बिहार के जमुई में हिन्दू संगठन की एक महिला कार्यकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह एक्शन जमुई में हिन्दुओं पर इस्लामी भीड़ के हमले के बाद लिया है। हिन्दू कार्यकर्ताओं पर हनुमान चालीसा पाठ करके लौटते समय इस्लामी भीड़ ने घेर कर ईंट-पत्थर और लाठियाँ चलाई थीं।
जमुई में पुलिस ने सोमवार (17 फरवरी, 2025) को ‘हिन्दू शेरनी’ के नाम से विख्यात खुशबू पांडेय को गिरफ्तार किया है। खुशबू पांडेय को उनके पिता के साथ हिरासत में लिया गया था लेकिन उनके पिता को बाद में छोड़ दिया गया था। खुशबू पांडेय भी उसी समूह का हिस्सा थीं, जिस पर इस्लामी भीड़ ने हमला किया था।
खुशबू पांडेय ने इस हमले के बारे में एक वीडियो भी जारी किया था। इसमें खुशबू पांडेय ने बताया, “बलियाडीह गाँव में भालेश्वर नाथ मंदिर में हनुमान चालीसा का कार्यक्रम था। प्रसाद ग्रहण करके वापस लौटने के दौरान मस्जिद से कुछ दूरी पहले ही अचानक से पथराव होना चालू हो गया। गाड़ी तोड़ी गई। वहाँ अल्लाह हू अकबर के नारे लग रहे थे।”
बिहार के जमुई में खुशबू पांडेय को जिहादियों के झुंड ने सिर्फ इसलिए बेरहमी से लाठी-डंडों से पीटा क्योंकि वह हनुमान चालीसा का पाठ करके लौट रही थी!😡 @khushbu2014 #ख़ुशबू_पांडे_को_न्याय_दो pic.twitter.com/Yc29n3mgiA
— शुभम (@biharishubham19) February 17, 2025
खुशबू पांडेय ने दावा किया था कि हमला करने वाली इस्लामी भीड़ उन्हें ढूंढ रही थी और उनको जला देना चाहती थी। उन्होंने बताया था कि वह काफी देर तक इसी के चलते गाड़ी में फंसी रही थीं। उन्होंने बताया था कि लाठी डंडे लेकर आई भीड़ ने गाड़ियों को भी तोड़ दिया था। खुशबू पांडेय ने बताया था कि इस्लामी भीड़ पुलिस वालों पर हमला करने की बात भी कह रहे थे।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बलियाडीह गाँव में हुए इस हमले के दौरान पुलिस की मौजूदगी में इस्लामी भीड़ ने कट्टे और तलवार चलाए। पुलिस ने बल प्रयोग करके बलियाडीह में शांति कायम की और उपद्रवियों पर कार्रवाई चालू की।
गौरतलब है कि जमुई के बलियाडीह गाँव में रविवार (16 फरवरी, 2025) को हिन्दू स्वाभिमान संगठन के कार्यकर्ता हनुमान चालीसा पाठ के लिए गए थे। हनुमान चालीसा पाठ करने के बाद यह कार्यकर्ता जब वापस निकले तो मस्जिद के पास एक भीड़ ने इनकी गाड़ियों पर हमला कर दिया। इस हमले में कई हिन्दू कार्यकर्ता घायल हुए।
कई घंटे तक पत्थरबाजी चलती रही। हिन्दुओं की गाड़ियाँ भी तोड़ी गईं। इस घटना के कई वीडियो भी वायरल हुए थे। घटना के बाद पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की थी और कुछ पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर इस्लामी कट्टरपंथियों ने खुशबू पांडेय के खिलाफ गिरफ्तारी को लेकर ट्रेंड चलाया था। घटना के बाद मुस्लिमों पुलिस ने जमुई में इन्टरनेट भी बंद करवा दिया था।