Monday, September 30, 2024
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‘मैं मर्दों के साथ नहीं सोता’- कर्नाटक विधानसभा स्पीकर का बेतुका बयान

कॉन्ग्रेस नेता और कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार एक बार फिर से अपने बेतुके बयान के कारण खबरों में आ गए है। इस बार उन्होंने अपनी पार्टी के ही नेता के एच मुनियप्पा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह पुरुषों के साथ सोना पसंद नहीं करते हैं, उनके पास उनकी अपनी पत्नी है।

दरअसल, के एच मुनियप्पा ने 15 फरवरी को श्रीनिवासपुर तालुक में कनक कम्युनिटी हॉल का उद्घाटन करते हुए कहा था, “रमेश कुमार और मैं पति-पत्नी की तरह हैं। हमारे बीच कोई विवाद नहीं है।” मुनियप्पा ने यह जवाब टिकट संबंधी सवाल पर दिया था।

एक महीने पुराने इस बयान पर रमेश ने अब प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं मर्दों के साथ सोना पसंद नहीं करता। मेरे पास अपनी पत्नी है। हो सकता है कि उनकी मुझमें दिलचस्पी हो लेकिन मुझे उनमें दिलचस्पी नहीं है। मेरा किसी के साथ एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर नहीं हैं।”

खबरों के मुताबिक आगामी चुनाव में टिकट को लेकर कॉन्ग्रेसी नेता के एच मुनियप्पा और रमेश कुमार के बीच काफ़ी मनमुटाव पैदा हो गया था। जिसके बाद से दोनों के बीच ऐसी नोंक-झोंक देखने को मिल रही है। इसके चलते रमेश ने मुनियप्पा की खुलेआम कई बार आलोचना भी की है।

बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि रमेश कुमार ऐसे बयान देकर विवादों में आएँ हों। कुछ समय पहले रमेश ने सदन में बहस के दौरान बार-बार अपना नाम आने पर अपनी तुलना रेप पीड़िता से कर डाली थी, जिसके कारण उनकी काफ़ी आलोचना भी हुई थी।

5 मुस्लिमों को दिया है BJP ने पहली लिस्ट में टिकट

चुनावी चहल-पहल के बीच भारतीय जनता पार्टी के बारे में आशंका जाहिर की जा रही थी कि अपनी हिंदूवादी छवि को आगे बढ़ाने के लिए वह मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारेगी, लेकिन भाजपा की पहली लिस्ट को देखने से ही यह आशंका बेबुनियाद साबित हुई है। BJP ने पहली लिस्ट के 184 उम्मीदवारों में से 5 मुस्लिम उम्मीदवारों को जगह दी है। ये उम्मीदवार जम्मू कश्मीर और लक्षद्वीप जैसी जगहों से हैं जहाँ मुस्लिम मतदाता ज्यादा प्रमुख भूमिका निभाते हैं। 

भाजपा द्वारा जारी की गई पहली लिस्ट में पार्टी ने जम्मू-कश्मीर से 5 उम्मीदवारों की घोषणा की है। पार्टी ने बारामुला से एमएम वार, श्रीनगर से खालिद जहाँगीर और अनन्तनाग सीट से सोफी यूसफ को टिकट दिया है।इसके अलावा जम्मू कश्मीर की अन्य 2 सीटों में उधमपुर से डॉक्टर जितेन्द्र सिंह और जम्मू सीट से जुगल किशोर शर्मा को टिकट दिया गया है। भाजपा ने लक्षद्वीप से अब्दुल खादिर को मैदान में उतारा है, पाँचवे मुस्लिम उम्मदवार जलोथू हुसैन नाईक हैं, जो तेलंगाना के महबूबाबाद से चुनाव लड़ेंगे।

BJP ने ये 5 नाम ऐसे समय पर जारी किए हैं जब विपक्षी दल आशंका जता रहे थे कि भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव में उन्हीं की तरह हिंदूवादी एजेंडे को आगे रखकर लड़ना चाहती है और इसके लिए वह किसी मुख्य सीट से किसी मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारेगी।

कॉन्ग्रेस पार्टी को पाकिस्तान से राष्ट्रवाद के मायने सीखने चाहिए

एक बात पूछना चाहता हूँ कॉन्ग्रेसियों से कि तुमको मोदी से दुश्मनी है, भाजपा से दुश्मनी है, ये सब मान लेता हूँ लेकिन इतना तो बता दो कि तुमको प्रेम, मोहब्बत और लगाव किससे है, क्यों है, और किस हद तक है?

क्या तुमको सोनिया गाँधी से लगाव है, क्या तुमको राहुल गाँधी से प्रेम है, या फिर प्रियंका वाड्रा से मोहब्बत है? अगर ऐसा है भी तो उसका एक सपाट कारण बता दो कि इन लोगों का देश, समाज और अर्थव्यवस्था में क्या योगदान है जो तुम इन पर अपनी जान न्यौछावर करते हो?

क्या तुम अपनी अंतरात्मा के हवाले से कह सकते हो कि 10 जनपथ की प्राइवेट लिमिटेड कॉन्ग्रेस पार्टी से तुम किसी भी वृहद और पवित्र उद्देश्य से जुड़े हो?

क्या कॉन्ग्रेस से जुड़ने के पीछे एकमात्र शांतिदूतों वाली वह सोच नहीं है कि ‘लूट’ यहाँ ‘जायज’ है, और उस लूट का बँटवारा पूरी ईमानदारी से किया जाता है! और कॉन्ग्रेस से जुड़ने वाला हर एक व्यक्ति ‘लूट’ की इसी एकमात्र ‘एकीकृत’ सोच के लिए पार्टी से जुड़ा रहता है, और जीवन पर्यन्त इसी सोच और मिशन के साथ में काम करता है, कि जिस दिन मौका मिलेगा दोनों हाथों से लूट डालेंगे!

क्या तुमको शर्म नहीं आती, जब तुम्हारे नेता देश के प्रधानमंत्री को आतंकी कहते हैं और उस पर पुलवामा में अपने ही जवानों को मार डालने का घिनौना इल्ज़ाम लगाते हैं ? क्या तुमको शर्म नहीं आती कि तुम्हारे नेताओं की वजह से पाकिस्तानी मीडिया को ज्यादा मेहनत ही नहीं करनी पड़ती; भारत के खिलाफ़ उसे जितना भी मसाला और प्रोपगेंडा चाहिए होता है, वह सब कॉन्ग्रेसी नेताओं के बयानों और हरकतों से हासिल हो जाता है ?

क्या तुमको शर्म नहीं आती कि तुम्हारे परम पूज्य नेता राजीव गाँधी के हजारों भाषण लिखने वाले, उनके दौर में प्रधानमंत्री कार्यालय में काम करने वाला एक नेता पाकिस्तान जाकर मोदी के खिलाफ ज़हर उगलता है और वहाँ के नेशनल टीवी पर बैठकर पाकिस्तानी हुक्मरानों से मोदी सरकार का तख्ता पलट करने की अपील करता है ?

क्या तुमको शर्म नहीं आती कि आज तुम्हारी ही पार्टी के एक नेता सैम पित्रोदा ने पाकिस्तान के नेशनल डे के अवसर पर सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और पाकिस्तान को मुँहतोड़ जवाब देने की मोदी सरकार की नीति को ही एंटी-नेशनल साबित कर दिया है। वे कह रहे हैं कि पाकिस्तान से ऐसे हमले होते रहते हैं लेकिन हमें इस मैनर से जवाब नहीं देना चाहिए था!

ठीक है तुमको तब भी नहीं आती होगी, लेकिन आज तुम लोगों के ऊपर पूरे देश को आ रही है- शर्म। अगर तुम नेशनलिज्म भाजपा से नहीं सीख सकते तो पाकिस्तान से ही सीख लो, जहाँ का मीडिया और विपक्ष, बेशक अपनी सरकार और सेना को हर मोर्चे पर कठघरे में खड़ा करता है, लेकिन जब भारत के खिलाफ सेना के समर्थन और कड़े रुख की बात आती है, तो वहाँ का पूरा आवाम एक सुर में भारत के विरोध में खड़ा नज़र आता है।

लेकिन तुम लोगों को शर्म नहीं आएगी। क्योंकि उसकी वजह बड़ी वाज़िब सी है, अगर शर्म आ गई तो लूट के उस माल का क्या होगा जो अभी तक कॉन्ग्रेस का झंडा उठाने और इटली के खानदान की जय-जयकार से हासिल किया है, अगर शर्म आ गई तो उन संभावित लूटों में मिलने वाले हिस्से का क्या होगा, जो गाँधी परिवार के फिर सत्ता में आने पर कार्यान्वित होगी।

देश के संसाधनों की अंधाधुंध लूट ही वह एकमात्र एजेंडा, उद्देश्य और लक्ष्य है, जो किसी भी एक सामान्य इंसान को कांग्रेसी बनने पर प्रेरित करता है। अगर इसके अलावा भी, किसी के कांग्रेसी बनने और होने की कोई और वजह हो, तो मुझे जानकर बड़ी प्रसन्नता होगी और आश्चर्य भी।

सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना भारत, कर्ज माफी नहीं है अच्छा निर्णय: IMF

IMF के अनुसार भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं की लिस्ट में आ गया है। IMF का कहना है कि चूँकि भारत देश ने पिछले 5 सालों में आर्थिक मोर्चे पर कई सारे अहम बदलाव किए हैं, इसलिए इन सभी बदलावों का असर अब देखने को मिलेगा। हालाँकि, अभी इस दिशा में कुछ और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

7% से ज्यादा है भारत की विकास दर

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की सूचना निदेशक गैरी राइस के अनुसार भारत हर साल 7% से ज्यादा की विकास दर से आगे बढ़ रहा है। GDP में वृद्धि की वजह से भारत, आने वाले सालों में अच्छी प्रगति कर सकता है। भारत के बारे में IMF का पूर्ण मूल्यांकन अगले महीने जारी होने वाली रिपोर्ट में आएगा। यह रिपोर्ट पहली बार गीता गोपीनाथ के मुख्य अर्थशास्त्री बन जाने के बाद जारी होगी। 

बैंकों का NPA, कर्ज माफी बड़ी समस्या

हालाँकि IMF ने कहा है कि बैंकों का NPA और कर्ज माफी अभी भी बड़ी समस्या है। इसके अलावा कई कंपनियाँ दिवालिया कानून (Insolvency & Bankruptcy Code-IBC) की प्रक्रिया से गुजर रही हैं। इसके साथ ही राज्य सरकारों को भी बेहतर नतीजे आर्थिक मोर्चे पर दिखाने होंगे।

कर्ज माफी नहीं है सही कदम

अंतरराष्ट्र्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा है कि भारत में किसानों की कर्ज माफी करना राज्य सरकारों का एक सही कदम नहीं है, इसके मुकाबले उनके बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर करना बेहतर है। कर्ज माफी से किसानों की समस्या पूरी तरह से खत्म नहीं होगी।

पैदावार बढ़ाने के लिए सरकार उठाए कदम

गीता गोपीनाथ का मानना है कि किसानों की समस्या को सुलझाने के लिए सरकार को उनके साथ मिलकर काम करना चाहिए। इसके साथ ही पैदावार बढ़ाने के लिए उनको बेहतर बीज व तकनीक उपलब्ध करानी चाहिए।
लोकसभा चुनाव से पहले किसानों को खुश करने के लिए कई राज्य सरकारों ने कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। कॉन्ग्रेस ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और भाजपा ने गुजरात व आसम में किसानों के लिए कर्ज माफी का एलान किया था। कॉन्ग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा था कि जब तक पूरे भारत में किसानों की कर्ज माफी नहीं होगी, वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चैन से सोने नहीं देंगे। 

पहले भी मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की तारीफ कर चुकी हैं अंतरराष्ट्रीय संस्थाएँ

इसके पहले कई और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएँ भी भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ कर चुकी हैं। केंद्रीय वित्‍त मंत्री अरुण जेटली के मुताबिक मोदी सरकार के कार्यकाल में भारतीय इकोनॉमी सबसे मजबूत रही है। अरुण जेटली ने हाल ही में कहा था कि आजादी के बाद पहली ऐसी सरकार है, जिसने भारतीय इकोनॉमी को नई ऊंचाई दी है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए वित्‍त मंत्री जेटली ने बताया था कि 1947 के बाद की सरकारों के 5 साल के कार्यकाल की तुलना में मोदी सरकार (2014-19) में औसत GDP ग्रोथ रेट 7.3% है।

दिल्ली में ‘जैश’ का आतंकी गिरफ्तार, शॉल बेचने का करता था ढोंग, स्लीपर सेल की थी तैयारी

पुलवामा हमले की जाँच में जुटे सुरक्षाकर्मियों के हाथ कल एक बड़ी सफलता लगी है। गुरुवार (मार्च 21, 2019) को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी सज्जाद खान को गिरफ्तार किया है। बता दें कि सज्जाद पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सिर का करीबी सहयोगी था, जिसे इस महीने की शुरुआत में मार दिया गया था।

जानकारी के अनुसार, आतंकी, 27 वर्षीय सज्जाद खान जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का ही रहने वाला था। दिल्ली पुलिस ने इसे गुरुवार को लाजपत नगर मार्केट के पास से गिरफ्तार किया है। सज्जाद का नाम एनआईए की मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल है। स्पेशल सेल के डिप्टी कमिश्नर प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया सज्जाद को मुदस्सिर द्वारा दिल्ली में एक स्लीपर सेल बनाने का काम सौंपा गया था।

यहाँ बता दें कि सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकी हमले की साजिश रचने वाले आतंकी मुदस्सिर अहमद को 11 मार्च को त्राल क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में मार गिराया जा चुका है। मीडिया खबरों के अनुसार, सज्जाद दिल्ली में शॉल बेचने वाला बनकर छिपा हुआ था। एनआईए ने भी इसकी एक्टिविटी के बारे में इनपुट दिया था।

जाँच में सामने आया है कि सज्जाद के 2 भाई भी जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे, जिन्हें सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। सज्जाद ने पूछताछ में यह भी खुलासा किया है कि पाकिस्तानी आतंकी यासिर और पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड मुदस्सिर फर्जी नंबरों की मदद से उससे एक एप के जरिए बात किया करते थे।

खुफिया एजेंसियों को इसके इनपुट मिले थे कि जैश के आतंकी दिल्ली में बड़ा हमला करने की सोच रहे हैं। अब ऐसे में इस गिरफ्तारी से यह बात तो पक्की हो गई है कि वह वाकई दिल्ली में छिपकर किसी हमले की फिराक में थे।

बता दें कि जिस ‘मोहम्मद भाई’ का क़रीबी सज्जाद को बताया जा रहा है वह मुदस्सिर अक्सर परदे के पीछे से कार्य किया करता था और चर्चा में कम रहता था। 23 वर्षीय मुदस्सिर ने स्नातक पास किया था और इलेक्ट्रीशियन था। उसने आईटीआई का कोर्स कर रखा था। पुलवामा आतंकी हमले के दौरान उसने ही गाड़ी और विस्फोटक का इंतजाम किया था। आदिल अहमद डार नामक आत्मघाती आतंकी ने सीआरपीएफ की वैन को टक्कर मारी थी। मुदस्सिर लगातार उसके संपर्क में था। वह फ़रवरी 2018 में सुंजवाँ में हुए आतंकी हमले में भी शामिल था। उस हमले में 6 सुरक्षा बल के जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे और एक नागरिक की भी मृत्यु हो गई थी।

AAP प्रोपेगेंडा ट्रोल ध्रुव राठी ने अडानी के बारे में फैलाया झूठ, मानहानि के डर से डिलीट किया ट्वीट

आम आदमी पार्टी के प्रोपेगेंडा ट्रोल ध्रुव राठी को एक फिर से फेक न्यूज़ फैलाते हुए और अडानी समूह के बारे में झूठा दावा करते हुए पकड़ा गया। कल (मार्च 21, 2019), राठी ने छत्तीसगढ़ में एक जंगल की एक तस्वीर को ट्वीट करते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में सबसे अधिक घने जंगल के 1,70,000 हेक्टेयर जमीन को अडानी को बेच दिया।

हालाँकि, अडानी समूह ने राठी के झूठ को बेनकाब करने के लिए ट्विटर का ही सहारा लिया। कल रात एक ट्वीट में, अडानी ग्रुप ने तथ्यात्मक रूप से गलत ट्वीट पर कड़ी आपत्ति जताई जिसमें कंपनी के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण और गलत दावे किए गए थे। उन्होंने कहा, “हमने जमीन का निर्दिष्ट हिस्सा का अधिग्रहण नहीं किया है और न ही सरकार ने हमें इसे बेचा है। हमारी छत्तीसगढ़ में कोई खान नहीं है।” फिर क्या था, कानूनी कार्रवाई से घबराए राठी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।

यह पहली बार नहीं है जब AAP और उनके प्रोपेगेंडा फैलाने वाले समर्थकों ने अडानी के खिलाफ अपने झूठे दावों के कारण अपने ट्वीट को हटाने के लिए मजबूर हुए हों। पिछले महीने पुलवामा हमलों के मद्देनजर, दिल्ली के शिक्षा मंत्री, मनीष सिसोदिया ने एक गलत दावा किया था कि अडानी समूह पाकिस्तान को बिजली की आपूर्ति कर रहा है। और जब अडानी समूह ने उनके झूठ का पर्दाफाश किया तो सिसोदिया ने ट्वीट को बिना किसी स्पष्टीकरण या फेक न्यूज़ फैलाने के लिए माफी माँगने के, चुपचाप डिलीट कर दिया।

वैसे फेक न्यूज़ फैलाने के मामले में राठी का भी ट्रैक रिकॉर्ड बहुत पुराना है। पिछले साल अक्टूबर में, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और भाजपा स्वयंसेवक विकास पांडे द्वारा राठी पर 15 लाख रुपए का मानहानि का मुकदमा दायर किया गया था।

गौतम गंभीर औपचारिक रुप से हुए बीजेपी में शामिल

लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी में एक और सितारा शामिल हो गया है। बता दें कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने वित्त मंत्री अरुण जेटली और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद की उपस्थिति में औपचारिक रूप से बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। गौतम गंभीर आज से एक नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। क्रिकेट में अपना कमाल दिखाने के बाद अब राजनीति में अपनी काबिलियत दिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। भारतीय क्रिकेट में अपनी सेवाओं के लिए देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से नवाजे गए गंभीर अब राजनीति में आकर देश के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं।

इस अवसर पर अरुण जेटली ने कहा कि गौतम गंभीर के आने से भारतीय जनता पार्टी को बड़ा फायदा होगा। बीजेपी भी गंभीर के टैलेंट का उपयोग करेगी। वहीं पार्टी की सदस्‍यता लेते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के विजन से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्‍यता ली है।

चूँकि गौतम गंभीर दिल्ली के निवासी हैं, इसलिए उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद ये अनुमान लगाया जा रहा है कि वह नई दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। गौतम गंभीर के करीबियों ने भी पिछले दिनों इसका संकेत दे दिया था कि वह नई दिल्ली से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।

वहीं अगर गौतम गंभीर के क्रिकेट करियर की बात करें तो पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं। उन्होंने अपने प्रोफेशनल क्रिकेट करियर का आखिरी मैच रणजी ट्रॉफी में आंध्र प्रदेश के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेला था। जिसमें उन्होंने 185 गेंदों पर 112 रन की पारी खेली थी। उस मैच में दिल्ली की टीम विजयी हुई थी।

गौतम गंभीर ने टी20 विश्वकप-2007 और एकदिवसीय विश्वकप-2011 में भारतीय टीम की जीत के लिये बड़ा योगदान दिया था। उन्होंने दोनों विश्व कप के फाइनल मैच में भारत की ओर से सर्वाधिक व्यक्तिगत रन भी बनाए थे। भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान अतुलनीय है। हालाँकि इन्होंने क्रिकेट खेलने से सन्यास ले लिया है, लेकिन अभी भी वो कमेंटेटर के रुप में स्पोर्ट से जुड़े हुए हैं।

बीजद के ऋषभ नंदा और इनेलो के रणबीर गंगवा भी BJP में शामिल

लोकसभा चुनाव 2019 अब करीब हैं और दूसरी पार्टी के नेताओं का भाजपा में लगातार शामिल होना भी चालू है। कॉन्ग्रेस के कई बड़े नेता तो पहले ही भाजपा की ओर रुख कर चुके हैं अब कल (21 मार्च 2019) को बीजू जनता दल (बीजद) के राज्यसभा प्रशांत नंदा के पुत्र ऋषभ नंदा भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। साथ ही इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के विधायक रणबीर गंगवा भी भाजपा में शामिल हो गए।

ऋषभ नंदा भुवनेश्वर के पार्टी मुख्यालय में भाजपा उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल हुए। वहीं हरियाणा सीएम मनोहरलाल खट्टर, भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ अनिल जैन और भाजपा के प्रधान सुभाष बराला की मौजूदगी में रणबीर गंगवा बीजेपी से जुड़े।

ऋषभ ने एएनआई से हुई बातचीत में बताया कि पार्टी में शामिल होने का उनका मुख्य लक्ष्य राज की प्रगति है। ऋषभ ने कहा, ‘भाजपा ने पिछले पाँच वर्षों में एक मजबूत सरकार देने का उदाहरण पेश किया है। मेरे लिए भाजपा में शामिल होना व्यक्तिगत निर्णय है।’

वहीं रणबीर गंगवा को लेकर मीडिया में खबरें हैं कि भाजपा उनको हिसार लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बना सकती है। गंगवा आईएनएलडी के प्रमुख नेताओं में से एक हैं और वह राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। जागरण में छपी खबर के मुताबिक रणबीर ने कहा कि भाजपा में शामिल होने के लिए उन्होंने हिसार के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पूनिया और प्रदेश भाजपा के महामंत्री संजय भाटिया से संपर्क किया था, जिसके बाद उन्हें सीएम से मिलवाया गया। रणबीर का कहना है कि उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल के मौजूदा हालातों से तंग आकर उसे छोड़ा है।

कॉन्ग्रेस चाटुकार सैम पित्रोदा ने स्वीकार ही लिया कि उन्हें जवानों से ज्यादा पाकिस्तान और आतंकियों की चिंता थी: PM मोदी

गाँधी परिवार के बेहद क़रीबी और इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने लाइमलाइट में आने के लिए ऐसा बयान दे डाला जिससे उनका पाकिस्तान के प्रति प्रेम उमड़ कर सामने आया। दरअसल, उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के लिए पूरे पाकिस्तान को दोषी ठहराना ग़लत है, साथ ही उन्होंने मुंबई हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस पर भी पूरे पाकिस्तान पर आरोप लगाना ठीक नहीं।

पिछले महीने 14 फ़रवरी को पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे और इस बड़े हमले के बाद देश में काफी रोष फैल गया था, साथ ही देशभर में इस हमले की कड़ी निंदा हुई थी। इसके अलावा केंद्र सरकार पर दबाव था कि वह इस पर अपना जवाब दे। बाद में भारतीय वायु सेना ने पाक सीमा के भीतर बालाकोट में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को ध्वस्त किया था।

पित्रोदा को पुलवामा हमले के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, बावजूद इसके उनका कहना है कि हमले के बाद हमने जिस प्रकार प्रतिक्रिया दी और वायुसेना के विमान भेज दिए वो सही तरीक़ा नहीं था। सैम पित्रोदा ने पुलवामा हमले के लिए कहा कि मात्र कुछ लोगों की ग़लती के लिए पूरे पाकिस्तान देश को सज़ा नहीं देनी चाहिए। इसी तरह मुंबई हमले (26/11) पित्रोदा ने कहा कि 8 लोगों के द्वारा अंजाम दिए गए हमले के लिए पूरे देश पर आरोप नहीं लगाना चाहिए। पित्रोदा के अनुसार कुछ लोग यहाँ आकर हमला करते हैं और इसका आरोप किसी देश के सभी नागरिकों पर नहीं लगाया जा सकता।

पाकिस्तान के प्रति अपनी सहानुभूति रखने वाले सैम पित्रोदा को प्रधानमंत्री मोदी ने करारा जवाब देते हुए ट्वीट किया कि कॉन्ग्रेस के शाही वंश के वफ़ादार दरबारी आज वही कह रहे हैं जो राष्ट्र पहले से ही जानता था कि कॉन्ग्रेस आतंकवादियों को जवाब देने के लिए तैयार नहीं थी। यह एक न्यू इंडिया है- हम आतंकवादियों को उसी भाषा में जवाब देंगे जो वे समझते हैं और वो भी ब्याज के साथ!

पाकिस्तान के प्रति पित्रोदा का यह रुख़ कॉन्ग्रेस की जिस राजनीति को उजागर करता है वो जगज़ाहिर है। जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के तमाम तरीक़ो में से एक तरीका यह भी है, जिससे वो वोट बटोरने की राजनीति को हवा दे रही है। सैम पित्रोदा ने पुलवामा हमले पर अपना बेहूदा बयान देकर बाद में सफाई देते हुए कहा कि ये सब छोटी-मोटी बातें हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो सिर्फ़ एक नागरिक के तौर पर सवाल पूछ रहा हूँ।


25 गेंदों में शतक: 11 चौके, 8 छक्के, एक ओवर में 6 छक्के भी

गुरुवार (मार्च 21, 2019) को भारत में जब लोग होली के उत्साह में डूबे हुए थे तब दुबई में विल जैक्स नामक खिलाड़ी क्रिकेट में धुआँधार बल्लेबाजी करके रिकॉर्ड बना रहा था। जिस तरह क्रिकेट के इतिहास में युवराज सिंह और हर्शल गिब्स जैसे खिलाड़ियों ने 6 बॉल पर 6 छक्कों मारकर सबको हैरान कर दिया था बिल्कुल वैसा ही विल जैक्स नामक युवक ने भी कर दिखाया है।

इंग्लैंड की ‘सरे’ टीम के लिए दुबई में T-10 लीग में विल ने जबरदस्त पारी खेलते हुए 30 गेंदों में 105 रन बनाए। इस बीच विल ने 6 गेंदों पर 6 छक्के भी लगाए और पूरी पारी में उनके नाम 8 चौके और 11 छक्के शामिल हुए। विल की मदद से सरे ने 10 ओवरों में 176 रनों की शानदार पारी खेली। जाहिर है जीत ‘सरे’ टीम की ही होनी थी क्योंकि ‘लैंकाशायर’ टीम चाहकर भी इस लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाई और 9 विकेट खोकर उसने सिर्फ 81 रन बनाए।

अपनी पारी पर जैक्स का कहना है, “जब तक मैं 98 पर खेल रहा था, तब मुझे विश्वास नहीं था कि मैं 100 रन पूरे कर लूँगा।” उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं था कि 6 बॉल पर 6 छक्के उनसे लग सकते हैं। जब चार छक्के लगे तब उनके दिमाग में चल रहा था कि उन्हें दो और ट्राई करने चाहिए। लेकिन जैसा ही पाँचवा छक्का लगा तो उन्होंने सोच लिया कि उन्हें छठा छक्का भी किसी भी कीमत पर लगाना है और अंत में वह अपना लक्ष्य प्राप्त करने में कामयाब हुए।

20 साल के विल जैक्स की इस पारी को देखकर निश्चित लगता है कि वह आने वाले समय में इंग्लैंड की नेशनल टीम में अपनी जगह बनाएँगे और हर लीग में खेलते नज़र आएँगे। हालाँकि, क्रिकेट के जिस रूप में विल ने यह शतक बनाया है उसे आधिकारिक रूप से पहचान नहीं मिली है, लेकिन अगर ऐसा होता तो वह क्रिस गेल के सबसे तेज़ रिकॉर्ड शतक (2013 आईपीएल में 30 गेंदों पर) के विश्व रिकॉर्ड को पछाड़ देते।