Friday, November 15, 2024
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‘हम गाँव के अकेले क्षत्रिय, वो चाहते हैं हम छोड़ कर चले जाएँ’: ग्राम प्रधान असीर अहमद ने 30 की भीड़ के साथ बोला हमला, लाठी-डंडे और बंदूक से थे लैस

ऑपइंडिया ने पीड़ित मशाल सिंह से बात की। पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए मशाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने 2 आरोपितों को पकड़ कर छोड़ दिया।

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में मशाल सिंह नाम के व्यक्ति के घर पर मुस्लिम समुदाय के लगभग 30 हमलावरों की भीड़ ने हमला किया है। हमले के दौरान लाठी-डंडे चलाए गए और पत्थरबाजी की गई। इस हमले में मशाल के परिवार से 5 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर आरोपितों के खिलाफ लचर कार्रवाई का आरोप लगाया है। घटना रविवार (5 फरवरी, 2023) की है।

मामला हरदोई जिले के मझिला थानाक्षेत्र का है। इस मामले में शिकायतकर्ता मशाल सिंह हैं। मशाल सिंह ने पुलिस को शिकायत देते हुए बताया है कि घटना के दिन 5 फरवरी को वो खेतों से अपने घर की तरफ आ रहे थे। इस दौरान असीर अहमद, नबी अहमद, पप्पू खाँ, गुड्डू खाँ, पुत्तन खाँ, छुट्ट्न खाँ, अरशद और रजी अहमद रास्ते में घात लगाए बैठे थे। शिकायत के मुताबिक जैसे ही मशाल सिंह रास्ते से गुजरे वैसे ही उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया। इस हमले से खुद को बचाते हुए मशाल सिंह घर की तरफ भागे। हमलावरों में असीर अहमद गाँव का प्रधान बताया जा रहा है।

शिकायत में बताया गया है कि मशाल सिंह को घर की तरफ भागते देख कर सभी आरोपितों ने 25 अन्य अज्ञात हमलावरों के साथ पीड़ित के घर पर धावा बोल दिया। आरोप है कि सभी हमलावर मशाल सिंह के घर में घुस गए और घर के सदस्यों से मारपीट करने लगे। हमलावरों द्वारा लाठी-डंडों के साथ लाईसेंसी बंदूकें और तमंचे भी प्रयोग करने का आरोप है। इस हमले में विवेक सिंह, मान सिंह, शिवम सिंह के साथ लक्ष्मी सिंह नाम की एक महिला घायल हो गई। मशाल सिंह के अनुसार हमलावरों ने उनके घर की 3 मोटरसाईकिलों को भी बुरी तरह से तहस-नहस कर दिया है।

पीड़ित का कहना है कि गाँव में शोर-शराबा मचने के बाद आरोपित उनके घर वालों को छोड़ कर वापस लौटे। आरोप है कि जाते-जाते हमलावरों ने पीड़ित परिवार को परिणाम भुगतने की भी धमकी दी। पुलिस ने इस मामले में 8 नामजदों सहित 25 अज्ञात हमलावरों पर FIR दर्ज की है। आरोपितों पर IPC की धारा 147, 148, 149, 323, 427, 452, 504 और 504 के तहत केस दर्ज किया गया है। इस हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में हमलावर पत्थरबाजी करते दिखाई दे रहे हैं।

वो चाहते है कि हम गाँव छोड़ दें

ऑपइंडिया ने पीड़ित मशाल सिंह से बात की। पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए मशाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने 2 आरोपितों को पकड़ कर छोड़ दिया। मशाल सिंह के मुताबिक उनके घर पर पुलिस का पहरा बिठा दिया गया है लेकिन अभी तक एक भी हमलावर पकड़ा नहीं गया। हमले की वजह पूछने पर मशाल सिंह ने बताया कि उनके गाँव में 20% हिन्दू और 80% मुस्लिम हैं और मुस्लिम चाहते हैं कि गाँव का एकमात्र क्षत्रिय परिवार होने के नाते हम गाँव छोड़ कर चले जाएँ। मशाल सिंह ने दावा किया कि गाँव के बचे-खुचे अन्य OBC व SC समुदाय के लोग भी मुस्लिमों से आए दिन प्रताड़ित होते रहते हैं।

गाडी के आगे मुर्गियाँ फेंक कर वसूलते हैं 5 गुना दाम

पीड़ित ने दावा किया कि उनके गाँव में लगभग 30 वर्षों में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ी है। उनका कहना था कि बाहर से लोग कहाँ से और कैसे आ कर बस गए ये कोई नहीं जानता। मशाल के मुताबिक घर की रोजी-रोटी चलाने के लिए उन्होंने ट्रक खरीद रखी है जिसे गाँव में लाने पर उसके आगे मुर्गियाँ कुचल जाने के लिए छोड़ दी जाती हैं। आरोप है कि बाद में कई गुना बढ़ा कर मुर्गियों के दाम वसूले जाते हैं। हमसे बातचीत के दौरान मशाल सिंह हरदोई के पड़ोसी जिले सीतापुर में अपने घायल परिजन का इलाज करवा रहे थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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