Monday, October 7, 2024
Homeदेश-समाज'एंटिलिया के सामने जो बम रखा गया, उसे शिवसेना नेता ने खरीदा था' -...

‘एंटिलिया के सामने जो बम रखा गया, उसे शिवसेना नेता ने खरीदा था’ – NIA से सचिन वाजे

प्रदीप शर्मा... महाराष्ट्र पुलिस का एक छोटा अधिकारी लेकिन एनकाउंटर स्पेशलिस्ट। नौकरी छोड़ शिवसैनिक बना। 2019 के विधानसभा चुनावों में नालासोपाड़ा से बतौर शिवसेना प्रत्याशी भी... और संपत्ति 36.21 करोड़ रुपए की!

एंटिलिया केस में पूछताछ के दौरान मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी व मामले में आरोपित, सचिन वाजे ने NIA के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया है। वाजे ने NIA को बताया कि नालासोपाड़ा से शिवसेना प्रत्याशी व पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने जिलेटिन की छड़ें खरीदी थीं।

बता दें कि इससे पहले पूर्व पुलिस कमिश्नर परबीर सिंह के साथ पूछताछ के बाद 7 अप्रैल को प्रदीप शर्मा को भी NIA ऑफिस पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

दरअसल, एटीएस ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि मनसुख हिरेन ने अंधेरी ईस्ट से अंतिम कॉल किया था और उसके बाद उसका मोबाइल फोन स्वीच ऑफ हो गया था। अब चूँकि अंधेरी ईस्ट में ही प्रदीप शर्मा रहते हैं, इस वजह से वह एटीएस और अब एनआईए के शक के घेरे में थे।

मालूम हो कि प्रदीप शर्मा ने साल 2019 के विधानसभा चुनावों के दौरान शिवसेना का हाथ थामा था और वह नालासोपाड़ा से बतौर शिवसेना प्रत्याशी चुनाव भी लड़ चुके हैं। साल 2019 में ही जब शिवसेना ने प्रदीप शर्मा को कैंडिडेट बनाया था, तब 36.21 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा इन्होंने दिया था।

सचिन वाजे की चिट्ठी में आया शरद पवार का भी नाम

इस पूरे मामले में पुलिस के सस्पेंड हो चुके अधिकारी सचिन वाजे की बुधवार (अप्रैल 7, 2021) को मीडिया में कथित चिट्ठी सामने आई थी। इसमें सचिन वाले ने महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के कई नेताओं पर आरोप लगाए हुए हैं। इसमें एनसीपी प्रमुख पवार का भी नाम है।

चिट्ठी में सचिन वाजे ने आरोप लगाया है कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उन्हें नौकरी पर वापस रखने के बदले 2 करोड़ रुपए माँगे थे। चिट्ठी में सचिन वाजे ने कहा कि शरद पवार उन्हें वापस नौकरी पर नहीं रखना चाहते थे, लेकिन अनिल देशमुख ने उनसे कहा कि वो शरद पवार को मना लेंगे लेकिन उसके लिए दो करोड़ रुपए देने होंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

फूट गया ‘इंडिया आउट’ का बुलबुला, भारतीयों से राष्ट्रपति मुइज्जू ने लगाई मालदीव आने की गुहार: PM मोदी ने ₹3300 करोड़ का दिया ‘सहारा’

राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत यात्रा के बाद मोदी सरकार ने मालदीव को 400 मिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है।

‘मेहदी फाउंडेशन’ से जुड़ा है UP का परवेज अहमद, पाकिस्तानी मुस्लिमों को ‘हिंदू पहचान’ देकर भारत में बसाता है: खुद की बीवी भी सीमा...

पुलिस ये छानबीन कर रही है कि पाकिस्तानी परिवारों का कोई आपराधिक बैकग्राउंड है या नहीं। अगर नहीं, तो फिर उन्हें वापस उनके मुल्क भेजने की प्रक्रिया की जाएगी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -