अली अब्बास की ‘तांडव’ के खिलाफ मुंबई में कंप्लेन: भगवान शिव के गेटअप में जीशान अयूब ने परोसा है प्रोपेगेंडा

'तांडव' वेब सीरीज

‘अमेज़न प्राइम’ पर आई अली अब्बास ज़फर निर्देशित वेब सीरिज ‘तांडव’ में सैफ अली खान ने मुख्य किरदार निभाया है। सीरिज में अभिनेता मोहम्मद जीशान अयूब ने एक दृश्य में भगवान शिव का गेटअप लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है और मौजूदा राजनीति को लेकर नैरेटिव बनाने की कोशिश की है, जिससे लोग नाराज़ हैं। भाजपा नेता राम कदम ने मुंबई पुलिस से इसकी शिकायत की है।

हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले ‘तांडव’ के बहिष्कार का ऐलान करते हुए महाराष्ट्र के भाजपा नेता राम कदम ने पूछा कि आखिरकार क्यों हर बार फिल्मों और वेब सीरिज में हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानित करने का काम किया जाता है? उन्होंने कहा कि ताजा उदाहरण नई वेब सीरिज ‘तांडव’ है। उन्होंने कहा, “सैफ अली खान एक बार फिर ऐसी फिल्म या सीरिज का हिस्सा हैं, जो हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुँचाता है।”

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राम कदम ने कहा कि निर्देशक अली अब्बास जफर को इस सीरिज से भगवान शिव का मजाक बनाने वाला हिस्सा हटाना होगा और अभिनेता जीशान अयूब को माफ़ी माँगनी पड़ेगी। भाजपा नेता ने ऐलान किया कि जब तक जरूरी बदलाव नहीं होते, तब तक ‘तांडव’ का बहिष्कार किया जाएगा। जिस दृश्य पर आपत्ति जताई जा रही है, उसे पहले ही एपी​सोड में दिखाया गया है। जहाँ भगवान शिव बना ज़ीशान अयूब सोशल मीडिया पर प्रोफ़ाइल पिक बदलने की बात करता है, क्योंकि ‘रामजी के फॉलोवर्स बढ़ रहे हैं।’

मंच पर एक अभिनेता नारद के किरदार में मौजूद होता है और ‘आज़ादी-आज़ादी’ के नारों का बचाव करने और देशद्रोहियों को सही साबित करने के लिए भगवान शिव के किरदार का इस्तेमाल किया गया है। वहीं एक अन्य दृश्य में कॉलेज का एक युवक लड़की से कहता है, ‘जब एक छोटी जाति का आदमी एक ऊँची जाति की औरत को डेट करता है न, तो वह बदला ले रहा होता है, सिर्फ उस एक औरत से।’

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राम कदम ने रविवार (जनवरी 17, 2021) को घाटकोपर थाने जाकर ‘तांडव’ के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने वेब सीरिज के निर्माता, निर्देशक और अभिनेता पर कार्रवाई की मॉंग की है।कपिल मिश्रा, तजिंदर पाल सिंह बग्गा और मनोज कोटक जैसे कई अन्य भाजपा नेताओं ने भी इस सीरिज का विरोध किया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से लोग माँग कर रहे हैं कि वो इस तरह के कंटेंट्स पर प्रतिबंध लगाएँ।

इसी सीरिज में एक अभिनेत्री जोर देकर कहती है कि पुलिस के लिए मुसलमानों को मारना आसान है और कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा जाता है कि कई मुस्लिम युवाओं को उनकी हत्याओं को जस्टिफाई करने के लिए आतंकवादी के रूप में ब्रांडेड किया जाता है। साथ ही दिखाया गया है कि कैसे मुस्लिमों को ‘आतंकी साबित कर उन्हें मार डाला जाता है।’

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया