मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक दीनी डॉक्टर गिरफ्तार किया गया है। यहाँ क्रेशर बस्ती, तिलवारा इलाके में खालिद खान नाम का डॉक्टर नाबालिग हिंदू लड़की के ब्रेनवॉश और इस्लाम में कन्वर्जन के एकदम करीब था। हालाँकि वो अब पुलिस की गिरफ्त में है।
जबलपुर के इस मामले में 17 साल 11 महीने की नाबालिग लड़की के पिता ने 2 अप्रैल 2025 को पुलिस को दी गई शिकायत में सारे घटनाक्रम को विस्तार से लिखा है। इसके बाद क्लीनिक में बैठ ‘दीनी’ काम करने वाले खालिद के खिलाफ तिलवारा थाने में एफआईआर दर्ज हुई है।
पीड़ित परिवार का कहना है कि खालिद खान ने उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर, लालच देकर और हिंदू धर्म के खिलाफ भड़काकर इस्लाम अपनाने का दबाव बनाया। ऑपइंडिया के पास इस केस के एफआईआर की कॉपी मौजूद है।
पीड़ित परिवार के मुताबिक, सब कुछ पिछले साल अगस्त से शुरू हुआ। लड़की को बुखार हुआ तो वो पास के खान क्लीनिक में इलाज के लिए गई, जहाँ खालिद खान बैठता था। यहीं से खालिद खान ने लड़की को अपने जाल में फँसाना शुरू किया। उसने लड़की का नंबर लिया और लगातार फोन पर बातें करने लगा।
परिवार का आरोप है कि खालिद खान ने हिंदू धर्म को बुरा-भला कहा, इस्लाम को श्रेष्ठ बताया और बाहर पढ़ाई, अच्छा घर और सुख-सुविधाओं का लालच देकर उसे धर्म बदलने के लिए उकसाया। लड़की नाबालिग और नासमझ थी, इसलिए वो उसके बहकावे में आ गई। उसने पूजा-पाठ छोड़ दिया और खालिद खान के कहने पर मुस्लिम रीति-रिवाज अपनाने लगी।
परिवार ने जब खालिद खान को समझाने की कोशिश की, तो उसने धमकी दी कि लड़की अब उसके कहने पर चलेगी। उसने कहा, “अगर तुमने उसे रोका, तो मैं लड़की से तुम्हारे खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवा दूँगा।” परिवार डर गया, लेकिन खालिद खान रुका नहीं। उसने फोन और छिपकर मिलकर लड़की पर दबाव बनाना जारी रखा। हालत ये हुई कि लड़की ने रमजान में रोजा रखना शुरू कर दिया। उसका शरीर कमजोर होने लगा, चेहरा पीला पड़ गया। माँ ने जब पूछा तो लड़की ने सारी बातें उगल दीं। उसने बताया कि खालिद खान के कहने पर उसने ऐसा किया।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और खालिद खान को गिरफ्तार कर लिया। तिलवारा थाने के प्रभारी ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि खालिद खान के खिलाफ मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम-2021 की धारा 3 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। परिवार का कहना है कि खालिद खान ने उनकी बेटी की जिंदगी बर्बाद करने की कोशिश की।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि तिलवारा घाट थानान्तर्गत क्रेशर बस्ती में डॉक्टर खालिद खान होम्योपैथिक क्लीनिक चलाता था। क्षेत्र में रहने वाली एक नाबालिग बच्ची उसके पास इलाज के लिए जाती थी। इलाज की आड़ में डॉक्टर उसका ब्रेन वॉश कर इस्लाम अपनाने के लिए दबाव बनाने लगा था। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

इस घटना से नाराज बजरंग दल और हिंदू संगठनों ने 4 अप्रैल 2025 को सड़कों पर प्रदर्शन किया। लोगों ने खालिद खान के खिलाफ सख्त सजा की माँग की और पूछा कि उसने और कितनी मासूम लड़कियों को अपने जाल में फँसाया होगा।