Sunday, June 22, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयभारत से वैक्सीन पहुँचने पर भावुक हुए मात्र 72 हजार आबादी के इस देश...

भारत से वैक्सीन पहुँचने पर भावुक हुए मात्र 72 हजार आबादी के इस देश के PM, प्रधानमन्त्री मोदी को कहा- शुक्रिया

डोमिनिका के डगलस-चार्ल्स एयरपोर्ट पर भारत से वैक्सीन लेकर विमान पहुँचा। यह वैक्सीन पड़ोसी देश बारबाडोस के एयर नेशनल गार्ड के प्लेन से पहुँची। वैक्सीन को रिसीव करने के लिए खुद पीएम रूजवेल्ट स्केरिट और उनके कैबिनेट सहयोगी मौजूद थे। यही नहीं खुद पीएम और उनके कैबिनेट सहयोगियों ने दवाओं को प्लेन से उतारने में सहयोग किया।

कोरोना वायरस महामारी को हराने के लिए भारत में वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो चुका है। दुनिया कोरोना से लड़ सके इसीलिए भारत कई देशों को वैक्सीन दे रहा है। भारत कई देशों को फ्री में कोरोना वैक्सीन की सप्लाई कर रहा है। ऐसे में भारत की उदारता की प्रशंसा पूरी दुनिया में हो रही है।

इसी कड़ी में भारत की वैक्सीन डोमिनिकन गणराज्य पहुँच गई है। वैक्सीन देश में पहुँचने के बाद डोमिनिकन गणराज्य के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने पीएम मोदी और भारत के लोगों को शुक्रिया कहा है।

वैक्सीन पहुँचने के बाद आयोजित एक औपचारिक कार्यक्रम में डोमिनिकन पीएम रूजवेल्ट स्केरिट ने कहा, “मैं यह कहूँगा कि मुझे इस बात की कल्पना भी नहीं थी कि हमारी गुजारिशों पर इतनी जल्दी जवाब मिलेगा। कोई भी यह समझ सकता है कि इस तरह के गंभीर संकट में किसी भी देश के लिए अपनी ही रक्षा करना एक चुनौती है। ऐसी स्थिति में पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से किए प्रयासों के चलते यह संभव हुआ। उन्होंने मेरिट के आधार पर हमारी माँगों को स्वीकार किया और हमारे लोगों की समानता को स्वीकार किया।” उन्होंने बताया कि भारत द्वारा 35000 वैक्सीन यहाँ पहुँची है। इसके जरिए यहाँ की 72 हजार की आबादी में से आधे लोगों की जीवन रक्षा हो सकेगी।

वैक्सीन रिसीव करने खुद एयरपोर्ट पहुँचे प्रधानमंत्री

9 फरवरी को डोमिनिका के डगलस-चार्ल्स एयरपोर्ट पर भारत से वैक्सीन लेकर विमान पहुँचा। यह वैक्सीन पड़ोसी देश बारबाडोस के एयर नेशनल गार्ड के प्लेन से पहुँची। वैक्सीन को रिसीव करने के लिए खुद पीएम रूजवेल्ट स्केरिट और उनके कैबिनेट सहयोगी मौजूद थे। यही नहीं खुद पीएम और उनके कैबिनेट सहयोगियों ने दवाओं को प्लेन से उतारने में सहयोग किया। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुई थी।

बता दें कि कोविड-19 टीकों के अलावा भारत विश्व स्तर पर डीपीटी, बीसीजी और मीजल्स टीकों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। हाल ही में वैक्सीन मैत्री अभियान के तहत भारत ने अफगानिस्तान को टीके उपलब्ध कराए थे और उसी दौरान बताया गया था कि कैरेबियाई देश बारबाडोस और डोमिनिका को भी कोरोना वैक्सीन की पहली खेप भेजी है।

अफग़ानिस्तान को जहाँ एयर इंडिया के विमान से रविवार को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की पाँच लाख खुराक मुंबई से दिल्ली फिर काबुल भेजी गई। वहीं कैरेबियाई देश बारबाडोस और डोमिनिका को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविडशील्ड वैक्सीन की एक-एक खेप आज भेजी गई। भारत ने पड़ोसी देशों समेत दुनिया के कुल 25 देशों को 24 मिलियन डोज उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। इन देशों में युगांडा, इक्वाडोर, निकारागुआ, मोरक्को और नामीबिया जैसे देश भी शामिल हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

होर्मुज स्ट्रेट को ईरान ने किया ब्लॉक करने का फैसला, ठप पड़ जाएगी दुनिया भर में 20% कच्चे तेल की सप्लाई: अमेरिकी हमले के...

होर्मुज जलडमरूमध्य बंद करने के ईरान के फैसले से तेल व्यापार प्रभावित होगा। भारत जैसे देशों को कीमतों और आपूर्ति में संकट झेलना पड़ सकता है।

IIT गाँधीनगर में ‘वामपंथी प्रोफेसर’ का प्रोपेगेंडा जारी, RTI के भी नहीं दिए जा रहे सही जवाब: टैक्स पेयर्स के पैसों पर ‘पलने’ वालों...

IIT गाँधीनगर टैक्सपेयर्स के पैसे से चलता है। यहाँ के प्रोफेसर ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं, तो पढ़ने वाले छात्रों पर इसका क्या असर पड़ेगा?
- विज्ञापन -