Thursday, May 9, 2024
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ED की चार्जशीट में भूपेश बघेल का नाम, इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस भी मिले: सट्टेबाजी एप घोटाले में नई गिरफ़्तारी, पूर्व CM से जल्द होगी पूछताछ

भूपेश बघेल ने कहा कि जिस असीम दास के पास से रुपए बरामद हुए, उसने बताया है कि उससे ज़बरदस्ती बयान लिए गए थे।

छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश को हिला देने वाले महादेव सट्टा एप मामले में ED ने अपनी दूसरी चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी नाम है। चार्जशीट में 5 आरोपितों शुभम सोनी, अमित कुमार अग्रवाल, रोहित गुलाटी, भीम सिंह और असीम दास के नाम हैं। इस चार्जशीट में भूपेश बघेल को पैसे देने की बात कही गई है। यही नहीं, ईडी ने बताया है कि भूपेश बघेल के खिलाफ उसे इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस भी मिले हैं।

ऐसे में माना जा रहा है कि ईडी जल्द ही उनसे पूछताछ कर सकती है। इस बीच, भूपेश बघेल ने अपनी सफाई में कहा है कि राजनीतिक वजहों से उनका नाम इस मामले में घसीटा जा रहा है।

ईडी की चार्जशीट में क्या कुछ है?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी ने 1700-1800 पन्नों की नई चार्जशीट में असीम दास को महादेव सट्टा एप के प्रोमोटरों का कूरियर कहा है। उसी के ठिकाने से रेड मारकर ईडी ने 5.39 करोड़ रुपए बरामद किए थे। इसके साथ ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। ईडी ने चार्जशीट में कहा है कि असीम दास ने ये बात स्वीकार किया है कि उसके पास से बरामद पैसे भूपेश बघेल के लिए भेजे गए थे। उसने पहले भी ये बात स्वीकारी है कि महादेव सट्टा एप के संचालकों ने भूपेश बघेल को कुल 508 करोड़ रुपए दिए थे।

भूपेश बघेल ने दी ये सफाई

मीडिया से बातचीत के दौरान भूपेश बघेल ने इस मामले में अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि ईडी ने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर मेरा नाम शामिल किया है। उन्होंने कहा कि वो दबाव डालकर उनका और उनके सहयोगियों के खिलाफ बयान दर्ज करवा रही है। बघेल ने कहा, “मुझ पर जिन पैसों के लेन देन का आरोप लगा है, वो आधारहीन है।” भूपेश बघेल ने आगे कहा कि जिस असीम दास के पास से रुपए बरामद हुए, उसने बताया है कि उससे ज़बरदस्ती बयान लिए गए थे।

महादेव ऐप मामले में नई गिरफ्तारी

इस बीच, महादेव सट्टा एप केस में मुंबई क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने शुक्रवार (5 जनवरी, 2024) को दीक्षित कोठारी नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। वो इस मामले के मुख्य आरोपितों में से एक है। उसी के ईमेल पते पर महादेव एप से जुड़ी वेबसाइट चलाई जा रही थी। वो ही दो साल से हर साल 20 लाख रुपए वेबसाइट की मेंटेनेंस पर खर्च कर रहा था। इस मामले में 6 लोग पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं, मुख्य आरोपितों में से एक सौरभ चंद्राकर को दुबई में नजरबंद रखा गया है, उसे भारत लाने की कोशिशें चल रही हैं।

गौरतलब है कि महादेव सट्टा घोटाले में आरोपित असीम के घर पर 2 नवम्बर, 2023 को ईडी ने छापा मारा था। इसके पश्चात न्यायालय में पेश करके उसे जेल भेज दिया था। वह तबसे ही जेल में बंद है। ईडी का कहना था कि असीम दास ही नेताओं को इस घोटाले के पैसे पहुँचाता था। महादेव बुक घोटाला में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी आया था। यह कहा गया था कि इस घोटाले के सम्बन्ध में उन्हें ₹508 करोड़ की धनराशि दी गई।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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