दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार के बाद विपक्षी दलों में खलबली मची हुई है। अब अगले कुछ महीनों में बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसको लेकर वहाँ का विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) भी सहमा हुआ है। राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा, “इसका (बिहार चुनावों में) कोई असर नहीं पड़ेगा। हमलोगों को रहते हुए (बिहार में) सरकार बना लेगी भाजपा? भाजपा को लोग जान गए हैं।”
#WATCH पटना, बिहार: RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर कहा, "इसका (बिहार विधानसभा चुनाव पर)कोई असर नहीं पड़ेगा… क्या हमारे रहते भाजपा (बिहार में)सरकार बना लेगी? भाजपा को लोग जान चुके हैं…" pic.twitter.com/NekhmWgJVF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2025
हालाँकि, लालू यादव चाहे कितना भी दावा कर लें लेकिन बिहार में राजद की सरकार की वापसी बहुत मुश्किल दिख रही है। बिहार में लालू और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के 15 साल के शासन को लोग भूले हैं। वो दौर बिहार के ‘जंगलराज’ के लिए याद किया जाता है। राजद सरकार में हत्या, लूट, डकैती आम बात थी। अपहरण एक उद्योग बन चुका था और इसमें नेताओं की संलिप्तता सामने आई थी।
लालू यादव के दो साले- सुभाष यादव और साधु यादव को लोग अपहरण और गुंडागर्दी के लिए ही याद करते हैं। लालू-राबड़ी की सरकार में इन दोनों भाइयों की समानांतर सरकार चलती थी। हालाँकि, सुभाष यादव ने खुद दावा किया है कि लालू यादव और राबड़ी देवी के शासन में अपहरण के बाद मामले का सेटलमेंट मुख्यमंत्री आवास में होता था। उन्होंने लालू यादव पर आरोप लगाया हैं।
लालू यादव और अपनी बहन राबड़ी देवी का अब विरोधी बन चुके सुभाष यादव ने पटना के एक स्थानीय पत्रकार से इस मामले पर बात की और जंगलराज के लालू और राबड़ी देवी पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उस समय जो भी काम होता था, वह लालू यादव के इशारे पर होता था। बिहार में जो भी अपहरण होता था, उसकी डील खुद लालू यादव कराते थे।इस बातचीत को नीचे दिए गए वीडियो में 8:20 से 12:45 मिनट तक सुना जा सकता है।
सुभाष यादव ने कहा कि एक मामले को लालू यादव और राजद के नेता प्रेमचंद गुप्ता ने फरियाया था। दोनों भाइयों की गुंडागर्दी को लेकर पूछे गए सवाल पर राज्यसभा सांसद और बिहार विधान परिषद का सदस्य रह चुके सुभाष यादव ने कहा, “हम लोग कभी कुछ किए ही नहीं तो किसी मामले में फँसते कैसे?” लालू पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जो चोरी किया वो आज भोग रहा है।
उन्होंने कहा, “वो तो हौव्वा बनाया गया कि सुभाष-साधु चोर है। घर के लोग नहीं होता है नाम बिगाड़ने वाला… शुरू में नाम बिगाड़ दिया। लालू-राबड़ी ने बिगाड़ दिया। हमलोगों ने कोई चोरी ही नहीं किया तो फँसते कैसे। जी न्यूज के मालिक सुभाष चंद्रा के भाई जवाहर गोयल के रिश्तेदार का अपहरण हुआ था? पूर्णिया साइड में… अररिया में? के पैसा लिया? किसके ऊपर आरोप लग रहा था?”
उन्होंने आगे कहा, “जाकिर हुसैन पर आरोप लगा था। अभी भी जिंदा हैं। शहाबुद्दीन के फोन, प्रेमचंद गुप्ता के फोन, लालू यादव के फोन जाता था जाकिर हुसैन के पास कि छोड़ दो। बाकी वो नहीं लिया था। दूसरा कोई किया था। (अपहरण करने वाला) सहरसा का रहने वाला था और (अपहृत को) काला दियर में रखे था उसको… नाव पर। हम लोगों को सब पता था। जो आदमी किया वो मर गया।”
सुभाष यादव ने आगे कहा, “प्रेमचंद गुप्ता और लालू जी ने इसे फरियाया (समाधान किया) था। इसमें टेकरीवाल साहब फायर हो गए थे। उन्हीं का रिश्तेदार था कोई, उन्हीं के पास आ रहा था मीटिंग करने… किडनैप हो गया। इसमें कौन दूराय है? 6 करोड़ रुपया लोग लिया, दिल्ली में लिया रुपया… अग्रवाल बनिया लिया। लेकिन कौन लिया ये तो बनिया बताएगा न कि हम बताएँगे?”
सुभाष यादव कहा, “जाकिर को इ लोग बार बार टॉर्चर करता था। जाकिर मेरे पास रहता था। मेरे साथ था। मेरे कहने पर पार्टी में आया था। उ सारी चीज बताता था कि भइया इ लोग धमका रहा है हमको… फलना फलना ने किया है।” लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य की शादी में पटना में गाड़ियों के शोरूम से गाड़ियाँ उठाने के आरोप पर भी उन्होंने खुलासा किया।
उन्होंने कहा, “आजाद गाँधी मेरा ही चेला था। हमने ही बनवाया था उसे एमएलसी। वो गाड़ी नहीं उठाया था शोरूम से। लालू जी के कहने पर ना हुआ था ये सब। बच्चा राय जी थे, आजाद गाँधी था। ऊ सब साथे रहता था। उठाया नहीं गया था, माँगा गया था। टाटा मोटर्स से गाड़ी आया था 15-16 गो। शादी-विवाह के बाद गाड़ी सुबह वापस कर दिया गया था।”