Saturday, April 27, 2024

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लिबरल गिरोह

बाबरी ढॉंचे के नीचे बिरियानी बनाता मिला मुगल, आज भी है चूल्हे में आग: शेख की दाढ़ी चूसने वाले लिबरलों ने देखा

सभ्यताओं के 'मुगलीकरण' से एक कहानी याद आती है। एक बार अरब का एक शेख व्यापार के लिए भारत आया और रसीले आमों का गुलाम हो गया...

Zee न्यूज की मरकज के साथ तुलना केवल कुंठा… जमात के गुनाहों पर पर्दा डालने का और तरीका तलाशो लिबरलों

Zee न्यूज के कर्मचारियों का कोरोना संक्रमित होना वह संकट है, जिससे पूरी दुनिया आज जूझ रही है। जमातियों की तरह उन्होंने इसे छिपाने की कोशिश नहीं की।

ब्रा, पैंटी, योनि, सेक्स, लिंग, वीर्य से करियर बनाने वाले संपादक के पत्रकारिता वाले कुछ लल्लनटॉप प्रयोग

ब्रा, पैंटी, लिंग, लिपस्टिक.. इन जैसे ही कुछ मिलते-जुलते विषयों में अगर आप रूचि रखते हैं तो आपकी पहली मंजिल दिल्ली पालिका बाजार या सरोजिनी मार्किट नहीं बल्कि दी लल्लनटॉप होना चाहिए।

ट्विटर गली में शोर है, मुनव्वर राना? जी हाँ, ‘मेरे हिस्से माँ आई’ शेर का सच ये है

मुनव्वर राना ने जिस 'माँ' पर लिखे शेर पर जिंदगीभर वाह-वाही लूटी, वास्तव में वो मशहूर लेखक कवि आलोक श्रीवास्तव द्वारा लिखी गई 'अम्मा' कविता से चुराई गईं हैं।

ज़हर-ए-मुनव्वर राणा: महफिल नहीं मिल रही तो ट्विटर से फैला रहा है नफरत, हिन्दुओं को ले कर घृणा

उर्दू के मशहूर और विवादित शायर मुनव्वर राना ने एक विवादित ट्वीट में लिखा कि भारत में 35 करोड़ इंसान और 100 करोड़ जानवर रहते हैं।

₹20 लाख करोड़ के पैकेज से कॉन्ग्रेस सहित लिबरल गिरोह बदहवास, अपने ही बयान से पलटी लिबरल जमात

मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस ने अपने ट्विटर एकाउंट से लिखा है - "केवल 20 लाख करोड़..? मोदी जी, ये महामारी है, सब कुछ चौपट हो चुका है। जीडीपी का केवल 10% नहीं, कम से कम जीडीपी का 50% तो दीजिए।"

कलम के आतंकी बम-बन्दूक वालों को आतंकवादी क्यों नहीं लिखते?

आखिर 'जमात-ए-प्रोपेगेंडा' यानी, द वायर, क्विंट, NDTV, बीबीसी आदि आतंकवादियों के नाम के आगे 'आतंकी' क्यों नहीं लिखते हैं?

पूर्व DGP की लॉकडाउन के उल्लंघन में दायर 75,000 FIR रद्द करने की माँग पर SC ने कहा- आप लोग यहाँ आ कैसे जाते...

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को UP के पूर्व DGP विक्रम सिंह की लॉकडाउन के दौरान 75000 FIR रद्द करने की PIL को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने......

तेजस्वी सूर्या के ट्वीट पर छाती पीटते लिबरलों को क्यों खटक रहे भारत-अरब के मैत्रीपूर्ण रिश्ते

तेजस्वी सूर्या प्रसंग में वामपंथी और कट्टरपंथी जमात एक हो गए। ऐसे प्रतिक्रिया कर रहे हैं जैसे वे भारतीय ना होकर सऊदी अरब के एजेन्ट हों।

‘ऋषि कपूर की जगह नरेंद्र मोदी को उठा लो’: मौत के बहाने मोदी-विरोधियों ने उगला जहर

निधन तो ऋषि कपूर का हुआ लेकिन मौत की कामना लोग नरेंद्र मोदी की करने लगे। लेकिन ये लोग कौन हैं? नाम देखकर और कॉमेंट पढ़कर अंदाजा लगाइए कि...

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