Friday, May 16, 2025
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ट्रंप के लौटते ही अमेरिका में ‘इस्लामी शहर’ बसाने का मुस्लिमों का ख्वाब टूटा, 400 एकड़ में बसाने का था प्लान: ईद की नमाज के लिए भी बनाने वाले थे ग्राउंड

मुस्लिमों ने टेक्सास में ही एक अलग इस्लामी शहर बसने के इरादे से 400 एकड़ जमीन खरीदी। यह जमीन इसी मस्जिद ने कुछ बैंकर आदि की मदद से खरीदी थी। यहाँ 1 हजार घर मुस्लिमों के लिए बनाए जाने थे। इसके अलावा मस्जिद और ईद की नमाज के लिए एक बड़ा ग्राउंड बनाया जाना था।

अमेरिका में एक इस्लामी शहर बनाने की कर रहे मुस्लिमों के एक समूह को झटका लगा है। इस्लामी शहर को लेकर तैयार किए गए प्लान पर कई तरह की जाँच चालू हो गई है। अमेरिका में यह इस्लामी 400 एकड़ में बसाए जाने की योजना मुस्लिम बना रहे थे। इसके लिए जमीन भी खरीद ली गई थी। यहाँ सब कुछ इस्लामी कायदे कानून से किया जाना था। बड़ी संख्या में मुस्लिमों ने इस नए इस्लामी शहर में प्लॉट भी खरीद लिए थे। अब इस प्रोजेक्ट पर तलवार लटक रही है। अमेरिकी नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि वह शरिया शहर को अनुमति नहीं देंगे।

क्या है पूरा मामला?

यह पूरा मामला अमेरिका के टेक्सास राज्य से जुड़ा है। यहाँ के प्लानो शहर की एक मस्जिद की कमिटी ने यह इस्लामी शहर बनाने का इरादा बनाया था। इसका नाम ईस्ट प्लानो इस्लामिक सेंटर (EPIC) है। यह टेक्सास की बड़ी और अमीर मस्जिदों में से एक है। यह एक संगठन के रूप में भी रजिस्टर्ड है। इस नए प्रोजेक्ट का ऐलान 2024 में हुआ था।

यहाँ आने वाले मुस्लिमों ने टेक्सास में ही एक अलग इस्लामी शहर बसने के इरादे से 400 एकड़ जमीन खरीदी। यह जमीन इसी मस्जिद ने कुछ बैंकर आदि की मदद से खरीदी थी। यह जमीन टेक्सास के शहर जोसफिन से 40 मील की दूरी पर है। यहीं पर यह शहर बसाने की योजना बनाई गई थी।

EPIC सिटी की वेबसाइट के अनुसार, इस शहर की प्लानिंग इस्लाम को आगे रख कर की गई है। EPIC की योजना के अनुसार, इस इस्लामी शहर में 1000 घर बनाए जाने हैं। इसके अलावा इस इस्लामी शहर में कई घर वाली इमारतें भी बनती। यह इस्लाम को ध्यान में रख कर शरिया के अनुसार किया जाता।

इस इस्लामी शहर में मदरसे, स्कूल और एक कॉलेज तथा मस्जिद आदि बनाए जाने की भी योजना थी। इसके अलावा ईद की नमाज पढ़ने के लिए मैदान भी बनाए जाने थे। इस प्रोजेक्ट के बारे में डाली गई वीडियो में लिखा गया है कि अल्लाह इसे पूरी करने में मदद करे।

लाखों डॉलर में बिक रहे थे प्लॉट

इस इस्लामी शहर में सबसे छोटे प्लॉट की कीमत लगभग $2 लाख (लगभग ₹1.70 करोड़) रखी गई थी। इनकी कीमत बढ़ते-बढ़ते $5 लाख तक जाती थी। प्लॉट की कीमत उतनी ही अधिक रखी गई थी, जितना वह मस्जिद के नजदीक होता। मस्जिद के नजदीक वाले प्लॉट 15% तक प्रीमियम पर बेचे जाने थे।

अमेरिका भर के मुस्लिमों का इस पूरे प्रोजेक्ट में काफी रुचि थी। इसी के चलते इस इस्लामी शहर के प्लॉट हाथोहाथ बिक रहे थे। लगभग 450 मुस्लिमों ने इस शहर में अपने प्लॉट बुक भी करवा दिए थे। इसके लिए उन्होंने मोटा पैसा भी दे दिया था ताकि समय आने पर इस इस्लामी शहर में बसा सके।

अब कसा शिकंजा

यह इस्लामी शहर कुछ वर्षों के भीतर बस जाना था। इसके बाद यहाँ हजारों मुस्लिम इस्लामी तरीके से रह सकते। इस बीच इस इस्लामी शहर को लेकर लोग चिंतित हो गए। उन्होंने अमेरिका में एक पूरा इस्लामी शहर बसने और यहाँ दूसरे धर्म के लोगों को जगह ना दिए जाने को लेकर चिंताएँ व्यक्त की।

इसके बाद इसका विरोध शुरू हुआ। टेक्सास राज्य के गवर्नर ग्रेग एबट इस शहर के बसने के खिलाफ हैं। अमेरिका के कानूनों के अनुसार, किसी भी इलाके में दूसरे किसी धर्म या रंग के लोगों को बसने से रोका नहीं जा सकता। इस पर सजा का प्रावधान है।

इन सब चिंता के बीच गवर्नर एबट ने साफ़ कर दिया है कि वह टेक्सास में एक ‘शरिया शहर’ नहीं बसने देंगे। उन्होंने कहा कि ना तो टेक्सास में शरिया कानून चलेगा और ना ही शरिया शहर को ही अनुमति दी जाएगी। गवर्नर एबट ने सिर्फ इतना ही नहीं किया बल्कि इस मामले में जाँच के आदेश दिए हैं।

EPIC के इस्लामी शहर पर अब कई मामले में जाँच चल रही है। टेक्सास के अटॉर्नी जनरल केन पैक्सटन ने इस मामले में 4 अलग-अलग जाँच के आदेश दिए हैं। इस सब के बाद इस शहर के भविष्य पर संकट मंडराने लगा है। हालाँकि, अभी स्पष्ट नहीं है कि यह प्रोजेक्ट धरातल पर उतर पाएगा या नहीं। राष्ट्रपति ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद से इसके आसार और कम हो गए हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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