Sunday, September 8, 2024
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नुसरत जहां ने मनाया हिन्दू-त्योहार भाई फोंटा, ट्विटर पर लोगों ने पूछा – कहाँ है फतवे वाला मौलवी?

दुर्गा पूजा के पंडाल में जाने पर नुसरत को गालियों का भी सामना करना पड़ा था। देवबंद के एक उलेमा ने यहाँ तक कह दिया था कि नुसरत को जल्द मारना होगा, इसके चलते पूरा इस्लाम खतरे में है।

हिन्दुओं के त्योहार, परम्पराओं और मान्यताओं को सम्मान देने के चलते अक्सर इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर आने वाली पश्चिम बंगाल की सांसद नुसरत जहां और हमेशा उनके साथ नज़र आने वाली मिमी चक्रवर्ती कोलकाता के एक वृद्धाश्रम में भाई फोंटा का पर्व मनाने पहुँची। बता दें कि हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक दीपवाली है, जो करीब पाँच दिनों तक मनाया जाता है। इसमें धनतेरस से लेकर नरक-चतुर्दशी और भैय्या दूज (भाई-फोंटा) शामिल है।

पूरे देश में भैया दूज का त्यौहार मनाया जा रहा है। इसी त्यौहार को मनाने के लिए पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती ने एक वृद्धाश्रम को चुना। बता दें कि ऐक्ट्रेस से राजनेता बनीं तृणमूल कॉन्ग्रेस की दोनों ही सांसद मिमी और नुसरत का इस कार्यक्रम में शरीक होने की तस्वीरें मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आईं। इस दौरान लोगों ने ट्वीट कर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ दीं। एक यूजर ने तो यहाँ तक लिख दिया कि “फतवे वाला मौलवी कहाँ है?”

बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब हिन्दू धर्म के किसी त्योहार में शामिल होने पर नुसरत जहां को सुर्खियाँ मिली हों लेकिन नकारात्मक खबरों के साथ। इससे पहले भी कई बार धार्मिक आयोजनों में शामिल होने पर नुसरत को जहाँ एक ओर एक बड़ा वर्ग सम्मान की दृष्टि से आदर देता है तो वहीं दूसरी ओर कट्टरपंथी मौलाना टाइप के लोग उनके खिलाफ ज़हर उगलने से नहीं चूकते। नुसरत जहां को हिन्दुओं के पर्व-त्योहार मनाने और उनकी परम्पराओं का सम्मान करने के लिए मौलाना फतवा तक जारी कर चुके हैं, इस्लाम से खारिज कर चुके हैं। सोशल मीडिया यूजर उन्हें गालियों से बींध चुके हैं।

इससे पहले दुर्गा पूजा के अवसर पर भी नुसरत के शरीक होने, सिन्दूर खेला में भाग लेने को लेकर कई कठमुल्लाओं ने कड़ी आपत्ति ज़ाहिर की थी। नुसरत को अपनी मर्ज़ी से एक हिन्दू युवक से शादी करने पर भी ख़ासा विरोध झेलना पड़ा था। यही वजह है कि नुसरत ने इस मामले में अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा था कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता लोग क्या कहते हैं। बता दें कि दुर्गा पूजा के पंडाल में जाने पर नुसरत को गालियों का भी सामना करना पड़ा था। इस्लामिक कट्टरपंथ के गढ़ देवबंद में तो एक उलेमा ने यहाँ तक कह दिया था कि नुसरत को जल्द मारना होगा, इसके चलते पूरा इस्लाम खतरे में है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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