खालिस्तानी चरमपंथ लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार ने खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले की पोस्टर जिन-जिन गाड़ियों पर लगे हैं, उन्हें राज्य में घुसने से रोकने का आदेश जारी किया है। सीएम जयराम ठाकुर ने स्पष्ट कहा कि हम ‘निशान साहिब’ (सिख ध्वज) का पूरा सम्मान करते हैं, लेकिन भिंडरावाले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दरअसल, पंजाब से आने वाली कई गाड़ियों पर भिंडरावाले की तस्वीरों वाले बैनर लगे हुए थे, जिस पर ज्वालामुखी और मंडी जिलों के लोगों ने आपत्ति जताई थी। ऐसे कई सारे वीडियो सामने आए, जिनमें स्थानीय लोग इन झंडों को हटाने की माँग करते दिखे। इसके बाद सरकार ने ये एक्शन ले लिया।
ट्विटर यूजर अमन बाली ने भिंडरावाले का झंडा लिए एक सिख व्यक्ति का वीडियो शेयर किया, जिसमें कुछ भिंडरावाले के पोस्टर के इस्तेमाल पर आपत्ति जता रहे थे। अमन बाली ने इसे गुंडागर्दी करार देते हुए खालिस्तानी आतंकी को ‘संत जी’ कहा।
Urging @himachalpolice to clarify the rules that forbid the usage of flags carrying images of Deep Sidhu or Sant Ji. It would be great to help public understand what sections forbid use of Nishan Sahib on vehicles. In video a cop is seen removing Nishan pic.twitter.com/CpX8t8bkfU
— Amaan (@amaanbali) March 18, 2022
वायरल हो रहे वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि सिख व्यक्ति निशान साहिब की जगह भिंडरांवाले का झंडा लेकर चल रहा था। हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने भी अगले दिन सोशल मीडिया दावों पर निशान साहिब के झंडे को हटाए जाने के दावे का भी खंडन किया। साथ ही ये भी स्पष्ट किया कि किसी भी धार्मिक झंडे को नहीं हटाया गया।
#PressNote#Media pic.twitter.com/YKOn8dKIFt
— Himachal Pradesh Police (@himachalpolice) March 19, 2022
इस मामले में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पंजाब के साथ इसको लेकर चर्चा की गई है। उन्होंने कहा, “हम निशान साहिब के प्रतीक का बहुत सम्मान करते हैं और इसका इस्तेमाल करने के लिए किसी का भी स्वागत है, लेकिन भिंडरांवाले की तस्वीरों वाले झंडे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” इसके अलावा राज्य के डीजीपी संजय कुंडू ने भी किसी भी तरह के उकसावे से इनकार किया है।
भिंडरावाले पर बैन से बौखलाया SGPC
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा भिंडरावाले पर बैन लगाए जाने से नाराज शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने बुधवार सीएम जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर बैन का विरोध किया। हरजिंदर सिंह धामी ने दावा किया कि दुनिया भर के सिख भिंडरावाले को अपना आदर्श और नेता मानते हैं। के रूप में देखते हैं।
एसजीपीसी ने भिंडरावाले पर बैन को ‘धार्मिक भावनाओं को आहत’ करने वाला कदम बताया। SGPC ने जोर देकर कहा कि खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरावाले, जिसके कार्यों से हजारों लोगों की मौत हुई, पर आपत्ति ‘धार्मिक भावनाओं को आहत’ करने वाली है। सिख कमेटी ने कहा, “आपके (जयराम ठाकुर) द्वारा दिए गए बयान से सिखों की भावनाओं को ठेस पहुँची है। हम आपसे अपने अत्यधिक आपत्तिजनक बयान को वापस लेने का आग्रह करते हैं और उम्मीद करते हैं कि भविष्य में हिमाचल प्रदेश में ऐसा कोई विवाद पैदा न हो।”
गौरतलब है कि भिंडरावाले वो आतंकी है, जिसके कृत्यों से हजारों लोगों की जानें गई थीं।