Saturday, April 20, 2024

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Constitution

जानिए क्या है ‘संविधान का मृत पत्र’: कॉन्ग्रेस इसी के सहारे उखाड़ फेंकती थी चुनी हुई सरकार, इंदिरा गाँधी ने 51 बार किया था...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस आर्टिकल 356 के दुरुपयोग की बात कही है उसे आम भाषा में राष्ट्रपति शासन कहा जाता है।

उपराष्ट्रपति को पद से हटवा देंगे जज-वकील: जानिए क्या है प्रक्रिया, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को लेकर पागलपन किस हद तक?

कॉलेजियम और केंद्र के बीच खींचतान जारी है। ऐसे में उपराष्ट्रपति और कानून मंत्री को कोर्ट हटा सकता है? क्या कहता है संविधान?

1000 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव परिणाम तय करने वाला अल्पसंख्यक कैसे? संविधान में सभी समान, फिर विदेशी संप्रदाय के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय क्यों?

क्या उस समुदाय को अल्पसंख्यक कह सकते हैं जो भारत के लगभग लगभग 200 लोकसभा और 1000 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव परिणाम तय करता हो?

‘देश 1400 साल पुराने शरिया से नहीं चलेगा’: ‘हिन्दू संकल्प मार्च’ में भगवा झंडों के साथ शांतिपूर्ण विशाल रैली, उदयपुर-अमरावती जैसी घटनाओं पर चेताया

दिल्ली में 'हिन्दू संकल्प' मार्च निकालकर हिन्दुओं ने जिहादी मानसिकता रखने वालों को स्पष्ट संदेश दिया है कि ये देश संविधान से ही चलेगा।

संस्कृत को राज एवं राष्ट्र भाषा बनाने को तैयार थी संविधान सभा, फिर किसने अटकाई पेंच: हिंदी को बढ़ावा देने से गरमाई राजनीति के...

अमित शाह के हिंदी में कामकाज को बढ़ावा देने सम्बन्धी बयान पर राजनीति गरमा गई है। हमेशा की तरह, इस बार भी विरोध दक्षिण के राज्यों की तरफ से हुआ है।

‘हम शर्मिंदा हैं’: बुर्का के समर्थन में 765 वकील, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लिखा पत्र, हिजाब को बताया संवैधानिक अधिकार

हिजाब/बुर्का विवाद को कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा स्कूल-कॉलेजों में धार्मिक कपड़े पहनने पर रोक को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं चिंता व्यक्ति की है।

भारत अनादि काल से आध्यात्मिक रहा है, संविधान की प्रस्तावना में ‘धर्मनिरपेक्ष’ जोड़ने से देश की छवि धूमिल हुई: हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस

संविधान की प्रस्तावना में समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द जोड़ने से देश की छवि को नुकसान हुआ है। यह कहना है जस्टिस पंकज मित्तल का।

बढ़ता आरक्षण हो, समान नागरिक संहिता या… कुछ और: संविधान दिवस बनेगा विमर्शों का कारण, पिछले 7 सालों में PM मोदी ने दी है...

विमर्शों का कोई अंतिम या लिखित निष्कर्ष निकले यह आवश्यक नहीं पर विमर्श हो यह आवश्यक है क्योंकि वर्तमान काल भारतीय संवैधानिक लोकतंत्र की यात्रा के मूल्यांकन का काल है।

‘परिवारवाद स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा, राजनीतिक लाभ के लिए सजा पाए लोगों का महिमामंडन किया जा रहा’: संविधान दिवस पर PM...

प्रधानमंत्री ने परिवारवाद को लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए कॉन्ग्रेस को 'पार्टी फॉर द फैमिली, पार्टी बाय द फैमिली' बताया।

आरक्षण किसे और कब तक: समान नागरिक संहिता पर बात क्यों नहीं? – कुछ फैसले जो अभी बाकी हैं

भारत की धर्म निरपेक्षता के खोखलेपन का ही सबूत है कि हिंदुओं के पास आज अपनी एक 'होम लैंड' नहीं है जबकि कथित अल्पसंख्यक...

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