Tuesday, December 24, 2024
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पुष्पा 2 का प्रीमियर, भगदड़ में महिला की मौत… कैसे-क्यों कॉन्ग्रेसी CM और फिल्म स्टार के बीच ‘टशन’ में बदली: अल्लू अर्जुन से फिर हुई पूछताछ, बॉडीगार्ड गिरफ्तार

यह विवाद अब सिर्फ एक भगदड़ या फिल्म सीन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह तेलंगाना की राजनीति और फिल्म इंडस्ट्री के रिश्तों की गहरी खाई को उजागर कर रहा है।

हैदराबाद में पुलिस ने फिल्म स्टार अल्लू अर्जुन से एक बार फिर पूछताछ की। इस बार पूछताछ का केंद्र ‘पुष्पा 2’ के प्रीमियर के दौरान हुई भगदड़ थी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और उसका नौ साल का बेटा गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने अर्जुन के बॉडीगार्ड एंथनी को गिरफ्तार कर लिया है, जिन पर धक्का-मुक्की का आरोप है। वहीं, पुलिस स्टेशन में अल्लू अर्जुन से यह जानने की कोशिश की गई कि भगदड़ के दौरान क्या उन्होंने किसी सुरक्षा निर्देश की अनदेखी की थी।

यह विवाद तब शुरू हुआ, जब 4 दिसंबर को ‘पुष्पा 2’ के प्रीमियर के दौरान भारी भीड़ जुटी। इस शो में अर्जुन खुद मौजूद थे। स्टार को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग थिएटर में उमड़ पड़े, लेकिन थिएटर में प्रवेश और निकास के लिए एक ही रास्ता होने के कारण हालात बिगड़ गए। भगदड़ के दौरान 35 वर्षीय महिला की जान चली गई और उसका बेटा गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।

मुख्यमंत्री रेवन्त रेड्डी ने इस घटना को लेकर सीधे तौर पर अल्लू अर्जुन पर निशाना साधा। उन्होंने विधानसभा में दावा किया कि पुलिस ने अर्जुन को थिएटर न जाने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने इसकी अनदेखी की। रेड्डी ने कहा कि अर्जुन अपनी गाड़ी की सनरूफ से हाथ हिला (Waving) कर रहे थे, जिससे भीड़ बेकाबू हो गई। इस दौरान पुलिस को महिला का शव बरामद करना पड़ा।

अल्लू अर्जुन ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि उन्हें अगले दिन इस त्रासदी का पता चला। उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहते, लेकिन इस मामले में उनका पक्ष नहीं सुना गया। उन्होंने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता दी, जबकि उनकी फिल्म के निर्माताओं ने 50 लाख रुपये दिए।

इस घटना के बाद राजनीति गरमा गई। कॉन्ग्रेस और मुख्यमंत्री रेवन्त रेड्डी ने इसे कानून के समक्ष सभी को समान मानने का उदाहरण बताया। मुख्यमंत्री के समर्थकों का कहना है कि अर्जुन जैसे बड़े स्टार को कानून से ऊपर नहीं रखा जा सकता। वहीं, विपक्षी दल बीजेपी और बीआरएस ने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस सरकार अर्जुन को बेवजह निशाना बना रही है।

बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने अर्जुन का बचाव करते हुए कहा कि तेलंगाना सरकार उन्हें बलि का बकरा बना रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर फिल्म इंडस्ट्री के खिलाफ द्वेषपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया।

इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब ‘पुष्पा 2’ के एक सीन को लेकर कॉन्ग्रेस नेताओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस सीन में दिखाया गया है कि अर्जुन का किरदार मुख्यमंत्री के शासन को पलट देता है। कॉन्ग्रेस नेताओं का दावा है कि यह सीन वर्तमान मुख्यमंत्री रेवन्त रेड्डी की छवि को खराब करने की कोशिश है।

इस बीच, अर्जुन के घर पर कुछ उपद्रवियों ने हमला किया, जिसमें उनके घर के बाहर रखे गमलों को नुकसान पहुँचाया गया और टमाटर फेंके गए। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से चार लोग रेवन्त रेड्डी के विधानसभा क्षेत्र कोडंगल के बताए जा रहे हैं।

फिल्मी दुनिया और राजनीति के बीच यह तनातनी तेलुगु सिनेमा के लिए नई नहीं है, लेकिन अर्जुन का विवाद इतने बड़े स्तर पर पहली बार देखा जा रहा है। फिल्म इंडस्ट्री के अन्य स्टार्स ने अर्जुन से मुलाकात कर उनके प्रति समर्थन जताया, लेकिन इससे मुख्यमंत्री की नाराजगी और बढ़ गई।

अब तक अर्जुन को पुलिस ने चीकड़पल्ली थाने में पेश होने का नोटिस दिया। वो पूछताछ के लिए थाने भी पहुँचे, जहाँ से उनके बॉडीगार्ड को गिरफ्तार भी कर लिया गया। वहीं, अर्जुन ने बयान दिया है कि वह जाँच में पूरा सहयोग करेंगे।

बहरहाल, यह विवाद अब सिर्फ एक भगदड़ या फिल्म सीन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह तेलंगाना की राजनीति और फिल्म इंडस्ट्री के रिश्तों की गहरी खाई को उजागर कर रहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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