उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक दलित परिवार को जबरन इस्लाम मजहब अपनाने के लिए धमकाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस साजिश में शामिल पाँच लोगों-नूरुद्दीन, मेराजू हसन, खालिक, इरफ़ान और मोहम्मद हनीफ को गिरफ्तार किया है। पीड़ित परिवार को उनकी जाति का हवाला देकर इस्लाम अपनाने का लालच दिया गया। आरोप है कि उनके घर में मजार बनवाई गई और हर साल उर्स मनाने की बात कही गई।
ये मामला हमीरपुर के मौदहा थाना इलाके का है, जहाँ उर्मिला नाम की एक दलित महिला ने शुक्रवार (10 जनवरी 2025) को धर्म-परिवर्तन कराने जानी की कोशिश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उर्मिला ने बताया कि वह अक्सर बीमार रहती थीं। लगभग दो साल पहले उनकी मुलाकात नूरुद्दीन नाम के एक व्यक्ति से हुई। नूरुद्दीन ने उनकी बीमारी ठीक करने के नाम पर उन्हें मजार पर जाने के लिए उकसाया।
कुछ समय बाद नूरुद्दीन अपने भतीजे मेराजू हसन और खालिक के साथ उर्मिला के घर पहुँचा। इन सभी ने मिलकर उनके घर में एक मजार बनवाई और उर्मिला को मजार की पूजा करने और उर्स मनाने की सलाह दी। उर्मिला के पति अजीत और उनके रिश्तेदारों को भी इस्लाम कबूल करने पर उनकी सारी परेशानियों के खत्म हो जाने और आर्थिक मदद का झाँसा दिया गया।
इस साजिश को पूरा करने 10 जनवरी 2025 को नूरुद्दीन, खालिक, मेराजू हसन, इरफ़ान और मोहम्मद हनीफ फिर से उर्मिला के घर पहुँचे। इस बार उर्स का आयोजन किया गया, जिसमें उर्मिला ने अपने कुछ रिश्तेदारों को भी बुलाया। आरोप है कि वहाँ खालिक और उसके साथ आए लोगों ने उर्मिला और उनके परिवार पर इस्लाम मजहब अपनाने का दबाव बनाया। परिवार को मुस्लिम बन जाने पर बीमारियों से छुटकारा और ऊँची जाति का दर्जा मिलने का लालच दिया गया।
शुरुआत में परिवार ने उनकी बातों पर सहमति जताई, लेकिन बाद में आरोपितों के व्यवहार से असहज हो गए। जब परिवार ने इस्लाम कबूल करने से मना किया, तो आरोपितों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। डर के बावजूद, उर्मिला और उनके परिजनों ने हिंदू धर्म में बने रहने का फैसला किया और तुरंत पुलिस को मामले की जानकारी दी।
थाना मौदहा पुलिस ने 05 वांछित अभियुक्त गिरफ्तार किए।#UPPolice pic.twitter.com/GKSzC2kTDL
— HAMIRPUR POLICE (@hamirpurpolice) January 11, 2025
पुलिस ने उर्मिला की शिकायत पर नूरुद्दीन, मेराजू हसन, खालिक, इरफ़ान और मोहम्मद हनीफ के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 351 (2) और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। ऑपइंडिया के पास एफआईआर की कॉपी उपलब्ध है। फिलहाल पुलिस ने शनिवार (11 जनवरी 2025) को पुलिस ने पाँचों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। मामले की जाँच जारी है और अन्य कानूनी प्रक्रियाएँ पूरी की जा रही हैं।