साध्वी ऋतंभरा को उनकी तपस्या, त्याग और समाजसेवा के लिए पद्मभूषण सम्मान से नवाजा गया है। पंजाब के लुधियाना के छोटे से गाँव में जन्मी ऋतंभरा का असली नाम निशा किशोरी है। उन्होंने 16 साल की उम्र में ही अध्यात्म का रास्ता चुना। हरिद्वार के संत स्वामी परमानंद गिरी से दीक्षा लेकर वह साध्वी ऋतंभरा बनीं।
राम मंदिर आंदोलन के दौरान उनके ओजस्वी भाषणों ने उन्हें राष्ट्रीय पहचान दिलाई। उनके भाषण इतने लोकप्रिय थे कि उनके कैसेट्स बाजार में बेचे जाने लगे। उन्होंने ‘महाकाल बनकर दुश्मन से टकराएँगे, जहाँ बनी है मस्जिद, मंदिर वहीं बनाएँगे’ जैसे नारे दिए। यही नहीं, ईसाई मिशनरियों के खिलाफ बोलने पर कॉन्ग्रेसी दिग्विजय सिंह की सरकार ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया, फिर भी उनके हौसलों को नहीं तोड़ पाए।
She was heart & soul of Ram Janmabhoomi Movement. She ignited the fire in every Hindu heart. She united Hindus like never before.
— BhikuMhatre (@MumbaichaDon) January 25, 2025
She is Sadhvi Ritambhara.
Today #Modi Sarkar has conferred Padma Bhushan award to her.
MESSAGE IS CLEAR 🔥https://t.co/0ECIbeglek
राम मंदिर आंदोलन के बाद साध्वी ने वृंदावन में 2001 में वात्सल्य ग्राम की स्थापना की। यह अनाथ बच्चों और बुजुर्गों के लिए एक ऐसा घर है, जहाँ हर परिवार में माँ, मौसी और भाई-बहन का वातावरण होता है। यहाँ बच्चे उन्हें दीदी माँ कहकर उन्हें बुलाते हैं। वो बालिका सैनिक स्कूल और आदिवासी बेटियों के लिए स्कूल जैसी कई संस्थाएँ भी संचालित करती हैं।
Padma bhushan for Sadhvi Ritambhara, she runs Vatsalya gram Ashram which offers a place to Destitute women, elderly women and Children who have been orphaned or abandoned. All there categories are bundled into a family to give them a loving environment. A very very fitting award… pic.twitter.com/GfdcaZEFUC
— Ankit Jain (@indiantweeter) January 25, 2025
बता दें कि गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले शनिवार (25 जनवरी 2025) को भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया। इस साल 139 हस्तियों को इन पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। घोषित नागरिक पुरस्कारों में सात पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।
𝐏𝐚𝐝𝐦𝐚 𝐀𝐰𝐚𝐫𝐝𝐬 𝟐𝟎𝟐𝟓 𝐚𝐧𝐧𝐨𝐮𝐧𝐜𝐞𝐝 ||
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) January 25, 2025
सूची में 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं
पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं हैं और सूची में विदेशी/NRI/PIO/OCI श्रेणी के 10 व्यक्ति और 13 मरणोपरांत पुरस्कार विजेता भी शामिल हैं#PadmaAwards pic.twitter.com/u2zJCQaX4n
लिस्ट के मुताबिक, भोजपुरी लोकगायिका शारदा सिन्हा (मरणोपरांत), जस्टिस जगदीश खेहर, उसामु सुजुकी, नागेश्वर रेड्डी, कुमुदनी, रजनीकांत और एम टी वासुदेवन को पद्म विभूषण मिलेगा। साध्वी समेत 19 को पद्मभूषण और 113 हस्तियों को पद्मश्री मिलेगा।