Thursday, May 2, 2024
Homeदेश-समाजइलाज के लिए अनिल देशमुख और नवाब मलिक को कोर्ट ने दी अलग-अलग छूट,...

इलाज के लिए अनिल देशमुख और नवाब मलिक को कोर्ट ने दी अलग-अलग छूट, मनी लॉन्ड्रिंग में हैं आरोपित: वरवरा राव को भी मिली थी राहत

इसी तरह से पुणे के एल्गार परिषद के मामले गिरफ्तार किए गए अर्बन नक्सल वरवरा राव को भी कोर्ट ने इलाज के लिए नानावती अस्पताल में ट्रांसफर करने की इजाजत दी थी।

मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल की सजा काट रहे महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी के नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को शुक्रवार को बाएँ कंधे की जाँच के लिए पहले सरकारी केईएम अस्पताल में भर्ती करने और फिर वहाँ से उन्हें आगे के इलाज के लिए जेजे अस्पताल में ट्रांसफर करने का आदेश दिया। इसी के साथ कोर्ट ने देशमुख की प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने की माँग वाली याचिका को खारिज कर दिया।

वहीं दूसरी तरफ उसी अदालत ने महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक की मेडिकल बेल की एप्लीकेशन को भले ही कोर्ट ने खारिज कर दिया, लेकिन उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में अपनी ट्रीटमेंट कराने की इजाजत दे दी। इसके साथ ही इसके लिए उन्हें भुगतान करने की भी इजाजत मिल गई।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और नवाब मलिक पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्रवाई कर रहा है। केंद्रीय जाँच एजेंसी ने मलिक को इसी साल फरवरी में गिरफ्तार किया था, जबकि देशमुख को नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया गया था। दोनों ही नेताओं ने मेडिकल बेल माँगी थी।

उल्लेखनीय है कि एनसीपी नेता नवाब मलिक को 9 से 11 मई तक उनके फेमिली डॉक्टरों, डॉ सईदा खान और डॉ शरद कोलके की उपस्थिति में कम्प्लीट हेल्च चेकअप के लिए एक नेफ्रोलॉजिस्ट से मिलने की इजाजत दी गई थी। कोर्ट के आदेश के मुताबिक, इस दौरान फैमिली डॉक्टर को लेकर जो भी खर्च होगा, उसका वहन नवाब मलिक को ही करना होगा। ये व्यवस्था कोर्ट ने अस्थायी तौर पर की है। वहीं उनकी अंतरिम जमानत अर्जी पर भी अदालत में सुनवाई हुई थी। मलिक ने अदालत में याचिका दायर कर कहा था कि उन्हें किडनी की बीमारी है और इसके लिए उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए जाने की इजाजत दी जाए। उन्होंने 6 सप्ताह की अंतरिम जमानत माँगी थी।

इसी तरह से पुणे के एल्गार परिषद के मामले गिरफ्तार किए गए अर्बन नक्सल वरवरा राव को भी कोर्ट ने इलाज के लिए नानावती अस्पताल में ट्रांसफर करने की इजाजत दी थी। दरअसल, राव ने 2020 में मेडिकल बेल और एक रिट पिटिशन फाइल की थी, जिसमें उसने अपनी बिगड़ती न्यूरोलॉजिकल स्थिति और शारीरिक हालत का हवाला देते हुए नानावती अस्पताल में इलाज की इजाजत माँगी थी।

इसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस एसएस शिंदे और जस्टिस माधव जामदार की बेंच ने इस मामले में हस्तक्षेप किया, जिसके बाद राज्य ने कहा कि वो राव को नवी मुंबई में तलोजा जेल से माहाराष्ट्र सरकार के विशेष मामले के तौर पर नानावती अस्पताल में इलाज के लिए भेजेगी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बंगाल, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु…. हर जगह OBC का हक मार रहे मुस्लिम, यूँ ही PM मोदी को नहीं कहना पड़ा- मेरे जीते जी...

पीएम मोदी ने कहा कि वे जब तक जिंदा हैं, तब तक देश में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू नहीं होने देंगे। हालाँकि, कुछ राज्यों में मुस्लिम आरक्षण है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अयोध्या में रामलला के किए दर्शन: हनुमानगढ़ी में आशीर्वाद लेने के बाद सरयू घाट पर सांध्य आरती में भी हुईं...

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अयोध्या पहुँची। राष्ट्रपति ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन किए। वहाँ पूजा-अर्चना के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रामलला के दर्शन करने पहुंचीं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -