महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक मुस्लिम महिला ने गुरुवार (2 जनवरी 2025) को अपनी अम्मी की हत्या कर दी। 41 वर्षीया आरोपित का नाम रेशमा मुजफ्फर क़ाज़ी है। उसने पुलिस के आगे आत्मसमर्पण कर दिया है। आरोपित ने अपनी 65 वर्षीया अम्मी सबीरा बानो को मार डालने के पीछे उनके द्वारा अपने अपने साथ किए जाने वाले पक्षपात को मुख्य वजह बताया है। पुलिस पूरे मामले की जाँच कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला मुंबई के कुर्ला इलाके में पड़ने वाले कुरैशी नगर का है। 65 वर्षीया सबीरा बानो के परिवार में 1 बेटा अख्तर और 3 बेटियाँ हैं। सबीरा बानो की 42 वर्षीया बड़ी बेटी ज़ैनबी और छोटी पुत्री रेशमा में काफी पहले से झगड़ा होता आया है। साल 2021 में दोनों के बीच झगड़ा हुआ था, जिसके बाद रेशमा ने अपनी बहन के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई थी।
सबीरा बानो अक्सर बीमार रहती थी। उसके इलाज का खर्च ज़ैनबी उठाती थी। इसी वजह से सबीरा ज्यादातर ज़ैनबी के साथ रहती थी। सबीरा बानो अक्सर ज़ैनबी की तारीफ भी करती थी। ये बातें रेशमा को काफी अखरती थी। रेशमा को लगता था कि उनकी अम्मी पक्षपात करती है और ज़ैनबी को ज्यादा पसंद करती है। इसकी वजह से कई बार रेशमा और उसकी अम्मी के बीच बहस भी हो चुकी थी।
गुरुवार को सबीर बानो रेशमा के घर गई। यहाँ एक बार फिर से माँ-बेटी में ज़ैनबी को लेकर बहस शुरू हो गई। कुछ देर तक जुबानी झगड़े के बाद रेशमा रसोई घर में गई और एक चाकू लेकर आई। इसी चाकू से रेशमा ने सबीरा पर कई वार कर दिए। घायल सबीरा की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद रात लगभग 8 बजे रेशमा ने अपने भाई अख्तर को कॉल किया। अख्तर के जरिए यह बात ज़ैनबी तक पहुँची।
जब तक ज़ैनबी रेशमा के घर पहुँचती, तब तक सबीरा बानो ने दम तोड़ दिया था। उधर अपनी अम्मी को मार कर रेशमा खुद ही चूनाभट्टी थाने पहुँच गई। वहाँ उसने आत्मसमर्पण कर दिया। ज़ैनबी की तहरीर पर पुलिस ने रेशमा के खिलाफ केस दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने सबीरा बानो के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।