Friday, March 29, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'उन्हें हमारी अर्थव्यवस्था को अवरुद्ध करने का अधिकार नहीं': ट्रकर्स प्रदर्शन से भड़के कनाडा...

‘उन्हें हमारी अर्थव्यवस्था को अवरुद्ध करने का अधिकार नहीं’: ट्रकर्स प्रदर्शन से भड़के कनाडा के PM ट्रूडो, ‘किसान आंदोलन’ का किया था समर्थन

"उन्हें हमारी अर्थव्यवस्था, हमारे लोकतंत्र या फिर हमारे दूसरे नागरिकों के रोजमर्रा के जीवन को अवरुद्ध करने का अधिकार नहीं है। इसे रोकना होगा।"

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने कोविड-19 प्रतिबंधों के खिलाफ ओटावा में प्रदर्शन कर रहे हजारों ट्रक ड्राइवरों को रोकने की माँग की है। ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन के बाद से ट्रूडो कहीं गुप्त स्थान पर चले गए थे। कई दिनों बाद प्रधानमंत्री ट्रूडो ने संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स में (House of Commons) में अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा, “ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन रोकना होगा।”

उन्होंने इस बात की जानकारी देते हुए अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “आज रात हाउस ऑफ कॉमन्स में मैंने ओटावा में जारी स्थिति के बारे में बात की। मैंने कहा कि कनाडा के लोगों को विरोध करने, अपनी सरकार से असहमत होने और अपनी आवाज उठाने का अधिकार है, लेकिन उन्हें हमारी अर्थव्यवस्था, हमारे लोकतंत्र या फिर हमारे दूसरे नागरिकों के रोजमर्रा के जीवन को अवरुद्ध करने का अधिकार नहीं है। इसे रोकना होगा।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं स्पष्ट कहता हूँ, स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जिन भी संसाधनों की आवश्यकता होगी, हमारी सरकार उसकी व्यवस्था करेगी। हम यहाँ ओटावा के लोगों और देश भर में हमारे लोगों के लिए ही हैं।”

दरअसल, 6 फरवरी 2022 को ओटावा के मेयर जिम वॉटसन ने आपातकाल घोषित कर दिया था। ट्रक वाले 10 दिन से ओटावा में आंदोलन कर रहे हैं। इसको लेकर जिम वॉटसन ने कहा था कि शहर को घेरकर किए जा रहे आंदोलन के चलते यह फैसला लिया गया है। उन्होंने अपने बयान में कहा था, “आपातकाल घोषित किए जाने से साफ है कि इस तरह चल रहे प्रदर्शन लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। ऐसे मौके पर कनाडा सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि लोगों की मदद की जा सके।”

बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने वर्ष 2020 में भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करते हुए दिल्ली में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ के समर्थन में अपना बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि स्थिति चिंताजनक है और कनाडा हमेशा शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन का समर्थन करता है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इस बूथ पर होती है 100%, क्योंकि वोटर है केवल 1: मतदान कराने के लिए तैनात करने पड़ते हैं 15 कर्मचारी

खास उन्हीं के लिए बनाए जाने वाले मतदान केंद्र को देखते हुए वो कभी मतदान से पीछे नहीं हटते। ऐसे में इस बार भी 100 प्रतिशत मतदान की गारंटी है।

जिसे जेल में मछली खिलाने के लिए खुदवा ली गई थी तालाब, उसे सुबह की नमाज़ के बाद किया जाएगा सुपुर्द-ए-ख़ाक: मुख़्तार अंसारी के...

मुख़्तार अंसारी का रसूख ऐसा था कि गाजीपुर जेल में उसे मछलियाँ खिलाने के लिए तालाब तक खुदवा ली गई थी, बड़े-बड़े अधिकारी उसके साथ बैडमिंटन खेलने आते थे।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe