बिहार के बक्सर में एक पादरी ने हिन्दू विधवा की जमीन कब्जाने की कोशिश की। उसकी जमीन पर वह ईसाई धर्म के लिए प्रार्थना करवाता था। पादरी धर्मांतरण का बड़ा रैकेट चला रहा था। लोगों से हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा बंद करके यीशु मसीह की प्रार्थना करने को कहता था।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के सीवान के एक गाँव में एक पादरी सुनील कुमार 2014 से धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था। पादरी एक मकान में किराए का कमरा लेकर रविवार को प्रार्थनाएँ करवाता था। इस प्रार्थना में 100-100 लोग शामिल होते थे।
इस प्रार्थना में ज्यादातर महिलाएँ होती थीं। जब उसे उस मकान से भगाया गया जहाँ वह प्रार्थना करवाता था तो उसने एक झोपड़ी डाल कर यही काम करने लगा। इसके बाद उसने यहीं की एक गरीब हिन्दू महिला का फायदा उठाया। उसने महिला की आवश्यकता के दौरान ₹2 लाख लिए और उसका घर अपने धर्मांतरण रैकेट के लिए इस्तेमाल करने लगा।
पादरी ने हिन्दू महिला पर लगातार दबाव बनाया कि वह प्रार्थना में शामिल हो। जब हिन्दू महिला उससे प्रार्थना करवाने का विरोध करती तो वह अपने पैसे वापस माँगता था। महिला ने आरोप लगाया है कि पादरी सुनील उनके घर पर कब्जा करके इसे धर्मांतरण का केंद्र बनाना चाहता था।
यहाँ आने वाली महिलाएँ हिन्दू महिला से धर्मांतरित होने को कहती थीं। यहाँ तक कि वह और लोगों को ईसाई प्रार्थना में शामिल करने का दबाव बनाता था। दैनिक भास्कर से एक व्यक्ति ने बताया कि सुनील गाँव की महिलाओं को निशाना बनाता था और उनसे कहता था कि वह देवी-देवता पूजा करना बंद दें।
पादरी सुनील कुमार उनको ऑफर देता था कि वह यीशु की प्रार्थना करेंगे तो उनको नौकरी और कॉलेज आदि में एडमिशन देंगे। रिपोर्ट में बताया गया है कि सुनील कुमार ने यहाँ कई हरिजन महिलाओं का धर्मांतरण भी करवा दिया है। यहाँ महिलाओं ने कागजों पर अपना धर्म नहीं बदला लेकिन वह अब हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करती।
यही पादरी सुनील कुमार धर्मांतरण के साथ ही हिन्दू महिलाओं को ठगता भी है। हिन्दू महिलाओं को वह नौकरी और पैसे का लालच देकर उन्हें ठगता भी है। पादरी सुनील कुमार पहले क्रिश्चियन स्कूल में भी पढ़ा चुका है। वह लोगों के रोग ठीक करने का भी दावा करता है। कुछ महिलाओं का उसने ब्रेनवॉश भी कर दिया है।
वह कहता है कि हिन्दुओं की समस्याएँ दुर्गा-शिव नहीं खत्म करेंगे बल्कि यह यीशु की आराधना से खत्म होंगी। उसका हाल ही में बजरंग दल वालों ने विरोध किया था। तब से वह गायब है। अभी तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है लेकिन ग्रामीण उससे गुस्सा हैं।