उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक गाँव में हिन्दू ग्रामीणों ने ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगा दिए हैं। उन्होंने इस बार होली त्यौहार भी ना मनाने की चेतावनी दी है। हिन्दू चाहते हैं कि उन्हें गाँव के भीतर नियत स्थान पर होलिका दहन करने दिया जाए। यह स्थान एक मस्जिद के पास है। मुस्लिम इसका विरोध कर रहे हैं। हिन्दुओं ने इस संबंध में प्रदर्शन भी किया है। हालाँकि, यूपी पुलिस ने अब यह विवाद सुलझा दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कासगंज के थाना सोरों के सराय जुन्नारदार गाँव में हिन्दुओं ने यह पोस्टर लगाए। इस गाँव में बहुसंख्यक आबादी मुस्लिमों की है जबकि कुछ हिन्दुओं के परिवार भी रहते हैं। हिन्दुओं ने गाँव के भीतर एक जगह पर होलिका दहन करने की माँग को लेकर प्रदर्शन किया। जहाँ हिन्दू होलिका दहन की माँग कर रहे हैं, वह परंपरागत स्थान है। यहाँ पर बीते कई दशकों से होलिका दहन होता रहा था।
स्थानीय पत्रकार आयुष भारद्वाज ने ऑपइंडिया से बताया कि सपा सरकार में यहाँ होलिका दहन वाले स्थान के पास ही मुस्लिमों ने मस्जिद बनवा ली थी। मस्जिद बनने के बाद होलिका दहन को गाँव के बाहर कर दिया गया था। गाँव के बाहर एक स्कूल के पास हिन्दुओं को होलिका दहन करने को कहा गया था। कुछ वर्षों तक यही स्थिति बनी रही। हालाँकि, अब इस नई जगह पर भी आँगनवाड़ी बन गई है। होलिका दहन को लेकर जगह का फिर से विवाद पैदा हो गया।
हिन्दुओं ने कहा है कि वह बार-बार होलिका दहन का स्थान नहीं बदल सकते। उन्होंने माँग की है कि गाँव के भीतर मस्जिद के पास वाले स्थान पर ही उन्हें होलिका दहन की दोबारा अनुमति दी जाए। इस माँग को लेकर प्रदर्शन किया है और प्रशासन से इस समस्या को सुलझाने को कहा है। उन्होंने कहा था कि अगर परम्परागत स्थान पर होलिका दहन नहीं करने दिया गया तो इस साल होली नहीं मनाएँगे और घर गाँव छोड़ कर भी चले जाएँगे।
वहीं मुस्लिम मस्जिद के सामने वाली जगह पर होलिका ना जलाने देने के लिए अड़े हुए हैं। मामले में प्रशासन ने मंगलवार (11 फरवरी, 2025) को बातचीत की है। ऑपइंडिया ने इस मामले में CO आँचल चौहान से भी बात की है। उन्होंने बताया कि हिन्दू और मुस्लिम पक्ष को बिठा कर बात की गई है। हिन्दू पक्ष ग्राम पंचायत की जमीन पर होलिका दहन के लिए राजी हो गया है। उन्होंने कहा है कि गाँव में लगाए गए पोस्टर भी हट गए हैं और अभी शान्ति बनी हुई है।