Thursday, April 25, 2024
Homeदेश-समाजGST ने अब तक के तोड़े सारे रिकॉर्ड: दिसंबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन रहा...

GST ने अब तक के तोड़े सारे रिकॉर्ड: दिसंबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन रहा ₹1.15 लाख करोड़ के पार

"जीएसटी लागू किए जाने के बाद से दिसंबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन अब तक का सबसे ज्यादा है। पिछले साल दिसंबर महीने की तुलना में यह करीब 12 फीसदी ज्यादा है। दिसंबर महीने के दौरान, सामानों के आयात से रेवेन्यू 27 प्रतिशत अधिक था और घरेलू लेन-देन से रेवेन्‍यू पिछले साल के समान महीने से 8 फीसदी अधिक रहा है।"

भारत मे इस साल दिसंबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) अब तक का सबसे ज्यादा रहा है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार (1 जनवरी, 2020) को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दिसंबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन 1,15,174 करोड़ रुपए रहा। 2017 में जीएसटी ​कानून लागू होने के बाद किसी भी महीने में अब तक का यह सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन है।

इस साल का आँकड़ा पिछले साल दिसंबर 2019 में एकत्र किए गए टैक्स से 12 फीसदी ज्यादा है। चालू वित्त वर्ष में यह लगातार तीसरा महीना है, जब जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपए के पार रहा है।

मंत्रालय ने बताया कि 1,15,174 करोड़ रुपए के कुल जीएसटी में से 21,365 करोड़ रुपए केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी), 27,804 करोड़ रुपए राज्य जीएसटी (SGST), 57,426 करोड़ रुपए IGST है। आईजीएसटी में 27,050 करोड़ रुपए वस्तुओं के आयात से प्राप्त हुआ है। जबकि, 8,579 करोड़ रुपए सेस के तौर पर आया है, जिसमें से अकेले 971 करोड़ रुपए वस्तुओं के आयात से आया है। अब तक का सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन अप्रैल 2019 में 1.14 करोड़ रुपए का था।

मंत्रालय ने अपने बयान में बताया, “जीएसटी लागू किए जाने के बाद से दिसंबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन अब तक का सबसे ज्यादा है। पिछले साल दिसंबर महीने की तुलना में यह करीब 12 फीसदी ज्यादा है। दिसंबर महीने के दौरान, सामानों के आयात से रेवेन्यू 27 प्रतिशत अधिक था और घरेलू लेन-देन से रेवेन्‍यू पिछले साल के समान महीने से 8 फीसदी अधिक रहा है।”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस जज ने सुनाया ज्ञानवापी में सर्वे करने का फैसला, उन्हें फिर से धमकियाँ आनी शुरू: इस बार विदेशी नंबरों से आ रही कॉल,...

ज्ञानवापी पर फैसला देने वाले जज को कुछ समय से विदेशों से कॉलें आ रही हैं। उन्होंने इस संबंध में एसएसपी को पत्र लिखकर कंप्लेन की है।

माली और नाई के बेटे जीत रहे पदक, दिहाड़ी मजदूर की बेटी कर रही ओलम्पिक की तैयारी: गोल्ड मेडल जीतने वाले UP के बच्चों...

10 साल से छोटी एक गोल्ड-मेडलिस्ट बच्ची के पिता परचून की दुकान चलाते हैं। वहीं एक अन्य जिम्नास्ट बच्ची के पिता प्राइवेट कम्पनी में काम करते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe