Saturday, May 4, 2024

मीडिया

एमजे अकबर #MeToo केस: अदालत ने प्रिया रमानी को समन किया

#MeToo: एमजे अकबर द्वारा दायर किए गए मानहानि के मुक़दमे में अदालत ने प्रिया रमानी को आरोपित मानते हुए उन्हें 25 फरवरी को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है।

AltNews के संस्थापक प्रतीक सिन्हा, फ़ैक्ट-चेक की आड़ में कितना गिरोगे?

साइबर क्राइम की बात होने पर कानून और स्पष्ट कानूनी ढाँचे के अभाव में, प्रतीक सिन्हा जैसे लोगों का ऑनलाइन स्टॉकिंग और उत्पीड़न जैसे अपराधों में शामिल होने के बाद भी बच निकलना आसान हो जाता है।

लोकसभा चुनाव : MOTN सर्वे के मुताबिक उत्तर भारत में NDA के लिए UPA नहीं होगी बड़ी चुनौती

सर्वे में इस बात की भी चर्चा है कि यदि सपा व बसपा यूपीए का हिस्सा होता तो एनडीए को नुकसान होता।

ECIL ने कहा सैयद शूजा कभी भी ECIL में कार्यरत नहीं था

अपने एक लाइव प्रसारण में सैयद शूजा नाम का यह व्यक्ति बता रहा था कि उसने 2009 से लेकर 2014 तक ECIL के लिए काम किया था और उस पर 4 दिन पहले हमला किया गया था।

रोज़गार कहाँ हैं? सिर्फ़ ऑटो और प्रोफ़ेशनल सेक्टर ने दी 1.8 करोड़ नौकरियाँ

सिर्फ दो सेक्टर ने इतने लोगों को नौकरियाँ दी हैं, जबकि मुद्रा लोन, इन्फ़्रास्ट्रक्चर सेक्टर से लाखों लोगों को काम देने की बात या स्वरोज़गार करते लोगों की संख्या आदि का कोई आधिकारिक या सरकारी आँकड़ा न होने के कारण ये कहना आसान हो जाता है कि ये ग्रोथ 'जॉबलेस' या रोज़गारहीन है।

EVM ‘एक्सपर्ट’ पर निर्वाचन आयोग ने दिल्ली पुलिस को FIR दर्ज़ करने का दिया निर्देश

सैयद शूजा ने अपनी प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि चुनाव आयोग के दावों के बावज़ूद वो EVM मशीनों को हैक कर के दिखा सकता है।

विवेक डोभाल ने दायर किया कारवाँ पत्रिका और जयराम रमेश के ख़िलाफ़ मानहानि का केस

विवेक डोभाल ने यह कहते हुए मानहानि का मुकदमा दायर किया है कि सभी आरोप झूठे हैं और उनका व्यवसाय वैध है, न कि ब्लैकमनी से जुड़ा हुआ।

#5YearChallenge के ज़रिए ट्विटर पर दिखा 5 सालों में कैसे बदला भारत

ट्विटर पर भाजपा की ओर से 5 साल में मोदी सरकार के दौरान देश में हुए बदलावों पर तथ्यों को साझा किया गया, जिनमें बताया जा रहा है कि UPA सरकार के दौरान यानि, 5 साल पहले क्या हालात थे और अब क्या हैं।

JNU मामले में चार्जशीट आने से पहले ही जज बन बैठा ‘आज तक’

चार्जशीट फ़ाइल होने से पहले हेडलाइन में क्लीनचिट और भीतर आरोप तथा धाराओं की बात लिखना बताता है ख़बर पढ़वाने के लिए वेब मीडियम भ्रामक हेडलाइन चलाने से बाज़ नहीं आते।

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