहर ने मारपीट करके उसे घर से निकाल दिया।  

गंज कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि शिकायत की जाँच की गई, जिसमें युवक के ससुराल वालों द्वारा भारतीय क्रिकेट टीम का मजाक उड़ाने की बात सामने आई है। जाँच के बाद युवक की बीवी राबिया शमसी समेत अन्य ससुरालियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इनके खिलाफ IPC की धारा 153A और IT act की धारा 67 के तहत FIR दर्ज की गई है।

रामायण में घुसाई अश्लीलता, ठहाके लगाते रहे लोग: ‘सेंट मेरी’ और DAV स्कूल की रामलीला, ‘बजरंग दल’ ने दर्ज कराई शिकायत

हरियाणा के फतेहाबाद के 2 अलग अलग स्कूलों पर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा है। इसमें पहले का नाम डी ए वी पब्लिक स्कूल और दूसरा सेंट मेरी पब्लिक स्कूल है। बजरंग दल ने दोनों स्कूलों के खिलाफ स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। सोशल मीडिया पर भी इन घटनाओं से जुड़ा वीडियो वायरल हो रहा है।

DAV स्कूल में रामलीला मंचन

वायरल हो रहे वीडियो में भगवान् राम और लक्ष्मण का आपत्तिजनक चित्रण किया गया है। साथ ही अन्य दृश्य में अश्लीलता दिखाई गई है। वीडियो में मंचन के दौरान बाकी स्कूल स्टाफ द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताया जा रहा। वीडियो के दौरान दर्शक दीर्घा से ठहाकों की आवाजें सुनाई दे रही हैं।

अपने शिकायती पत्र में बजरंग दल ने कहा है कि डी ए वी स्कूल और सेंट मेरी स्कूल में रामलीला का मंचन किया गया। इस मंचन के दौरान देवताओं का भद्दे तरीके से मज़ाक उड़ाया गया। बजरंग दल ने दोनों स्कूल संचालक, प्रिंसिपल, शामिल सभी अध्यापक और अध्यापिकाओं के साथ आपत्तिजनक मंचन करने वालों पर कार्रवाई की माँग की है।

दोनों स्कूलों के विरुद्ध शिकायत

इस मामले में ऑप इंडिया ने शिकायतकर्ता से बात की। बजरंग दल पदाधिकारी दीपक सैनी ने बताया कि आए दिन हिन्दू भावनाओं का अपमान करना इस स्कूलों की आदत बन चुकी है। इसी के साथ उन्होंने इस मामले में ऊपर से समझौते का दबाव आने की भी बात कही। दीपक सैनी ने पुलिस की कार्यशैली पर पर असंतोष जताया। उनके अनुसार शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने अब तक इस प्रकरण में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। दीपक सैनी ने यह भी बताया कि पुलिस की हीलाहवाली के विरोध में बजरंग दल ने प्रदर्शन भी किया था। इस प्रदर्शन में सेंट मेरी और डी ए वी स्कूल के बहिष्कार के भी नारे लगे थे।

जब सेंट मेरी स्कूल का पक्ष जानने के लिए उन्हें सम्पर्क किया गया तब उनके सोशल हैंडलों पर दिए गए नंबर बंद आए।

NCP से जुड़ा है इस ‘खेल’ का मास्टरमाइंड सुनील पाटिल, डील के लिए गोसावी को किया था आगे: आर्यन खान ड्रग्स केस में BJP नेता का बड़ा खुलासा

आर्यन खान ड्रग्स मामले में एक के बाद एक ट्वीस्ट सामने आ रहे हैं। इस मामले में महाराष्ट्र के बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मोहित कंबोज ने कहा, ”आज 6 नवंबर को मैं कुछ विषयों की जानकारी लेकर आपके सामने आया हूँ। महाराष्ट्र में और देश में पिछले म​हीने यानी 2 अक्टूबर के बाद एक विवादित मामला, आर्यन खान ड्रग्स केस चर्चा में आया। नारकोटिक्स विभाग ने क्रूज पर रेड की। इस रेड को लेकर जिस तरह राजनीति हुई, उसके बारे में मैं आपको कुछ बताने जा रहा हूँ।”

आर्यन खान ड्रग्स केस को लेकर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ”महाराष्ट्र सरकार के एक बड़े मंत्री ने भाजपा, कुछ अधिकारियों और एनसीबी पर आरोप लगाए हैं।” कंबोज ने कहा, ”किरण गोसावी, मनीष भानुशाली और प्रभाकर सैल कौन हैं इसके बारे में बताऊँगा, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी से जोड़कर दिखाया गया।”

मोहित कंबोज ने कहा, “इस पूरी रेड का मास्टरमाइंड सुनील पाटिल है। वह नेशनलिस्ट कॉन्ग्रेस पार्टी (एनसीपी) से जुड़ा हुआ है। एनसीपी से सुनील पाटिल के 20 साल से संबंध हैं। वह हाल ही में गिरफ्तार हुए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के बेटे ऋषिकेश देशमुख का जिगरी दोस्त है। सिर्फ अनिल देशमुख ही नहीं, महाराष्ट्र सरकार के कई मंत्रियों और नेताओं के साथ उनके गहरे ताल्लुकात हैं। ये उनके घर के सदस्य जैसा हैं। यही नहीं, पूर्व गृह मंत्री आरआर पाटिल से भी इसके करीबी संबंध रहे हैं।”

कंबोज ने आगे कहा, “अनिल देशमुख पर प्रवर्तन निदेशालय की जो कार्रवाई हो रही है, उसमें भी सुनील पाटिल भागीदार है। सुनील पाटिल वही शख्स हैं, जो गृहमंत्री और गृह मंत्रालय के साथ मिलकर अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग का रैकेट चलाता था और इसके पैसे लेता था। वह महाराष्ट्र में ट्रांसफर पोस्टिंग का रैकेट में 20 सालों से जुड़ा हुआ है। इस काम में उसकी मदद कई ब्यूरोक्रेट्स भी करते हैं। जब महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार आई, तब वह अंडरग्राउंड हो गया था। हालाँकि, महाविकास अघाड़ी सरकार के आते ही वह दोबारा एक्टिव हो चुका है।”

सुनील पाटिल का आर्यन खान मामले से संबंध

सुनील पाटिल का आर्यन खान मामले से क्या संबंध है इसको लेकर कंबोज ने कहा, ”आपको पता होगा सैम डिसूजा के बारे में। इसका जिक्र नवाब मलिक, संजय राउत ने भी किया है और प्रभाकर सैल के एफिडेबिट में भी किया गया है। सुनील पाटिल ने 1 अक्टूबर को सैम डिसूजा को व्हा्टसप किया।” उन्होंने व्हा्टसप चैट दिखाते हुए कहा, ”पाटिल ने सैम से कहा कि मेरे पास 27 लोगों की लीड है। तुम मेरी एनसीबी के किसी अधिकारी से बात कराओ। इसके बाद एनसीबी में वी.वी सिंह नाम के अधिकारी से उसकी बात कराई गई।”

मोहित कंबोज ने आरोप लगाया कि किरण गोसावी एनसीपी नेता सुनील पाटिल का आदमी है। पाटिल के कहने पर ही सैम डिसूजा ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी वी.वी सिंह की मुलाकात किरण गोसावी से करवाई थी। बाद में पूरी डीलिंग किरण गोसावी की देखरेख में हुई थी। ऐसे में नवाब मलिक के आरोप कितने सही हैं, यह आपको इन सबूतों से स्पष्ट हो जाएगा।

कंबोज ने सुनील पाटिल की एक कथित ऑडियो क्लिप भी सुनाई। उन्होंने दावा किया कि इसमें सुनील पाटिल का नाम है, जो मौजूदा और पूर्व गृह मंत्री का नाम ले रहा है। उन्होंने आगे कहा, ”इस मामले में भाजपा और किसी भाजपा नेता का कोई संबंध नहीं है। यह पूरी साजिश भाजपा को बदनाम करने के लिए रची गई। एनसीपी को सुनील पाटिल से अपने संबंधों के बारे में बताना चाहिए। सुनील पाटिल एक बड़े होटल में रुका था, वहाँ कौन से एनसीपी नेता थे, जो उससे मिलने गए थे। नवाब मलिक को जवाब देना चाहिए।”

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