अपने बयानों को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं। एक बार फिर राहुल गाँधी ने आम आदमी के लिए गाड़ियों की बिक्री में गिरावट को लेकर एक पोस्ट साझा किया जिस पर उन्हीं की आलोचना हो रही है।
कॉन्ग्रेस सांसद राहुल गाँधी ने वाहनों और मोबाइल की बिक्री में कमी होने के आँकड़े बताकर सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की थी, लेकिन आधिकारिक आँकड़ों ने उनके बयान को झूठा करार दे दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक बार फिर लोगों के बीच वे हँसी के पात्र बन गए हैं।
राहुल गाँधी ने गुरुवार (5 जून 2025) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा कि आँकड़े सच बोलते हैं और दावा किया कि देश में बीते एक साल में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 17%, कार की बिक्री में 8.6% की गिरावट हुई है। वहीं मोबाइल मार्केट 7% गिर गया है।
आंकड़े सच बोलते हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 5, 2025
पिछले एक साल में टू-व्हीलर की बिक्री 17% और कार की बिक्री 8.6% घट गई है। वहीं मोबाइल मार्केट 7% गिर गया है।
दूसरी तरफ, ख़र्च और कर्ज़ – दोनों लगातार बढ़ रहे हैं: मकान का किराया, घरेलू महंगाई, शिक्षा का खर्च, लगभग हर चीज़ महंगी होती जा रही है।
ये सिर्फ़…
राहुल ने पोस्ट में लिखा, “खर्च और कर्ज़ – दोनों लगातार बढ़ रहे हैं: मकान का किराया, घरेलू महँगाई, शिक्षा का खर्च, लगभग हर चीज महँगी होती जा रही है। ये सिर्फ आँकड़े नहीं हैं, ये उस आर्थिक दबाव की हकीकत है जिसके नीचे हर आम भारतीय पिस रहा है।” हालाँकि ये आँकड़े उन्होंने कहाँ से लिए हैं, इसके बारे में उन्होंने जानकारी नहीं दी।
राहुल ने बात वहीं पर खत्म नहीं की बल्कि अपनी बात को पूँजीपतियों के साथ जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने आगे लिखा, “हमें ऐसी राजनीति चाहिए जो इवेंट्स की चमक से नहीं, आम जिंदगी की सच्चाई से जुड़ी हो – जो सही सवाल पूछे, हालात को समझे और जिम्मेदारी से जवाब दे। हमें ऐसी अर्थव्यवस्था चाहिए जो हर भारतीय के लिए काम करे, न कि सिर्फ कुछ गिने-चुने पूँजीपतियों के लिए।”
राहुल के इस पोस्ट के बाद से ही उनकी जमकर आलोचना हो रही है। कुछ यूजर्स ने तो उनके पोस्ट में आधिकारिक आँकड़ों के स्क्रीनशॉट भी लगा दिए और बताया कि उनके आँकड़े उससे बिल्कुल मेल नहीं खाते।
असल में नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने जो आँकड़े दिए हैं, वे इस इंडस्ट्री के आधिकारिक संगठनों के डेटा से बिल्कुल उल्टी कहानी कह रहे हैं।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की रिपोर्ट में राहुल गाँधी के बताए हुए आँकड़े से बिल्कुल उलट जानकारी शामिल है। राहुल ने कहा कि वाहनों की बिक्री घटी है लेकिन FADA के अनुसार पैसेंजर व्हीकल में 4.87% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं दो पहिया वाहनों में 7.71% तक की बढ़ोतरी हुई है।

यही कहानी सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) की भी है। SIAM की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, देश की ऑटो इंडस्ट्री ने वित्त वर्ष 25 में रिकॉर्ड 43 लाख पैसेंजर वाहनों की बिक्री की है। उनके अनुसार ये एक मील का पत्थर है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 2 प्रतिशत की वृद्धि थी।
लोगों ने राहुल को ये आधिकारिक आँकड़ें उनके पोस्ट में कमेंट करके पूछा है कि उनके आँकड़ें कहाँ से आए हैं। कुल मिलाकर, आम लोगों का मसीहा बनने के चक्कर में राहुल गाँधी ने एक बार फिर अपनी ही भद्द पिटवा ली।