Wednesday, May 1, 2024
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गाइत कुछ है, हाल कुछ है, लेबल कुछ है, माल कुछ है… PM मोदी ने बताया 24 के लिए 26 हुए विपक्षी दलों का एजेंडा – ‘परिवार बचाओ, भ्रष्टाचार बढ़ाओ’

ये हमारी ही सरकार है जिसने रॉस आइलैंड को नेताजी सुभाष का नाम दिया और ये हमारी ही सरकार है जिसने हेवलॉक और नील आइलैंड को स्वराज और शहीद आइलैंड का नाम दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक पर निशाना साधा है। बता दें कि 26 दलों का बेंगलुरु में जुटान हुआ है, जिनके नेताओं ने सोमवार (17 जुलाई, 2023) की शाम को दावत उड़ाया। वहीं 18 जुलाई को बृहद बैठक की योजना है। इसी दिन शाम को NDA की बैठक भी है, जिसमें 38 दल उपस्थित होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम भी अब तक फाइनल नहीं हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पोर्ट ब्लेयर स्थित ‘वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ की नई टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ज्यादा फ्लाइट्स और ज्यादा पर्यटक आने का सीधा मतलब है ज्यादा से ज्यादा रोजगार। उन्होंने जानकारी दी कि पोर्ट ब्लेयर की इस नई टर्मिनल बिल्डिंग से आवागमन में आसानी होगी, व्यापार में भी मदद मिलेगी और कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।

इस दौरान उन्होंने बेंगलुरु में जुटी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दल उन्हीं कामों को प्राथमिकता देते थे, जिसमें इनका खुद का भला हो, इनके परिवार का भला हो और नतीजा ये हुआ कि हमारे जनजातीय क्षेत्रों और द्वीपों की जनता विकास से वंचित रही, विकास के लिए तरसती रही। उन्होंने ध्यान दिलाया कि कैसे लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ बड़े शहरों और कुछ क्षेत्रों तक सीमित रहा। उन्होंने कहा कि कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण विकास का लाभ देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक पहुँचा ही नहीं।

पीएम मोदी ने कहा, हमारे से पहले की सरकार के 9 साल में अंडमान निकोबार को करीब 23,000 करोड़ रुपए का बजट अलॉट किया गया था। जबकि हमारी सरकार के दौरान अंडमान निकोबार के विकास के लिए 9 वर्षों में करीब 48 हजार करोड़ रुपए का बजट दिया गया है। पिछली सरकार में अंडमान निकोबार में करीब 28 हजार घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया था। हमारी सरकार में यहाँ के करीब 50 हजार घरों में पानी का कनेक्शन पहुँचाया गया है।”

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये उनका सौभाग्य है कि 2018 में उन्होंने अंडमान में उसी स्थान पर तिरंगा लहराया जहाँ नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने झंडा फहराया था। उन्होंने याद दिलाया कि ये हमारी ही सरकार है जिसने रॉस आइलैंड को नेताजी सुभाष का नाम दिया और ये हमारी ही सरकार है जिसने हेवलॉक और नील आइलैंड को स्वराज और शहीद आइलैंड का नाम दिया है। पीएम मोदी ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि आजादी के 75 वर्षों में हमारा भारत कहीं से कहीं पहुँच सकता था।

उन्होंने कहा कि हम भारतीयों के सामर्थ्य में कभी कोई कमी नहीं रही है, लेकिन सामान्य भारतीय के इस सामर्थ्य के साथ भ्रष्टाचारी और परिवारवादी पार्टियों ने अन्याय किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आज देश के लोग 2024 के चुनाव में फिर एक बार हमारी सरकार वापस लाने का मन बना चुके हैं, निर्णय ले चुके हैं, ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं।

उन्होंने विपक्षी दलों के जुटान में अवधि भाषा में एक कविता की पंक्तियाँ भी पढ़ीं – “गाइत कुछ है, हाल कुछ है, लेबल कुछ है, माल कुछ है।” उन्होंने कहा कि 24 के लिए 26 होने वाले राजनीतिक दलों पर ये बिल्कुल सटीक बैठता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लोग देश के लोकतंत्र और संविधान को अपना बंधक बनाना चाहते हैं। उन्होंने इन दलों के लिए अपनी पंक्तियाँ पढ़ीं – “नफरत है घोटाले हैं, तुष्टीकरण है मन काले हैं, परिवारवाद की आग के दशकों से देश हवाले है।”

पीएम मोदी ने कहा, “इनके लिए देश के गरीबों के बच्चों का विकास नहीं बल्कि अपने बच्चों और भाई-भतीजों का विकास मायने रखता है। इनकी एक ही विचारधारा और एजेंडा है – अपना परिवार बचाओ, परिवार के लिए भ्रष्टाचार बढ़ाओ। ये जो जमात इकट्ठी हुई है, उनके कुनबे में बड़े से बड़े घोटालों पर, अपराधों पर इनकी जुबान बंद हो जाती है। जब किसी एक राज्य में इनके कुशासन की पोल खुलती है, तो दूसरे राज्यों के ये लोग फौरन उसके बचाव में तर्क देने लगते हैं। कहीं बाढ़ घोटाला होता है, किसी का अपहरण होता है तो कुनबे के सारे लोग चुप हो जाते हैं। कुछ दिन पहले ही पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव में सरेआम हिंसा हुई, लगातार खून-खराबा हो रहा है, इस पर भी इन सबकी बोलती बंद है।”

प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि राजस्थान में बेटियों से अत्याचार हो या परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हों, इन्हें कुछ दिखाई नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि परिवर्तन की बातें करके जनता से विश्वासघात करके जब करोड़ों का शराब घोटाला करते हैं, तो ये कुनबा फिर उन्हें कवर देने लगता है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में भ्रष्टाचार और घोटाले के अनेक मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इनके कुनबे के सारे दलों ने पहले ही सबको क्लीनचिट दे दी है। इन लोगों की साजिशों के बीच हमें देश के विकास के लिए खुद को समर्पित रखना है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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